एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत

ईसीएस (इलेक्ट्रॉनिक समाशोधन सेवा)
ऐसे कार्पोरेट निकाय जिन्हें नियमित रूप से भारी भुगतान करना होता है और यह राशि सीधे लाभार्थियों, जैसे खाताधारकों, शेयरधारकों, निवेशकों आदि के बैंक खातों में संवितरित करनी होती है, को इससे निम्नलिखित लाभ हैं.
- माइकर फार्मेट में कागजी लिखतों के मुद्रण पर होने वाले व्यय और पंजीकृत डाक द्वारा उनके प्रेषण संबंधी वर्तमान प्रशासनिक लागत में बचत.
- मार्ग में लिखतों के खो जाने के कारण धोखाधड़ी से उनके नकदीकरण की संभावना से बचाव.
- खातों में लेनदेन का स्वत: मिलान. ईसीएस चक्र के पूर्ण होते ही प्रयोक्ता संस्थान को अपने बैंक से इलेक्ट्रॉनिक डाटा फाइल मिल जाती है जिसमें बैंकर की पुष्टि सहित भुगतान की तारीख रहती है.
- नकदी प्रबंधन आसान, क्योंकि निश्चित तारीख को ही निधि की व्यवस्था की जानी होती है.
- बेहतर ग्राहक / निवेशक सेवा सुनिश्चित करता है
- विश्व भर में सर्वश्रेष्ठ कंपनियों द्वारा अपने शेयरधारकों / निवेशकों और ग्राहकों को भुगतान करने हेतु अपनाई गई प्रणालियों के समरूप.
ग्राहकों को लाभ
- देय तारीख पर तुरंत भुगतान.
- सीधे खाते में धनराशि क्रेडिट हो जाने से ग्राहकों को लाभांश / ब्याज वारंट जमा करने हेतु बार-बार बैंक जाने की जरूरत नहीं.
- मार्ग में लिखतों को खो जाने के कारण धोखाधड़ी से उनके नकदीकरण की संभावना से बचाव.
बॉब कैश रीच
ग्राहकों के लिए विशेष रूप से बनाया गया उत्पाद, जो निधि का तीव्र धनप्रेषण करने में सहायक है. अधिक आर्थिक, सुविधाजनक, सरल परिचालन प्रणाली जो केंद्रों के अच्छे नेटवर्क की सहायता से प्राप्त की जा सकती है.
- सहजता : प्रेषण में लगने वाले समय और खर्च की बचत.
- कम खर्चीला : नाममात्र लागत पर प्रीमियम सेवा जिसमें ग्राहक के कार्यालय पर सेवा उपलब्ध कराई जाती है.
- अत्यंत सुविधाजनक : ग्राहक की सुविधानुसार दिनों में ही वसूली और जमा.
- ग्राहक लाभ के प्रति केंद्रित : बेहतर संसाधन प्रबंध के जरिए उन्नत गुणवत्ता, आसान नकदीकरण और लाभ वृद्धि के रूप में ग्राहकों को कई फायदे.
- व्यापक नेटवर्क : प्रारंभ में 5 केंद्रों में शुरू किया गया और अब लगभग 200 केंद्र जुड़े हुए हैं.
ईसीएस (इलेक्ट्रॉनिक समाशोधन सेवा) : सबसे महत्वपूर्ण नियम और शर्तें (एमआईटीसी)
- यह आम तौर पर वेतन और पेंशन भुगतान (किसी भी वैयक्तिक भुगतान पर रु. 1 लाख की उच्चम सीमा और न्यूनतम 2500 भुगतानों के अधीन) के लिए प्रयोग किया जाता है.
- यह सेवा 16 केन्द्रों में उपलब्ध है, पूरी सूची देखने के लिए यहां क्लिक करें. जल्द ही, सभी 30 केन्द्र इस प्रणाली से लाभान्वित होगें.
- 50 से अधिक कॉर्पोरेट निकाय और सरकारी विभाग पहले से ही थोक एवं पुनरावृति वाले भुगतानों के लिए इस सिस्टम का उपयोग कर रहे हैं तथा 20 और कॉर्पोरेट निकाय इसकी शुरुआत करने जा रहे हैं.
- इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अत्यधिक "रियायती" सेवा शुल्क संरचना को अपनाया गया है.
- वर्तमान में, प्रायोजक बैंक क्लियरिंग हाउस को प्रति लिखत रु. 1.5 रुपए का भुगतान करता है जिसमें क्लीयरिंग हाउस में रु. 0.5 और रु. 1.00 प्राप्तकर्ता बैंक में जमा कर दिए जाते हैं.
- ग्राहक के खाते में देय राशि जमा करने पर प्राप्तकर्ता बैंक शाखा द्वारा कोई सेवा शुल्क नहीं लगाया जाएगा. अधिक जानकारी के लिए हमारी नजदीकी शाखा से संपर्क करें, यहां क्लिक करें.
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इस प्रक्रिया में आपके पास निम्नलिखित का होना आवश्यक है
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- आधार संख्या के साथ पंजीकृत परिचालनगत मोबाइल नंबर
- वैध ई मेल आईडी
- इंटरनेट, कैमरा/वेबकैम और माइक्रोफ़ोन से इनेबल मोबाइल/डिवाइस
- खाता खोलने के लिए प्रयोग में लाए गए डिवाइस का ब्राउज़र लोकेशन इनेबल करें. (सेटिंग >> सर्च सेटिंग में लोकेशन टाइप करें >> साइट सेटिंग >> लोकेशन >> अनुमति प्रदान करें) और संकेत मिलने पर अनुमति प्रदान करें.
- यह खाता 18 वर्ष व इससे अधिक आयु के निवासी भारतीय व्यक्तियों (जिनका कोई राजनीतिक एक्सपोजर नहीं) हो द्वारा खोला जा सकता है.
- यह सुविधा वैसे ग्राहकों के लिए है जिनका बैंक में कोई खाता नहीं है
- आपको अच्छे नेटवर्क तथा प्रकाशयुक्त क्षेत्र में होना चाहिए
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फोटो फीचर : इंडोनेशिया के बांदा द्वीप समूह का औपनिवेशिक इतिहास
डचों द्वारा बनाया गया फोर्ट कॉनकॉर्डिया. गांव को समुद्री लुटेरों से बचाने के लिए सबसे पहले 1630 में इस स्थान पर एक छोटा किला बनाया गया था. 1732 एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत में इसे तीन अलग दुर्गों के साथ मिला कर बड़े किले से बदल दिया गया. औपनिवेशिक शासन समाप्त होने के बाद निर्माण साम्रगी निकाल कर आस-पास रहने वाले ग्रामीणों द्वारा इसे लूट लिया गया था. आज यह वैसा ही खड़ा है, केवल एक किला पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है.
डचों द्वारा बनाया गया फोर्ट कॉनकॉर्डिया. गांव को समुद्री लुटेरों से बचाने के लिए सबसे पहले 1630 में इस स्थान पर एक छोटा किला बनाया गया था. 1732 एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत में इसे तीन अलग दुर्गों के साथ मिला कर बड़े किले से बदल दिया गया. औपनिवेशिक शासन समाप्त होने के बाद निर्माण साम्रगी निकाल कर आस-पास रहने वाले ग्रामीणों द्वारा इसे लूट लिया गया था. आज यह वैसा ही खड़ा है, केवल एक किला पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है.
बांदा नीरा के अपने पूर्व घर में लगा क्रिस्टोफर कोल का चित्र. उन्होंने भारी किलेबंद बांदा द्वीप समूह में डचों के खिलाफ ब्रिटिश नौसेना के एक सफल हमले का नेतृत्व एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत किया. अंग्रेजों ने तब जायफल के कई पेड़ हटा कर उन्हें सीलोन, अब श्रीलंका, और अन्य उपनिवेशों में प्रत्यारोपित कर दिया. यह कार्रवाई जायफल व्यापार के पतन का बड़ा कारण बनी.
बांदा बेसर द्वीप में अपने वंशज पोंगकी वैन डेन ब्रोके के घर में पीटर वैन डेन ब्रोके के चित्र की प्रतिकृति. वह डच ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए बांदा आया था और जान पीटरजून कोएन के बाद बांदा द्वीप समूह के प्रमुख के रूप में कार्य किया. फ्रैंस हल्स द्वारा बनाई मूल पेंटिंग अब लंदन के केनवुड हाउस में लगी हुई है.
ऊपर की पहाड़ी से दिखाई देने वाला रहुन गांव. यहां मीठे पानी का कोई स्रोत नहीं है और एक छोटे से जनरेटर से बिजली शाम को कुछ घंटों के लिए ही चलती है. यह द्वीप अंग्रेजों और डचों के बीच विवाद का एक कारण था. 1667 में ब्रेडा की संधि करके मैनहट्टन के बदले में अंग्रेजों ने इसे डचों को सौंप दिया. आज रहुन में एक हजार से कुछ अधिक निवासियों में से ज्यादातर जायफल किसानों और मछुआरों के रूप में काम करते हैं.
जायफल के व्यापार की रक्षा के लिए बांदा में निर्मित फोर्ट बेल्गिका डचों द्वारा बनाया गया अब तक का सबसे मजबूत रक्षा ढांचा था. आज भी द्वीपों पर कम से कम छह बड़े किले देखे जा सकते हैं.
हालांकि जायफल अब उतना महत्वपूर्ण नहीं रह गया है, जितना पहले हुआ करता था लेकिन बांदा से अब भी मसाले का निर्यात होता है. कई द्वीपवासियों के लिए अभी भी जायफल की खेती को उनकी आय का मुख्य स्त्रोत है.
काइनेसिक्स
काइनेसिक्स लोगों के बीच गैर-मौखिक संचार का अध्ययन करती है: हावभाव, मुद्राएं, चेहरे के भाव, आवाज का स्वर हमारे सच्चे विचारों और इरादों को व्यक्त करते हैं, भले ही हम उन्हें छिपाना क्यों न चाहें। काइनेसिक्स- गैर-मौखिक संचार की भाषा के अध्ययन को समर्पित मनोविज्ञान में एक अलग शाखा है। बिज़नेस में अक्सर यह परिभाषा दी जाती है - काइनेसिक्स गैर-मौखिक संचार की भाषा है।
बातचीत के समय लोग हमेशा गैर-मौखिक संकेतों, हावभावों का इस्तेमाल करते हैं - जैसे चेहरे के भाव और मुद्राएं आदि। ये हावभाव भाषण की तुलना में डेटा का अधिक स्रोत बन सकते हैं: यदि आप काइनेसिक्स समझते हैं, तो वार्ताकार आपको अपनी सोच की तुलना में बहुत अधिक "बता" जाएगा।
काइनेसिक्स के शुरुआती अध्ययन 18 वीं शताब्दी में किए गए थे। 1792 में ज्यूरिख के एक पादरी जॉन कैस्पर लैवेटर ने अपना "फिजियोलॉजी पर निबंध" प्रकाशित किया, जिसमें उन्होंने बताया कि चेहरे के भाव और शरीर की बनावट कैसे किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व की विशेषताओं से जुड़े होते हैं। बाद में ऐवोलुशन यानी विकासवाद के सिद्धांत के लेखक चार्ल्स डार्विन ने गैर-मौखिक संचार का अध्ययन जारी रखा। शब्द काइनेसिक्स की उत्पत्ति केवल बीसवीं सदी में हुई।
काइनेसिक्स के अलावा, गैर-मौखिक संचार के अन्य आयामों को भी ध्यान में रखना महत्वपूर्ण होता है, जिनमें गैर-मौखिक संचार के ये घटक शामिल हैं:
- Proxemics यानी सामीप्य विद्या - यह इस बात का अध्ययन करती है कि लोग एक आकाशीय घटक का उपयोग करके अपने दृष्टिकोण को कैसे व्यक्त करते हैं, जैसे कि एक वार्ताकार से बात करते समय अपनी दूरी चुनना।
- Prosody यानी छंद - भाषण की ध्वनि की रूपरेखा का अध्ययन करता है: कैसे हम शब्दों पर ध्वनि, विराम एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत आदि के माध्यम से जोर देते हैं।
- Tacesics यानी स्पर्श संवाद - संचार में स्पर्श- संबंधी तत्वों की खोज करता है, जैसे स्पर्श।
रोजमर्रा की हमारी ज़िंदगी में गैर-मौखिक घटक के महत्व को कम कर पाना मुश्किल है: हम अनजाने में ही बातचीत करते समय बड़ी मात्रा में लोगों के गैर-मौखिक संकेतों को पढ़ते हैं और उनका विश्लेषण करते हैं। बिज़नेस कम्युनिकेशन में गैर-मौखिक संकेत पार्टनर के साथ अधिक निकट संपर्क स्थापित करने और उनके सच्चे इरादों का अनुमान लगाने में मदद करते हैं।
काइनेसिक्स और बिज़नेस एटिकेट
बिज़नेस कम्युनिकेशन में कई वाक्यांश, हावभाव और यहां तक कि वार्ताकारों के बीच की दूरी एक कल्चरल कोड द्वारा निर्धारित की जाती है। विभिन्न संस्कृतियों में वे बहुत भिन्न हो सकते हैं: उदाहरण के लिए अमेरिका में बिज़नेस पार्टनर्स हमेशा हाथ मिलाते हैं, जबकि जापान में वे एक-दूसरे का झुक कर अभिवादन करते हैं।
काइनेसिक्स में कई घटक शामिल होते हैं। बिज़नेस बातचीत में नज़र पर ध्यान देना सबसे महत्वपूर्ण होता है। सबसे पहले यह विश्लेषण करना एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत आवश्यक होता है कि क्या सामने वाला आँखों से आँखे मिलाकर बात करना चाहता है या नहीं: अगर वह ऐसा करना चाहता है, यानी बातचीत के विषय में उसे रूचि है। लेकिन अगर कोई बिजनेस पार्टनर आपसे नजरें मिलाने से बचता है, तो इसका मतलब सिर्फ दिलचस्पी की कमी नहीं बल्कि उसकी साधारण थकान भी हो सकती है।
बातचीत के समय न केवल नज़र पर ध्यान देने की ज़रूरत होती है बल्कि संचार का हर गैर-मौखिक माध्यम ध्यान देने योग्य होता है। बिज़नेस एटिकेट में संचार के गैर-मौखिक साधन-जैसे चेहरे के भाव, हावभाव, मुद्रा आदि- महत्वपूर्ण हैं। वार्ताकार की मुद्रा को तीन आयामों के आधार पर विश्लेषण करके समझा जा सकता है:
- खुली मुद्रा -बंद मुद्रा। बंद मुद्रा की स्थिति में इंसान अपने हावभावों की मदद से खुद को वार्ताकार से अलग करने की कोशिश करता है: वह अपने हाथों और पैरों को क्रॉस करके रखता है, वह किसी ओर झुका रहता है, और अगर बातचीत किसी मेज़ पर हो रही हो तो वार्ताकार और अपने बीच कोई एक वस्तु रखने की कोशिश करता है
- निर्भरता -प्रधानता। निर्भरता व्यक्त करने वाला व्यक्ति आमतौर पर नीचे से ऊपर की ओर देखता है और सिर नीचे करके बात करता है। और जो प्रधानता दिखाने का प्रयास करता है वह बिलकुल उल्टा व्यवहार करता है: वह वार्ताकार को ऊपर से नीचे के ओर देखने की कोशिश करता है, उसके हाथ या कंधे पर थपथपाता है;
- सद्भाव-विरोध। अगर किसी इंसान का विरोध करने का मन होता है तो वह अनजाने में ही आक्रामक मुद्रा अपना लेता है, मुट्ठी भींच लेता है, अपने हाथों को अपने कूल्हों पर टिका देता है।
गैर-मौखिक संकेतों का विश्लेषण करते समय यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि संचार मनोविज्ञान में इसका कोई निश्चित स्पष्टीकरण नहीं हैं और वार्ताकार के वास्तविक उद्देश्यों की पहचान करना मुश्किल हो सकता है। फिर भी काइनेसिक्स आमतौर पर वार्ताकार के सच्चे इरादों को बेहतर ढंग से समझने और उसके उद्देश्यों को जानने में मदद करती है। सबसे स्पष्ट वे आम इशारे होते हैं जिनका लोग सबसे अधिक उपयोग करते हैं। इस तरह के इशारे अनजाने में ही वार्ताकार के शब्दों या समस्या के प्रति किसी व्यक्ति के सच्चे रवैये को व्यक्त कर सकते हैं।
काइनेसिक्स के उदाहरण
काइनेसिक्स संचार है, इसलिए उसे समझने के लिए बारीकियां और अधकहे स्वर बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। किसी विशेष स्थिति में किसी एक विशिष्ट हावभाव की व्याख्या करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन आधुनिक विज्ञान कुछ इशारों की स्पष्ट रूप से व्याख्या करता है, उदाहरण के लिए:
- एक व्यक्ति जो झूठ बोल रहा होता है वह खुद को ऐसा करने से रोकने के लिए अपने हाथ से अपना मुंह ढकना चाहता है। बच्चे इस तरह के एक इशारे को दोहरा सकते हैं, और वयस्क अक्सर इसे छिपाने की कोशिश करते हैं उदाहरण के लिए जम्हाई लेते समय अपने हाथ से अपना मुंह ढंकना या अपनी नाक को खरोंचना।
- उसी तरह एक व्यक्ति द्वारा अप्रिय बातें कहते समय कानों को बंद करने की इच्छा से अपने कान के लोब को खरोंचना या रगड़ना यह दर्शाता है कि वह एक कहानी बताने का संकेत है ।
- जब कोई व्यक्ति अपनी ठुड्डी को अपने हाथ पर रखता है, तो यह आमतौर पर बोरियत या थकान का संकेत देता है।
- जब वार्ताकार दरवाजे की ओर देखने लगता है, अपने पैरों को बाहर की ओर मोड़ता है, तो यह केवल एक गैर-मौखिक संकेत ही नहीं, बल्कि एक संकेत होता है कि यह बातचीत समाप्त करने का समय हो गया है।
- जब वार्ताकार अपने चेहरे, गर्दन आदि को थपथपाता या खरोंचता है, तो अक्सर इसका मतलब यह होता है कि उसने अभी तक अंतिम निर्णय नहीं लिया है लेकिन सक्रिय रूप से इस पर विचार कर रहा है। इसी तरह अपने चश्मे को कुतरने या पोंछने वाला व्यक्ति कुछ सोचने में व्यस्त हो सकता है।
काइनेसिक्स, गतिशील भाषा, का इस्तेमाल न केवल बातचीत में बल्कि विज्ञापन में अभिव्यक्ति के एक साधन के रूप में किया जा सकता है। काइनेसिक्स सीखने के कई एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत लाभ हैं क्योंकि उसकी मदद से आप लोगों के "मन को पढ़" सकते हैं। काइनेसिक्स पर किताबें आपको इस विज्ञान के बारे में कुछ ज्ञान हासिल करने में अवश्य मदद करेंगी, लेकिन इसका एक कोर्स करना सबसे अच्छा विकल्प होगा।
व्यापार Page - 1
पिगलेट स्कीम से 'डेढ़ गुना पैसा' बनाने के चक्कर में डूब गई लोगों की गाढ़ी कमाई, जानें क्या था ये फ्रॉड
Business Hindi Rajneesh November 20, 2022 5:51 PM IST
‘‘मामले में पांच आरोपी हैं और हमने उनमें से एक को गिरफ्तार किया है, जो इस समय न्यायिक हिरासत में है.’’ उन्होंने संदेह जताया कि बाकी आरोपी कारोबार समेटकर विदेश भाग गए हैं.
Bank Strike: बैंककर्मियों ने वापस लिया देशव्यापी हड़ताल का फैसला, आज बैंकों में होगा कामकाज
बैंककर्मियों ने आज देशव्यापी हड़ताल का फैसला किया था जिसे वापस ले लिया है और आज बैंकों में सामान्य रूप से कामकाज होगा. जानिए किन मुद्दों को लेकर किया था हड़ताल का आह्वान-
Jet Airways के कर्मचारियों की सैलरी में 50% तक की कटौती, कई कर्मियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजा
Jet Airways Update:परिचालन को फिर से शुरू करने में अनिश्चितताओं के बीच जेट एयरवेज कई कर्मचारियों के वेतन में 50 फीसदी तक की कटौती करेगी. इसके साथ-साथ विमानन कपंनी कई कर्मचारियों को एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत बिना वेतन छुट्टी पर भी भेजेगी.
5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करना 2030 तक संभव, PSU बैंक के प्रतिनिधियों ने स्थायी समिति को दिया संकेत
5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करना 2030 तक संभव हो एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत पाएगा. PSU बैंक के प्रतिनिधियों ने संसदीय स्थायी समिति को यह संकेत दिया है. हालांकि, बैंकिंग उद्योग द्वारा किए गए अनुमानों और प्रचलित वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए समय सीमा कुछ अधिक महत्वाकांक्षी प्रतीत होती है.
HDFC बैंक ने FD दरों में बदलाव किया, 15 महीने से 2 साल की अवधि के लिए 7.30 फीसदी तक देगा ब्याज
HDFC Bank FD Rate Hike : निजी क्षेत्र के प्रमुख लोनप्रदाता HDFC बैंक ने FD दरों में संशोधन किया है. बैंक की तरफ से अब 15 महीने से 2 साल की अवधि के लिए 7.30 फीसदी तक ब्याज दिया जाएगा. 9 महीने 1 दिन से 1 वर्ष में परिपक्व होने वाली एफडी पर, बैंक अब 6.00% की ब्याज दर की पेशकश कर रहा है.
Axis Bank MCLR Rate Hike : एक्सिस बैंक ने 18 नवंबर से एमसीएलआर दरों में की 10 बीपीएस की बढ़ोतरी, बढे़गा EMI का बोझ
Axis Bank MCLR Rate Hike : एक्सिस बैंक ने 18 नवंबर से एमसीएलआर दरों में की 10 बीपीएस की बढ़ोतरी की है. नई बेंचमार्क उधार दरें 8.25% से 8.60% तक होंगी. ऐसा माना जा रहा है कि इससे लोन लेने वालों की ईएमआई बढ़ जाएगी.
Agra Ka Petha : आगरा का पेठा, मथुरा का पेड़ा और कानपुर के सत्तू को भी मिलेगा जीआई टैग, बनेगी अलग पहचान
Agra Ka Petha : आगरा का पेठा, मथुरा का पेड़ा और कानपुर के सत्तू को जीआई टैग मिलेगा. उत्तर प्रदेश सरकार जिलों के उत्पादों को अलग पहचान दिलाने के लिए प्रयासरत है. जीआई टैग किसी क्षेत्र में पाए जाने वाले कृषि उत्पाद को कानूनी संरक्षण प्रदान करता है.
Keystone Realtors IPO : कीस्टोन रियल्टर्स IPO के शेयरों का आवंटन अगले हफ्ते संभव, 24 नंवबर को लिस्टिंग की उम्मीद
Keystone Realtors IPO : कीस्टोन रियल्टर्स IPO के शेयरों का आवंटन अगले हफ्ते होने की संभावना है. शेयरों की लिस्टिंग 24 नंवबर को होने की उम्मीद जताई जा रही है. इस इश्यू को 86,47,858 शेयरों के मुकाबले 1,73,72,367 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं.
Pharma Stock Buyback : लिस्टिंग के एक साल बाद फार्मा स्टॉक ने की शेयरों के बायबैक की घोषणा, खुले बाजार से होगी पुनर्खरीद
Pharma Stock Buyback : लिस्टिंग के एक साल बाद विंडलास बायोटेक कंपनी ने अपने स्टॉक के बायबैक की घोषणा की एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत है. कंपनी ने शेयरों की पुनर्खरीद खुले बाजार से करने के लिए कहा है. लिस्टिंग के बाद से ही स्टॉक लगातार गिर रहा है.
Multibagger Stock : मल्टीबैगर स्टॉक 17 फीसदी की तेजी के साथ 6 महीने में 115 फीसदी की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा
Business Hindi Manoj Yadav November 18, 2022 1:00 PM IST
Multibagger Stock : मल्टीबैगर स्टॉक 17 फीसदी की तेजी के साथ 6 महीने में 115 फीसदी की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया. इस स्टॉक में एक ही महीने में 32 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है.
Gold price today, 18 November 2022 : सोने-चांदी के भावों में बढ़त का रुख, जानें- आज किस भाव पर बिक रहा है 22 Kt सोना?
Business Hindi Manoj Yadav November 18, 2022 9:46 AM IST
Gold price today 18 November 2022 : शादी - विवाह के सीजन में मांग बढ़ने से सोने-चांदी के भावों में बढ़त का रुख देखा जा रहा है. वहीं, ग्लोबल मार्केट में हाजिर सोना-चांदी के भावों में गिरावट बनी हुई है.
Archean Chemical IPO : आर्कियन केमिकल आईपीओ के आवंटन के बाद अब शेयरों की लिस्टिंग पर टिकी सभी की निगाहें
Business Hindi Manoj Yadav November 18, 2022 9:20 AM IST
Archean Chemical IPO : आर्कियन केमिकल आईपीओ के आवंटन के बाद अब सभी की निगाहें शेयरों की लिस्टिंग पर टिकी हैं. सार्वजनिक निर्गम को पिछले सप्ताह शुक्रवार, 11 नवंबर, 2022 को सदस्यता अवधि के अंत तक 32.23 गुना सब्सक्राइब किया गया था.
Festive Season Sale : इस त्योहारी सीजन में डेबिट कार्ड के मुकाबले क्रेडिट कार्ड से ज्यादा भुगतान किया गया : रिपोर्ट
Festive Season Sale : PayU ने अपनी इनसाइट्स रिपोर्ट में बताया है कि इस त्योहारी सीजन में डेबिट कार्ड के मुकाबले क्रेडिट कार्ड से ज्यादा भुगतान किया गया. रिपोर्ट में बताया गया है कि क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं ने 2022 (कुल व्यय) में डेबिट कार्ड उपयोगकर्ताओं की तुलना में लगभग 5 गुना अधिक खर्च किया.
एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत
कॉप-27 का समापन क्या दुनिया के लिए नई सुबह लेकर आएगा?
कॉप-27 में जलवायु परिवर्तन से हो रहे नुकसान व क्षति के लिए कोष का गठन करने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया
By Rohini K Murthy
On: Sunday 20 November 2022
मिस्र के शर्म अल-शेख की 20 नवंबर 2022 की भोर पूरी दुनिया के लिए एक नया संदेश लेकर आई। यहां चल रहे कॉप-27 के समापन के साथ ही जलवायु परिवर्तन के चलते हो रहे नुकसान व क्षति के लिए कोष बनाने सहित लगभग सभी एजेंडों पर सहमति जता दी गई।
इसे यूनाइटेड नेशंस फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (यूएनएफसीसीसी) के पक्षकारों के 27वें सम्मेलन (कॉप-27) की एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
कॉप-27 के समापन पर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ट्विटर पर लिखा, "मैं नुकसान और क्षति कोष स्थापित करने और आने वाले समय में इसे लागू करने के फैसले का स्वागत करता हूं। " उन्होंने कहा कि टूटे हुए भरोसे के पुनर्निर्माण के लिए यह एक बहुत जरूरी राजनीतिक संकेत है।
सबसे कम विकसित देशों (एलडीसी) के अध्यक्ष के सलाहकार मंजीत ढकाल ने ट्विटर पर लिखा, "जलवायु परिवर्तन के कारण सबसे अधिक प्रभावित विकासशील व अविकसित देशों के लिए यह ऐतिहासिक निर्णय है। ये देश नुकसान एवं क्षति कोष की लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहे थे।"
सम्मेलन के समापन मौके पर जारी निर्णय पत्र (कवर डिसीजन) में कहा गया, " ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में सभी देशों (पार्टियों) ने तत्काल, स्थायी और तेजी से कमी लाने के प्रतिबद्धता जताई है, जिसमें सभी क्षेत्र जैसे कम उत्सर्जन वाले ऊर्जा क्षेत्र, अक्षय ऊर्जा में वृद्धि, ऊर्जा संरक्षण और अन्य सहकारी कदम शामिल हैं।"
19 नवंबर को जारी किए गए निर्णयों के मसौदे में कम-उत्सर्जन ऊर्जा का उल्लेख नहीं किया गया था। इसमें बाद में बदलाव किया गया।
कवर निर्णय में कोयले के इस्तेमाल में चरणबद्ध कमी लाने और अकुशल जीवाश्म ईंधन सब्सिडी को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने का प्रस्ताव जारी रखा। नार्वे की मांग थी कि सभी जीवाश्म ईंधन को चरणबद्ध तरीके से समाप्त किया जाए। भारत और यूरोपीय संघ ने सभी जीवाश्म ईंधनों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने का समर्थन किया था।
सम्मेलन में जलवायु शमन महत्वाकांक्षा को तत्काल बढ़ाने के कार्यक्रम को भी अपनाया गया। 19 नवंबर को जारी शमन कार्यक्रम में इक्विटी और सीबीडीआर (सामान्य लेकिन विभेदित जिम्मेदारी) का कोई उल्लेख नहीं किया गया है।
समान विचारधारा वाले विकासशील देशों (एलएमडीसी), भारत व अफ्रीकी समूह के कहने के बावजूद ऐसा किया गया। इन समूहों का कहना था कि जलवायु शमन कार्यकम को यूएनएफसीसीसी के सीबीडीआर के सिद्धांतों और वार्ता के दौरान इक्विटी द्वारा निर्देशित किया जाना चाहिए।
इसके अलावा 2025 के बाद के जलवायु वित्त (क्लाइमेट फाइनेंस) लक्ष्य निर्धारित किए गए। साथ ही, जलवायु वित्त पर नए सामूहिक मात्रात्मक लक्ष्य और अनुकूलन पर वैश्विक लक्ष्य को भी अपनाया गया, जो वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के वैश्विक लक्ष्य के बराबर है।
सम्मेलन में पेरिस समझौते के अनुच्छेद 6 को भी अपनाने की घोषणा की गई, जिसमें अनुच्छेद 6.2, 6.4 और 6.8 शामिल हैं।
अनुच्छेद 6.2 जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करने के लिए दो राष्ट्रों के बीच उत्सर्जन में कमी के परिणामों के द्विपक्षीय व्यापार से संबंधित है। 6.4 कार्बन क्रेडिट के लिए एक बाजार बनाता है, जबकि 6.8 गैर-बाजार दृष्टिकोण से संबंधित है।
पार्टियां (वार्ताकार) अब इस बात पर सहमत हो गई हैं कि कार्बन क्रेडिट पर जानकारी को गोपनीय रखा जा सकता है, लेकिन इसमें "चाहिए" शब्द जोड़ दिया गया है।
एनर्जी एंड क्लाइमेट इंटेलिजेंस यूनिट के क्लाइमेट एंड एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत लैंड लीड मेट एडम विलियम्स ने कहा कि
पिछले संस्करण में "चाहिए" के बजाय "करेगा" का उपयोग किया गया था। "चाहिए" का अर्थ है "प्रोत्साहित", जबकि इसका अर्थ "जरूरी" होना चाहिए । उन्होंने कहा कि शब्द का वाक्यांश कमजोर हो गया है।