कारोबार की प्रमुख मुद्राएं

विशेषज्ञों ने बताया कि चीन में कोविड संबंधी सख्त पाबंदियां लगने की आशंका से एशियाई मुद्राएं प्रभावित हुईं।
गहना कारोबार का क्या कहना !
त्योहारों में गहनों पर फिदा खरीदारों की दरियादिली से गद्गद् सराफा कारोबारियों को उम्मीद है कि शादी-विवाह के मौसम में भी इनकी मांग मजबूत बनी रह सकती है। पहले से आई मांग को देखते हुए आभूषण निर्माता भी पूरी तैयारी में है। मोटे अनुमान के मुताबिक शादियों में आभूषणों का सालाना कारोबार 1.25 लाख से 1.50 लाख करोड़ रुपये का होता है।
मुंबई ज्वैलर्स एसोसिएशन के सचिव कुमार जैन का कहना है कि पिछले दो साल में लोगों ने कोविड की वजह से कम खरीदारी की और कुछ ने तो शादी विवाह भी टाल दिए। लेकिन इस बार लोग शादियों में दिल खोलकर खर्च करने के मूड में हैं। इस बार शादियों के लिए गहनों की बुकिंग पिछले साल की तुलना में करीब 60 फीसदी अधिक है।
पिछले साल शादी के कुल जमा 80-85 मुहूर्त थे जबकि इस बार करीब 155 मुहूर्त हैं। इससे भी बिक्री ज्यादा होने की उम्मीद है। व्यापारियों का कहना है कि सोने के दाम कोविड काल से कम होने से भी बिक्री बढ़ने की उम्मीद है। कोविड के समय सोना 56,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपर पहुंच गया था जबकि इस समय 50 -52 हजार रुपये के आसपास चल रहा है।
कमाई का मौका! एग्री सेक्टर की कंपनी का आने वाला है IPO, प्राइस बैंड भी हो गया तय - जानिए पूरी डीटेल्स
Upcoming कारोबार की प्रमुख मुद्राएं IPO: DRHP में कंपनी IPO के जरिए 251 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है. IPO 28 नवंबर को खुलेगा और 30 नवंबर को बंद जाएगा. इश्यू में बोली लगाने के लिए इसमें प्राइस बैंड 216-237 रुपए प्रति शेयर तय किया गया है.
Upcoming IPO: दुनियाभर में महंगाई आंकड़ों में आई नरमी से शेयर बाजार में हल्की चमक लौटी है. बाजार के प्रमुख इंडेक्स नए शिखर पर ट्रेड कर रहे हैं. पॉजिटिव सेंटीमेंट के बीच कंपनियां तेजी से पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लेकर आ रही हैं. वैसे भी इस साल नवंबर के महीने में दर्जनों IPO खुले. इस कड़ी में जल्द ही एक और नाम जुड़ने वाला है. क्योंकि एग्रीकेमिकल बनाने वाली कंपनी धर्मराज क्रॉप गार्ड (Dharmraj Crop Guard) का IPO खुलने वाला है. इसके प्राइस बैंड भी तय हो गया है. यह IPO 28 कारोबार की प्रमुख मुद्राएं नवंबर से खुल जाएगा.
कब खुलेगा IPO?
DRHP में कंपनी IPO के जरिए 251 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है. IPO 28 नवंबर को खुलेगा और 30 नवंबर को बंद जाएगा. इश्यू में बोली लगाने के लिए इसमें प्राइस बैंड 216-237 रुपए प्रति शेयर तय किया गया है. इस लिहाज से एक लॉट में 60 शेयर होंगे. रिटेल निवेशक कम से कम एक लॉट और अधिकतम 14 लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं. एक लॉट के लिए 14220 रुपए का भुगतान करना होगा.
कंपनी ने कहा कि IPO में 216 करोड़ रुपए के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी होंगे. शेष रकम ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए रकम जुटाई जाएगी. इसमें मौजूदा निवेशक 14.83 लाख इक्विटी शेयर जारी करेंगे. अपर प्राइस बैंड कारोबार की प्रमुख मुद्राएं पर अहमदाबाद बेस्ड कंपनी 251.15 करोड़ रुपए जुटाएगी. IPO बंद होने के बाद शेयर अलॉटमेंट 5 दिसंबर को हो सकता है. साथ ही लिस्टिंग 8 दिसंबर तक संभव है.
फंड का इस्तेमाल कहां होगा?
IPO से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए किया जाएगा. इसके तहत गुजरात के भरूच में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट तैयार किया जाएगा. इसके अलावा कर्ज भुगतान और सामान्य कॉरपोरेट कार्यों के लिए फंड का इस्तेमाल होगा. IPO के लिए एलारा कैपिटल (इंडिया), (Elara Capital) मानार्क नेटवर्थ कैपिटल (Monarch Networth Capital) बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं.
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सुलह से कारोबार बेअसर
हिंदुजा परिवार द्वारा पारिवारिक झगड़ा खत्म करने के फैसले का समूह के कारोबार के कामकाज करने के तरीके पर कोई असर नहीं पड़ेगा तथा परिवार में संपत्ति का कोई विभाजन नहीं होने वाला है। समूह की प्रमुख कंपनी अशोक लीलैंड के कार्यकारी अध्यक्ष धीरज हिंदुजा ने शुक्रवार को बिजनेस स्टैंडर्ड को यह जानकारी दी।
धीरज, गोपीचंद हिंदुजा के पुत्र हैं, जो चार अरबपति भाइयों में से एक है, जिनमें श्रीचंद (हिंदुजा समूह के चेयरमैन), प्रकाश और अशोक शामिल हैं। इससे पहले शुक्रवार को ब्लूमबर्ग ने खबर दी थी कि चारों भाई पारिवारिक विवाद खत्म करने के लिए सहमत हो गए हैं। ब्लूमबर्ग की खबर में कहा गया है कि ये भाई पूरे यूरोप में फिलहाल उस झगड़े की मुकदमेबाजी रोकने के लिए सहमत हो गए हैं, जो कभी एकजुट रहे ब्रिटिश-भारतीय समूह को बांट रहा था।
धीरज ने बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ एक विशेष बातचीत में कहा ‘मैं आपको केवल इतना बता सकता हूं कि किसी भी मामले में कारोबार पर असर नहीं पड़ा रहा है। कारोबार सामान्य रूप से चल रहा है। यह बिल्कुल साफ है कि समूह की किसी भी कंपनी के परिचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।’
गहना कारोबार का क्या कहना !
त्योहारों में गहनों पर फिदा खरीदारों की दरियादिली से गद्गद् सराफा कारोबारियों को उम्मीद है कि शादी-विवाह के मौसम में भी इनकी मांग मजबूत बनी रह सकती है। पहले से आई मांग को देखते हुए आभूषण निर्माता भी पूरी तैयारी में है। मोटे अनुमान के मुताबिक शादियों में आभूषणों का सालाना कारोबार 1.25 लाख से 1.50 लाख करोड़ रुपये का होता है।
मुंबई ज्वैलर्स एसोसिएशन के सचिव कुमार जैन का कहना है कि पिछले दो साल में लोगों ने कोविड की वजह से कम खरीदारी की और कुछ ने तो शादी विवाह भी टाल दिए। लेकिन इस बार लोग शादियों में दिल खोलकर खर्च करने के मूड में हैं। इस बार शादियों के लिए गहनों की बुकिंग पिछले साल की तुलना में करीब 60 फीसदी अधिक है।
पिछले साल शादी के कुल जमा 80-85 मुहूर्त थे जबकि इस बार करीब 155 मुहूर्त हैं। इससे भी बिक्री ज्यादा होने की उम्मीद है। व्यापारियों का कहना है कि सोने के दाम कोविड काल से कम होने से भी बिक्री बढ़ने की उम्मीद है। कोविड के समय सोना 56,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपर पहुंच गया था जबकि इस समय 50 -52 हजार रुपये कारोबार की प्रमुख मुद्राएं के आसपास चल रहा है।
शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे टूटकर 81.81 पर आया
विदेशी बाजारों में अमेरिकी डॉलर की मबजूती और विदेशी पूंजी की निकासी जारी रहने के बीच रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 14 पैसे टूटकर 81.81 पर आ गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 81.81 पर खुला, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 14 पैसे की गिरावट दर्शाता है।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 12 पैसे की तेजी के साथ 81.67 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 107.16 पर पहुंच गया।