विदेशी मुद्रा फोरम

संकेतक रणनीति

संकेतक रणनीति

यह रणनीति बहुत सरल है और केवल मानक संकेतक का उपयोग शामिल है, लेकिन यह और अधिक आधुनिक और जटिल प्रणालियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए इसे नहीं रोकता है।

ओलिंप चेतावनी सूचक व्यापार

पाठकों से कई अनुरोधों के अनुसार, मैं जाना जाता संकेतकों पर इस लेख साझा करने के लिए फैसला किया बाइनरी विकल्पों दलाल Olymp व्यापार। व्यक्तिगत रूप से, मैं कंपनी नहीं बेचते में हूँ और इसलिए इस एक विज्ञापन नहीं है, बल्कि एक प्रतिक्रिया सामान्य प्रश्नों के मैं यह सिफारिश नहीं कर सकते। आगे देखते हुए, मैं कहता हूँ होगा कि इस तरह के संकेतक के उपयोग ज्यादा करने संकेतक रणनीति के लिए आसान हो जाएगा ऑनलाइन TradingView.

उपलब्ध ओलिंप व्यापार संकेतकों की सूची

मंच व्यापार ओलिंप कुछ के शस्त्रागार में है मानक तकनीकी उपकरण:

• SMA - सरल चलती औसत है, जो लगभग किसी भी टर्मिनल है,

• परवलयिक - जाना जाता एसएआर प्रवृत्ति लगभग 40 साल पहले वेलेस वाइल्डर द्वारा विकसित सूचक है, और औसत चलती के अनुरूप है;

• एमएसीडी - सबसे लोकप्रिय तकनीकी विश्लेषण संकेतक, गेराल्ड एप्पल द्वारा प्रतिनिधित्व समेकन में व्यापार करने में से एक;

• RSI - सापेक्ष शक्ति सूचकांक, पैराबोलिक एसएआर के निर्माता द्वारा विकसित और एक दोलक के रूप में प्रयोग किया जाता है;

• स्टोकेस्टिक - संकेतक रणनीति लोकप्रिय Stochastics रेंज में व्यापार करने के लिए;

• बोलिंगर बैंड - तथाकथित बोलिंगर बैंड, एक बहुत प्रसिद्ध और इस दिन प्रवृत्ति सूचक के लिए प्रभावी;

• भावना - एक संदिग्ध खरीद और बिक्री पर खुला पदों के अनुपात दिखा सूचक (शायद डेटा केवल के साथ ग्राहकों को ओलिंप व्यापार लिया जाता है)। कई बड़े दलालों खरीदार और विक्रेता के अनुपात के बारे में अधिक विश्वसनीय आंकड़े उपलब्ध कराते हैं।

ऊपर उपकरणों के सभी मुख्य मंच खिड़की की धारा "सूचक" में हैं।

ओलिंप व्यापार संकेतक

"तकनीकी विश्लेषण" में, के रूप में नीचे स्क्रीनशॉट में दिखाया गया है, एक विशेष रूप (प्रवृत्ति, दोलन और अन्य) में मगरमच्छ संकेतक रणनीति बिल विलियम्स और कई अन्य संकेतक के आराम करने के लिए जोड़ा गया था।

ओलिंप व्यापार संकेतक

इस चार्ट में कुछ उपयोगी मानक संकेतक है, लेकिन व्यापार करने के लिए पहुँच नहीं है। इसलिए, आप चित्रमय विश्लेषण, जो मैं नीचे चर्चा करेंगे की एक बहुत अधिक सुविधाजनक स्रोत का उपयोग कर सकते हैं।

ओलिंप व्यापार प्रदर्शन सेटिंग

सभी पहले उल्लेख संकेतक कई प्रसिद्ध TradingView ऑनलाइन मंच में स्वतंत्र रूप से उपलब्ध हैं (अनुभाग "लाइव अनुसूची"), प्लस संलेखन का एक सेट, analogues नहीं होने चाहिए।

ओलिंप व्यापार संकेतक

खुद के लिए मुझे लगता है कि मंच के कई फायदे की पहचान की है:

• एक अच्छा डिजाइन और अलग अलग-अलग सेटिंग की एक बड़ी संख्या;
• अच्छी तरह से ज्ञात व्यापारियों और उन TradingView, जो काफी व्यापार के स्तर को बढ़ा सकते हैं द्वारा विकसित कॉपीराइट संकेतक की एक विस्तृत श्रृंखला;
• विश्वसनीय स्रोत उद्धरण - एक दलाल से कीमतों की जांच के लिए कुछ है;
• कोई अंतराल, और समस्या निवारण।

एक साधारण रणनीति संकेतकों पर व्यापार करने के लिए ओलिंप व्यापार

सफलतापूर्वक व्यापार करने के लिए एक बार में सभी संकेतक का उपयोग करें - कम से कम मूर्ख। अधिकांश व्यापारियों खुद के लिए ले जाएगा 1-2 वे सूचक की जरूरत है। उदाहरण के लिए, बोलिंगर बैंड अवधि 20 और अवधि 14 साथ स्टोकेस्टिक दोलक साथ रुझान।

• समय अवधि और समाप्ति समय - किसी भी;
वित्तीय साधनों • - सबसे अधिक अस्थिर EURUSD, USDJPY, GBPUSD, धातु सोना ले जा सकते हैं (XAUUSD);
• व्यापार समय - यूरोपीय और अमेरिकी कारोबारी सत्र लगभग 10: 00 मास्को समय;
• यदि संभव हो, कोई महत्वपूर्ण खबर।

लेन-देन में प्रवेश बिंदु बाजार स्थिति (प्रवृत्ति या सीमा) पर निर्भर है। बाजार स्पष्ट रूप से व्यक्त किया जाता है और दिशात्मक आंदोलन, व्यापार, औसत बैंड बोलिंगर बैंड के आधार पर है। Intuitively, यह निम्न छवि (स्थिति के लिए प्रवेश द्वार हरे वृत्त में प्रकाश डाला) में देखा जा सकता है।

ओलिंप व्यापार संकेतक


एक अन्य मामले में, जब बाजार एक संकेतक रणनीति गलियारे का गठन, और यह नहीं किस दिशा में स्पष्ट है, कीमतों के लिए कदम Stochastic थरथरानवाला उपयोग करने के लिए है।

ओलिंप व्यापार संकेतक


यह रणनीति बहुत सरल है और केवल मानक संकेतक का उपयोग शामिल है, लेकिन यह और अधिक आधुनिक और जटिल प्रणालियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए इसे नहीं रोकता है।

नोट: जोखिम प्रबंधन नियमों के बारे में मत भूलना (- से अधिक नहीं 2-5% एक लेन-देन, यह वांछनीय जमा से अधिक 10% जोखिम के लिए नहीं, को तितर-बितर है)।

निष्कर्ष

ओलिंप व्यापार ब्रोकर संकेतक आज उपलब्ध सबसे सुविधाजनक विकल्प से बहुत दूर हैं। सामान्य तौर पर, प्रस्तुत उपकरणों का सेट मानक है और लगभग किसी भी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में उपलब्ध है, उदाहरण के लिए Binomo। जब बाइनरी विकल्पों के साथ काम काफी आसान और TradingView से सेवा का उपयोग करने के लिए सुविधाजनक है।

संकेतक रणनीति

Binomo . पर मोमबत्ती की बत्ती

बिनोमो के व्यापार में मोमबत्ती की बत्ती का उपयोग कैसे करें

व्यापारी अपने व्यापारिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए कई टूल और संकेतकों का उपयोग कर रहे हैं। चुनने के लिए कई विकल्प हैं। कभी-कभी, यह किस्म आपको इतना अवशोषित कर सकती है, आप भूल जाते हैं

एक रंग की कैंडलस्टिक्स गिनना

संकेतकों के बिना व्यापार? बिनोमो व्यापारियों के लिए एकदम नई रंगीन मोमबत्ती रणनीति

ट्रेडर्स की दुनिया में लेनदेन को खोलने और बंद करने के लिए सर्वोत्तम बिंदुओं संकेतक रणनीति को खोजने के लिए संकेतकों का उपयोग करना बहुत आम है। लेकिन क्या यह वाकई जरूरी है? हालांकि संकेतक वास्तव में हैं

बिनोमो पर अग्रणी और पिछड़ने वाले संकेतक

बिनोमो प्लेटफॉर्म पर लीडिंग और लैगिंग इंडिकेटर्स ने समझाया

व्यापारी तकनीकी विश्लेषण में संकेतकों का उपयोग करते हैं। यह वास्तव में कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप दिन के कारोबार या स्विंग ट्रेडिंग को पसंद करते हैं। संकेतक हमेशा मददगार होते हैं। वे के व्यवहार के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं

बिनोमो पर छिपे हुए मतभेद

छिपे हुए विचलन - सर्वोत्तम मूल्य पर प्रवृत्ति में कैसे शामिल हों

व्यापारी मूल्य वृद्धि या मूल्य में कमी के लिए लेनदेन खोलते और बंद करते हैं। पकड़ सबसे अच्छे क्षण में ऐसा करना है। इसका मतलब है कम कीमत पर खरीदना

बिनोमो रणनीति मूल्यांकन

बेहतर परिणामों के लिए अपनी बिनोमो रणनीति का मूल्यांकन कैसे करें

ट्रेडिंग मूल रूप से मूल्य वृद्धि या कमी के लिए लेनदेन खोल रहा है। लेकिन इसे कुशलतापूर्वक करने के लिए, आपको कुछ चीजों की आवश्यकता है। ऐसी चीजों में से एक है विश्वसनीय ट्रेडिंग

© 2022। सर्वाधिकार सुरक्षित।

यह वेबसाइट आपके अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कुकीज़ का उपयोग करती है । हम मानते हैं कि आप इससे सहमत हैं लेकिन यदि आप चाहें तो इससे बाहर आ सकते हैं|स्वीकार करें विस्तार में पढ़ें

गोपनीयता अवलोकन

वेबसाइट के माध्यम से नेविगेट करते समय यह वेबसाइट आपके अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कुकीज़ का उपयोग करती है। इन कुकीज़ में से, आवश्यक के रूप में वर्गीकृत किए गए कुकीज़ आपके ब्राउज़र पर संग्रहीत किए जाते हैं क्योंकि वे वेबसाइट की बुनियादी कार्यक्षमता के काम के लिए आवश्यक हैं। हम तृतीय-पक्ष कुकीज़ का भी उपयोग करते हैं जो हमें विश्लेषण करने और समझने में मदद करते हैं कि आप इस वेबसाइट का उपयोग कैसे करते हैं। ये कुकीज़ केवल आपकी सहमति से आपके ब्राउज़र में संग्रहीत की जाएंगी। आपके पास इन कुकीज़ को ऑप्ट-आउट करने का विकल्प भी है। लेकिन इनमें से कुछ कुकीज़ को चुनने से आपके ब्राउज़िंग अनुभव पर असर पड़ सकता है।

वेबसाइट को ठीक से काम करने के लिए आवश्यक कुकीज़ बिल्कुल आवश्यक हैं। इस श्रेणी में केवल कुकीज़ शामिल हैं जो वेबसाइट की बुनियादी कार्यक्षमता और सुरक्षा सुविधाओं को सुनिश्चित करती हैं। ये कुकीज़ किसी भी व्यक्तिगत जानकारी को संग्रहीत नहीं करती हैं।

आकांक्षी ब्लाक में विकास के लिए बनी साझा रणनीति

Varanasi Bureau

वाराणसी ब्यूरो
Updated Thu, 07 Jul 2022 11:00 PM IST

A common strategy for development in the aspirational block

ज्ञानपुर। शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, कृषि एवं जल संसाधन सहित पांच क्षेत्रों में अन्य ब्लाकों की तुलना में विकास से पिछड़े जिल के औराई ब्लाक को आकांक्षी ब्लाकों में शामिल किया गया है। इसलिए यहां विकास कार्यों के लिए विशेष रणनीति बनायी जा रही है। बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने कई विभागों के साथ बैठक विकास के लिए साझा रणनीति पर चर्चा की।
डीएम ने कहा कि आकांक्षी ब्लाक में विभिन्न कार्य कराकर विकास को तेज करने की जरूरत है। इस ब्लाक में स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास, आधारभूत संरचना के तहत कुल 75 इंडीकेटर पर पर काम किया जा रहा है। इन्हीं संकेतकों पर चयनित ब्लाक संकेतक रणनीति का अनुश्रवण किया गया। स्वास्थ्य एवं पोषण के 23 बिन्दुओं के विकास कार्यो पर 30 प्रतिशत वेटेज दिया गया है। जिसमें बाल विकास पुष्टाहार, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के विभिन्न घटकों के कार्यो पर बल दिया गया है। शिक्षा के 13 घटकों पर 30 प्रतिशत वेटेज के साथ प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के विभिन्न उप घटकों पर जोर दिया गया है। कृषि व जलसंसाधन के 15 संकेतको के साथ 20 प्रतिशत भारंक देते हुए कृषि, पशुपालन, उद्यान व ग्रामीण विकास के विभिन्न उप घटकों पर फोकस कार्य किया जा रहा है। वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास के 16 संकेतकों को 10 प्रतिशत भारंक के साथ संस्थागत वित्त व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास एवं ग्रामीण विकास के विभिन्न उप खण्डों पर जोर दिया गया है। आधारभूत संरचना के 8 संकेतकों पर 10 प्रतिशत भारंक के साथ पंचायती राज, ऊर्जा, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स तथा ग्रामीण विकास पर बल दिया गया है। जिलाधिकारी ने औराई उप जिलाधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि औराई आकांक्षी विकास खण्ड को विकास के समग्र आयामों से आच्छादित किया जाए।

ज्ञानपुर। शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, कृषि एवं जल संसाधन सहित पांच क्षेत्रों में अन्य ब्लाकों की तुलना में विकास से पिछड़े जिल के औराई ब्लाक को आकांक्षी ब्लाकों में शामिल किया गया है। इसलिए यहां विकास कार्यों के लिए विशेष रणनीति बनायी जा रही है। बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने कई विभागों के साथ बैठक विकास के लिए साझा रणनीति पर चर्चा की।


डीएम ने कहा कि आकांक्षी ब्लाक में विभिन्न कार्य कराकर विकास को तेज करने की जरूरत है। इस ब्लाक में स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास, आधारभूत संरचना के तहत संकेतक रणनीति कुल 75 इंडीकेटर पर पर काम किया जा रहा है। इन्हीं संकेतकों पर चयनित ब्लाक का अनुश्रवण किया गया। स्वास्थ्य एवं पोषण के 23 बिन्दुओं के संकेतक रणनीति विकास कार्यो पर 30 प्रतिशत वेटेज दिया गया है। जिसमें बाल विकास पुष्टाहार, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के विभिन्न घटकों के कार्यो पर बल दिया गया है। शिक्षा के 13 घटकों पर 30 प्रतिशत वेटेज के साथ प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के विभिन्न उप घटकों पर जोर दिया गया है। कृषि व जलसंसाधन के 15 संकेतको के साथ 20 प्रतिशत भारंक देते हुए कृषि, पशुपालन, उद्यान व ग्रामीण विकास के विभिन्न उप घटकों पर फोकस कार्य किया जा रहा है। वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास के 16 संकेतकों को 10 प्रतिशत भारंक के साथ संस्थागत वित्त व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास एवं ग्रामीण विकास के विभिन्न उप खण्डों पर जोर दिया गया है। आधारभूत संरचना के 8 संकेतकों पर 10 प्रतिशत भारंक के साथ पंचायती राज, ऊर्जा, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स तथा ग्रामीण विकास पर बल दिया गया है। जिलाधिकारी ने औराई उप जिलाधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि औराई आकांक्षी विकास खण्ड को विकास के समग्र आयामों से आच्छादित किया जाए।

अंतरराष्ट्रीय रेटिंग न गिरे इसलिए सरकार ने बनाई तिकड़म वाली रणनीति?

अर्थव्यवस्था, लोकतंत्र जैसे पैमाने पर जब भारत की रेटिंग गिर रही थी तो सरकार ने क्या किया? क्या कमियों को सुधार करने की कोशिश की गई या फिर 'तिकड़म' से निपटने का प्रयास?

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें

दुनिया भर में प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों द्वारा जब भारत को लेकर नकारात्मक टिप्पणियाँ की जा रही थीं और नकारात्मक रेटिंग आने की आशंका थी तो सरकार इससे निपटने के लिए रणनीति बना रही थी। तो क्या सरकार को जम्मू-कश्मीर से जुड़े अनुच्छेद 370 में बदलाव, बीजेपी की 'हिंदू राष्ट्रवादी' पार्टी होने की छवि, विवादित एनआरसी जैसे मुद्दों की वजह से देश की सॉवरेन रेटिंग गिरने का डर था? और क्या सरकार ने ऐसी रणनीति बनाई कि उसके असर से अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने उस रेटिंग में सुधार हो? और क्या उससे सुधार हुआ? उन 'नकारात्मक' रेटिंग पर सरकार की गुप्त रणनीति को लेकर 'द इंडियन एक्सप्रेस' ने कई खुलासे किए हैं।

अख़बार की रिपोर्ट में कहा गया है कि जब देश में 2020 के मध्य में कोविड -19 महामारी की पहली लहर थी तब वित्त मंत्रालय का आर्थिक विभाग वैश्विक थिंक-टैंक, सूचकांकों और मीडिया द्वारा भारत पर 'नकारात्मक टिप्पणी' का मुकाबला करने के लिए एक मसौदा तैयार कर रहा था। उसको चिंता थी कि इससे सॉवरेन रेटिंग को बेहद ख़राब स्थिति में डाउनग्रेड किया जा सकता है। इसकी रणनीति को लेकर एक प्रजेंटेशन यानी प्रस्तुति दी गई थी।

अख़बार की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह देखते हुए कि 2019-20 में अधिकांश रिपोर्टों ने भारत पर नकारात्मक टिप्पणी का अनुमान लगाया, उस प्रस्तुति में उल्लेख किया गया, "विशेष रूप से 2019 का जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनकी 'हिंदू राष्ट्रवादी' भारतीय जनता पार्टी द्वारा विवादित धार्मिक स्थल पर हिंदू मंदिर के निर्माण को हमारे देश के 'मुसलमानों को निशाना बनाने' और 'धर्मनिरपेक्ष प्रकृति को ख़तरा' के रूप में देखा जाता है।"

रिपोर्ट में कहा गया है कि जून 2020 में वित्त मंत्रालय में तत्कालीन प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने एक प्रस्तुति तैयार की थी। यह प्रस्तुति थी- "भारत की संप्रभु रेटिंग को प्रभावित करने वाले विषयपरक कारक: हम इसके बारे में क्या कर सकते हैं?"। यह प्रस्तुति सरकार के भीतर आंतरिक सर्कुलेशन के लिए थी। सान्याल अब प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य हैं।

रिपोर्ट के अनुसार 36-पृष्ठ की प्रस्तुति में कहा गया है कि किसी देश की संप्रभु रेटिंग का 18-26 प्रतिशत शासन, राजनीतिक स्थिरता, कानून के शासन, भ्रष्टाचार, प्रेस की स्वतंत्रता जैसे आकलनों वाले विषयपरक फैक्टरों पर आधारित होता है।

उस प्रस्तुति के अनुसार, 'ज्यादातर मामलों में इन विषयपरक कारकों पर भारत की रैंकिंग उसके समकक्षों से काफी नीचे है। यह इसकी संप्रभु रेटिंग को नीचे गिराता है।' उसमें सान्याल के हवाले से कहा गया कि रेटिंग एजेंसियों ने इन विषयपरक कारकों के लिए विश्व बैंक के संकेतक रणनीति विश्व शासन संकेतक को एक प्रॉक्सी के रूप में इस्तेमाल किया। ये संकेतक के निर्माण में पश्चिमी प्रेस या एनजीओ के सर्वेक्षणों और मुट्ठी भर शिक्षाविदों के आकलन का योगदान होता है।

अख़बार ने उस प्रस्तुति के हवाले से लिखा है, 'एक ख़तरा है कि हम थिंक टैंक, सर्वेक्षण एजेंसियों और अंतरराष्ट्रीय मीडिया द्वारा भारत पर नवीनतम नकारात्मक टिप्पणी के कारण विश्व शासन संकेतक स्कोर में गिरावट देख सकते हैं। यह संभवत: हमारी सॉवरेन रेटिंग को नीचे डाउनग्रेड कर सकता है। इसलिए इन थिंक-टैंक और सर्वेक्षण एजेंसियों तक पहुँचना और सामान्य रूप से भारत के बारे में सकारात्मक नैरेटिव तैयार करना बेहद ज़रूरी है।'

रिपोर्ट के अनुसार सान्याल ने कहा था कि भारत के बारे में लगातार नकारात्मक टिप्पणी भी सॉवरेन रेटिंग एजेंसियों की राय बना रही थी, और इस तरह की राय पर वित्त मंत्रालय के विरोध का कोई परिणाम नहीं निकला। उस प्रस्तुत में कहा गया, 'अनुभव है कि रेटिंग एजेंसियाँ ​​​​आम तौर पर आगे बढ़ेंगी और उसे प्रकाशित करेंगी।'

द इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि संपर्क किए जाने पर सान्याल ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा, 'हम आंतरिक प्रस्तुतियों पर कभी टिप्पणी नहीं करते हैं।'

तो सवाल है कि क्या इससे रेटिंग एजेंसियों ने भारत की रेटिंग में सुधार किया? अख़बार ने लिखा है कि सरकार ने आने वाले महीनों में सॉवरेन रेटिंग एजेंसियों से संपर्क किया। उस प्रस्तुति के बाद के समय में भारत की रेटिंग में उतार-चढ़ाव का ज़िक्र किया गया है। रिपोर्ट में एक मिसाल दी गई है कि 5 अक्टूबर, 2021 को मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने लगभग दो वर्षों के बाद एक संशोधन में भारत की सॉवरेन रेटिंग को 'नकारात्मक' से 'स्थिर' कर दिया, जिससे किसी भी रेटिंग डाउनग्रेड की संभावना कम हो गई। रिपोर्ट है कि इस मामले में मूडीज और फिच रेटिंग्स दोनों ने द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा भेजे गए प्रश्नों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

रेटिंग: 4.42
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 685
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *