भारत में इक्विटी में व्यापार कैसे करें

डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है

डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है
Web 3.0 Kya Hai ultimate guider

कैसे Web2 को पूरी तरह से रिप्लेस कर सकती है Web3 टेक्नोलॉजी?

कैसे Web2 को पूरी तरह से रिप्लेस कर सकती है Web3 टेक्नोलॉजी?

आज टेक्नोलॉजी के दौर में हर किसी की जुबां पर Web3 का नाम है. लेकिन जब आप इसकी शौहरत को एक पल के लिए अलग रख देते हैं, तो एक सवाल मन में जरूर उठता है: क्या ये प्रोजेक्ट पूरी तरह से Web2 को रिप्लेस कर सकता है. अगर हां, तो यह कैसे होगा?

Google और Facebook (अब Meta) जैसी दिग्गज कंपनियों ने Web2 के युग में ग़ज़ब की शौहरत हासिल की. इन कंपनियों ने न सिर्फ अरबों डॉलर का मुनाफा कमाया, बल्कि इंटरनेट पर अपनी धाक जमाई. लेकिन उनकी ये धाक निरंतर कायम रहे; इसकी गारंटी नहीं है. वेब का 30 साल का इतिहास इसी तरह की कई बड़ी कंपनियों के पतन की कहानियों से भरा पड़ा है. MySpace उनमें से एक उल्लेखनीय उदाहरण है.

यूजर्स के डेटा का इस्तेमाल कैसे किया जाता है, इस बात की चिंता हमेशा बनी रहती है. साथ ही यह भी सामने आया है कि कंटेंट क्रिएटर्स को उनकी कड़ी मेहनत के लिए उचित मेहनताना नहीं दिया जा रहा है. Web3 खुद को एक लोकतांत्रिक ताकत के रूप में स्थापित कर रहा है जो जनता के हाथों में सत्ता वापस रखता है. यहां तक कि Web 2 दिग्गज खुद भी इस नए दृष्टिकोण की क्षमता को देखते हैं. लगभग एक साल हो गया है जब डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है फेसबुक ने अपना नाम बदलकर मेटा कर दिया और मेटावर्स पर ध्यान केंद्रित करने की योजना की घोषणा की.

जबकि Web3 स्टार्टअप्स की दृष्टि और महत्वाकांक्षा की सराहना की जानी है, अभी भी ऐसी चुनौतियां हैं जिनसे निपटने की जरूरत है. आलोचक ठीक ही कुछ ब्लॉकचेन की अधिक ऊर्जा खपत की ओर इशारा करते हैं - विशेष रूप से वे जो Proof-of-Work मैकेनिज्म पर आधारित हैं. उनका तर्क है कि हक़ीक़त में जैसा खेल का मैदान होता है, ठीक वैसा ही ऑनलाइन बनाना पर्यावरण की कीमत पर नहीं हो सकता. और बड़ी संख्या में DeFi प्रोटोकॉल और क्रॉस-चेन ब्रिज हैकिंग का शिकार हो रहे हैं जिससे अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा है. ऐसे में सुरक्षा मुद्दों को भी ध्यान में रखना सर्वोपरि है.

web3-story-what-is-necessary-for-web3-to-fully-replace-web2

Web3 प्रोजेक्ट्स के लिए अपनी पूरी क्षमता हासिल करने के लिए, जिस इन्फ्रास्ट्रक्चर पर वे भरोसा करते हैं, उसके लिए पूरी तरह से डिसेंट्रलाइज्ड डेटा मैनेजमेंट की जरूरत होती है. इसका मतलब है कि Amazon Web Services जैसे सेंट्रलाइज्ड क्लाउड प्रोवाइडर्स पर निर्भरता को समाप्त करना. मालिकों को भी ड्राइविंग सीट पर होना चाहिए, और ब्लॉकचेन को अपरिवर्तनीय, सस्ती और अधिक पर्यावरण के प्रति जागरूक होना चाहिए. इन सभी बातों को अमल में लाना कोई मामूली उपलब्धि नहीं है.

बड़ा आइडिया, बड़ी चुनौतियां

मेटावर्स का मार्केट 1 ट्रिलियन डॉलर का हो सकता है. ये कयास JPMorgan ने लगाए हैं. मेटावर्स म्यूजिक इंडस्ट्री को पुनर्जीवित कर सकती है. यह हमारे काम करने और खेलने के तरीके को फिर से शुरू कर सकती है. लेकिन इससे पहले कि वर्चुअल वर्ल्ड वास्तव में मुख्यधारा में आए, सुरक्षा और गोपनीयता की चुनौतियों को दूर डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है करना होगा. इसे अपनाने में इंटरऑपरेबिलिटी रिस्क की कमी भी रास्ते का रोड़ा बन रही है. और जबकि शुरुआती दिनों में इंटरनेट बहुत धीमा था, मेटावर्स के पास प्रयोग करने योग्य और सहज ज्ञान युक्त होने से पहले एक लंबा रास्ता तय करना है. ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करने वाले लोगों की आकांक्षा बिना साकार किए भी अभी कुछ दूर है.

यह हमारे सामने कुछ दूसरे उदाहरण भी लाता है जो ब्लॉकचेन के लिए प्रस्तावित किए गए हैं. कई उद्यमियों का दृढ़ विश्वास है कि ये अपरिवर्तनीय बहीखाता स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को 21वीं सदी में खींच सकते हैं. इससे यह सुनिश्चित होगा कि मेडिकल रिकॉर्ड ठीक से डिजीटल हैं और आसानी से सुविधाओं के बीच स्थानांतरित हो गए हैं. यहाँ समस्या है: यह एक ऐसा उद्योग है जिसमें प्रचुर मात्रा में डेटा है, और रोगी की गोपनीयता सर्वोपरि है. नेटवर्क के लिए आगे बड़े अवसर हैं जो इंटरऑपरेबिलिटी, अपरिवर्तनीयता, सुरक्षा, लेनदेन पारदर्शिता और चिकित्सा डेटा संप्रभुता प्राप्त कर सकते हैं. ब्लॉकचेन भी क्रांतिकारी से कम नहीं हो सकता है अगर यह इस जगह में नकली दवाओं की भारी मात्रा से निपटता है - कुछ अनुमानों के मुताबिक मार्के में 10% दवाएं नकली हैं.

web3-story-what-is-necessary-for-web3-to-fully-replace-web2

क्या है तरीका?

Inery एक लेयर 1 ब्लॉकचेन है जिसका उद्देश्य इनमें से कुछ ज्वलंत मुद्दों से निपटना है, जैसे - सिस्टम, एप्लिकेशन और नेटवर्क को जोड़ना. इसका डेटाबेस मैनेजमेंट सॉल्यूशन, IneryDB, चैंपियन हाई थ्रूपुट, कम विलंबता और जटिल क्वेरी खोज - यह सुनिश्चित करते हुए कि डेटा एसेट्स पूरी तरह से उनके मालिकों के कंट्रोल में रहती है.

इस प्रूफ-ऑफ-स्टेक नेटवर्क के पीछे की टीम का कहना है कि यह स्केलेबल है, सिबिल हमलों के लिए प्रतिरोधी, ऊर्जा कुशल, टैम्परप्रूफ और तेज है. यह प्रति सेकंड 5,000 ट्रांजेक्शन प्राप्त करने में सक्षम है, यानि हर आधे सेकंड में नए ब्लॉक बनाए जाते हैं. यह सब सुरक्षा से समझौता किए बिना हासिल किया जाता है.

Inery के सीईओ डॉ नवीन सिंह ने कॉइनटेलीग्राफ को बताया: "Inery के साथ, हमारा प्रयास डेटाबेस मैनेजमेंट के लिए एक सेंट्रलाइज्ड, सुरक्षित और पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ वास्तुकला की कल्पना करने पर केंद्रित हैं. Inery एक किफायती और स्केलेबल समाधान सक्षम करता है जो लोगों को डेटा एसेट्स जारी करने और कंट्रोल करने की अनुमति देता है, डेटा एक्सेसिबिलिटी के लिए एक नया प्रतिमान सक्रिय करने के लिए."

Inery का कहना है कि उसने पहले ही कई बड़े मील के पत्थर हासिल कर लिए हैं, और इसे Huobi पर सूचीबद्ध किया गया है. नेटवर्क का टेस्टनेट अब लॉन्च किया गया है, और इसने GEM के साथ-साथ Metavest और Truth Ventures से 50 मिलियन डॉलर की फंडिंग भी हासिल की है. इसने कुछ बड़ी नामी प्रतिभाओं को भी आकर्षित किया है. Orange Telecom के फाउंडर अब इसके चैयरमेन हैं, और Apple में ग्लोबल मार्केटिंग के एक्स-वीपी एक प्रमुख सलाहकार के रूप में शामिल हो रहे हैं.

भविष्य में कंपनी रणनीतिक साझेदारी में प्रवेश करना चाहती है जो अधिक उद्योगों में अपने सिस्टम के लिए आकर्षक उपयोग के मामलों को अनलॉक करेगी. यह आशा की जाती है कि मेननेट 2023 की पहली तिमाही में लॉन्च होगा. यह डेवलपर्स और यूजर्स के लिए समान रूप से यह पता लगाने का मार्ग प्रशस्त करेगा कि Web3 का भविष्य कैसा दिखना चाहिए.

Cryptocurrency Prices Today: 28 हजार डॉलर के नीचे फिसल गया बिटकॉइन, अन्य क्रिप्टो की कीमत में भी गिरावट

रविवार को ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 1.13 लाख करोड़ डॉलर पर है, जो पिछले दिन के मुकाबले 5.09 प्रतिशत कम है। कुल क्रिप्टो मार्केट वैल्यूम बीते 24 घंटों में 71.55 अरब डॉलर का रहा जो 6.14 फीसद बढ़ा है।

बिटकॉइन

सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसकी बिटकॉइन में बीते कुछ दिनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है। बिटकॉइन की कीमत आज 28,000 डॉलर के नीचे फिसल गई। रविवार दोपहर 2 बजे तक बिटकॉइन की कीमत 27,595.70 डॉलर चल रही थी। बीते चौबीस घंटों में यह चार फीसद की गिरावट है। रविवार की बात करें तो बिटकॉइन में 2.68 फीसद की गिरावट देखने को मिली है।

बता दें कि रविवार को ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 1.13 लाख करोड़ डॉलर पर है, जो पिछले दिन के मुकाबले 5.09 प्रतिशत कम है। कुल क्रिप्टो मार्केट वैल्यूम बीते 24 घंटों में 71.55 अरब डॉलर का रहा जो 6.14 फीसद बढ़ा है।

अन्य क्रिप्टो की कीमतों में भी गिरावट

अन्य क्रिप्टों पर नजर डालें तो रविवार की सुबह डॉगक्वॉइन 12.8 फीसद गिरकर 0.066169 डॉलर पर आ गई। वहीं शीबा इनु 13.4 फीसद से गिरकर 0.00000886 डॉलर पर आ गई। वहीं कार्डानो में 10.9 फीसद की भारी गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट के साथ ही कार्डानों की कीमत 0.522211 डॉलर पर पहुंच गई। वहीं सोना 13.6 फीसद गिरकर 32.43 पर कारोबार कर रहा था।

इसके अलावा पोल्काडॉट, पॉलीगोन समेत अन्य क्रिप्टो में रविवार को गिरावट दर्ज की गई है।

क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं?
क्रिप्टोकरेंसी वास्तव में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल मनी है और इसे क्रिप्टोग्राफी से सुरक्षित किया गया है। क्रिप्टोकरेंसी के मामले में ब्लॉकचेन एक डिजिटल बही-खाता है जिसके डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है इस्तेमाल का अधिकार सिर्फ यूजर को होता है। यह बही खाता कई तरह से एसेट्स के लेनदेन का रिकॉर्ट रखता है। इसमें घर, पैसे आदि जैसे एसेट्स शामिल होते हैं।

ब्लॉकचेन का अधिकार यूजर्स के साथ साझा किया जाता है। यहां मौजूद जानकारियां पूरी तरह पारदर्शी, तात्कालिक और इतनी सुरक्षित होती हैं कि इसे यूजर्स क्या एडमिनिस्ट्रेटर भी इसमें कोई बदलाव नहीं कर सकते।

विस्तार

सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसकी बिटकॉइन में बीते कुछ दिनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है। बिटकॉइन की कीमत आज 28,000 डॉलर के नीचे फिसल गई। रविवार दोपहर 2 बजे तक बिटकॉइन की कीमत 27,595.70 डॉलर चल रही थी। बीते चौबीस घंटों में यह चार फीसद की गिरावट है। रविवार की बात करें तो बिटकॉइन में 2.68 फीसद की गिरावट देखने को मिली है।

बता दें कि रविवार को ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 1.13 लाख करोड़ डॉलर पर है, जो पिछले दिन के मुकाबले 5.09 प्रतिशत कम है। कुल क्रिप्टो मार्केट वैल्यूम बीते 24 घंटों में 71.55 अरब डॉलर का रहा जो 6.14 फीसद बढ़ा है।

अन्य क्रिप्टो की कीमतों में भी गिरावट

अन्य क्रिप्टों पर नजर डालें तो रविवार की सुबह डॉगक्वॉइन 12.8 फीसद गिरकर 0.066169 डॉलर पर आ गई। वहीं शीबा इनु 13.4 फीसद से गिरकर 0.00000886 डॉलर पर आ गई। वहीं कार्डानो में 10.9 फीसद की भारी गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट के साथ डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है ही कार्डानों की कीमत 0.522211 डॉलर पर पहुंच गई। वहीं सोना 13.6 फीसद गिरकर 32.43 पर कारोबार कर रहा था।

इसके अलावा पोल्काडॉट, पॉलीगोन समेत अन्य क्रिप्टो में रविवार को गिरावट दर्ज की गई है।

क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं?
क्रिप्टोकरेंसी वास्तव में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल मनी है और इसे क्रिप्टोग्राफी से सुरक्षित किया गया है। क्रिप्टोकरेंसी के मामले में ब्लॉकचेन एक डिजिटल बही-खाता है जिसके इस्तेमाल का अधिकार सिर्फ यूजर को होता है। यह बही खाता कई तरह से एसेट्स के लेनदेन का रिकॉर्ट रखता है। इसमें घर, पैसे आदि जैसे एसेट्स शामिल होते हैं।


ब्लॉकचेन का अधिकार यूजर्स के साथ साझा किया जाता है। यहां मौजूद जानकारियां पूरी तरह पारदर्शी, तात्कालिक और इतनी सुरक्षित होती हैं कि इसे यूजर्स क्या एडमिनिस्ट्रेटर भी इसमें कोई बदलाव नहीं कर सकते।

Web 3.0 Kya Hai : वेब 3.0 क्या है? वेब 3.0 के बाद इंटरनेट पर इसका असर कैसा होगा।

Web 3.0 Kya Hai ultimate guider

Web 3.0 Kya Hai ultimate guider

अगर आप इंटरनेट पर एक्टिव रहते है तो आपने वेब 3.0 का नाम जरूर सुना होगा। बताया जा रहा है वेब 3.0 आने के बाद इंटरनेट की दुनिया पूरी तरह से बदल जायेगी।

वेब 3.0 को मेटावर्स से भी जोड़कर देखा जा रहा है। अब सवाल उठता है कि वेब 3.0 क्या है। इस लेख मे हम आपको इसे के बारे मे विस्तार से समझने वाले है इसलिए इस लेख को पूरा पढे। वेब 3.0 क्या है।

वेब 3.0 को समझने से पहले आपको वेब 1.0 ये समझना होगा कि आखिर वेब 1.0 क्या होता तभी आप वेब 3.0 को आसानी से समझ पाओगे।

वेब क्या है ? Web Kya Hai

वेब का पूरा नाम वर्ल्ड वाइड वेब होता है जिसे ज्यादातर लोग WWW) के नाम से जानते है। इसकी शुरुआत आज से 32 वर्ष पहले 1989 में की गई थी। जिस समय में इसकी
शुरुआत हुई थी। तब इंटरनेट पर जानकारी केवल टेक्स्ट फॉर्मेट मे ही मौजूद थी। जिसे यूजर्स इंटरनेट पर सर्च करके केवल पढ़ सकते थे।

जिसे Web 1.0 का नाम दिया गया । उसके बाद समय बदला नई नई तकनीक का आविष्कार हुआ । फिर इंटरनेट की दुनिया मे Web 2.0 की शुरुआत हुई। जिसमे यूजर्स कंटेन्ट पढ़ने के अलावा इमेज और वीडियो भी देख सकते है। Web 2.0 भी एक सेंट्रलाइज इंटरनेट बबनकर रह गया। जिसका कंट्रोल किसी प्राइवेट बड़ी कंपनी के पास रहता है।

हम जो इंटरनेट यूज करते है उसे एक तरह से कंट्रोल किया जाता है। ये डिसेंट्रलाइज्ड नहीं है। इंटरनेट यूजर्स ज्यादातर कंटेन्ट गूगल के माध्यम से सर्च करते है। जो एक प्राइवेट कंपनी है। डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है जिसके कारण यूजर्स का डेटा इन कंपनियों के पास पहुच जाता है। जिसका इस्तेमाल वे यूजर की परमिशन के बिना अलग अलग प्रकार से कर सकते है।

यूजर्स के डाटा चोरी करके उसके गलत इस्तेमाल का आरोप फ़ेसबुक , गूगल , अमेजन इत्यादि बड़ी कंपनियों पर लगते रहते है। यानि की ये कंपनिया लोगों के साथ बड़ा खिलवाड़ कर रही है मार्केट मे इनका दूसरा ऑप्शन न होने के बावजूद लोगों का इनका इस्तेमाल मजबूरन करना पड़ता है। इसे पढे :- डीप लर्निंग तकनीक क्या है |

वेब 3.0 क्या है? Web 3.0 Kya Hai

टेक्नोलॉजी में समय के साथ हर चीजे बदलती रहती है। ये बात आप आज से 10, 20 वर्ष पुराने फोन देखकर भी पता लगा सकते है। ऐसे ही इंटरनेट की दुनिया में भी समय के साथ चीजें अपडेट होती रहती है। जिसके कारण अब Web 2.0 का एडवांस वर्जन Web 3.0 मार्केट में या चुका है।

Web 3.0 को अब कोई भी प्राइवेट कंपनी कंट्रोल नहीं कर पाएगी। इसमें कोई कंपनी नहीं होगी। जिसके कारण अब इंटरनेट यूजर अपने कंटेंट का खुद मालिक होगा। इसे भी जरूर पढे : क्वांटम टेक्नोलॉजी क्या है ?

इसे हम आपको आसान भाषा मे समझते है।

Web 2.0 मे फ़ेसबुक , गूगल , अमेजॉन इत्यादि कंपनिया अपने प्लेटफ़ॉर्म को अपने फायदे के लिए अपने अनुसार कंट्रोल करके इस्तेमाल सकती है। कई बार इन कंपनियों पर गलत रिजल्ट दिखने के आरोप भी लगते रहते है।

जैसे कि मेटा कंपनी के पास फेसबुक , इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप जैसे बड़े प्लेटफ़ॉर्म है जिन पर अरबों यूजर मौजद है। ऐसें मे अगर मेटा चाहे तो इन प्लेटफ़ॉर्म पर यूजर के द्वारा पब्लिश होने वाले कंटेन्ट को अपने तरीके से मैनिपुलेट कर सकती है।

Web 3.0 आने के बाद इन कंपनियों की मोनोपॉली समाप्त हो जायेगी। जिसके कारण ये कंपनियां Web 3.0 का विरोध करने में लगी हुई है। इसे भी जरूर पढे : फ़ेसबुक ने अपना नाम बदलकर मेटा क्यों किया।

Web 3.0 पर क्रिप्टो करेंसी की तरह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है। जिसका उद्देश्य यूजर्स के डेटा को डिसेंट्रलाइज करना है।

डिसेंट्रलाइज्ड करेंसी को आसान भाषा में समझा जाए तो इसमें निवेशकों के पैसे किसी बैंक मे नहीं होते है।
अगर किसी कारण वश बैंक दिवालिया हो जाता है तो आपकी करेंसी को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होगा। इसमें फ्रॉड होने के चांस बहुत कम होते है।

ठीक इसी प्रकार वेब 3.0 मे यूजर्स का डाटा ब्लॉकचेन की तरह किसी प्राइवेट सर्वर पर पब्लिश न होकर यूजर की डिवाइस में एन्क्रिप्टेड फॉर्मेट ही रहेगा। लेकिन कोई भी यूजर यह नहीं जान सकेगा। कि आपका डाटा कहा पर रखा। जिसके कारण आपके डाटा के साथ छेड़छाड़ करना, करना संभव नहीं होगा। इसे पढे :- डीप लर्निंग तकनीक क्या है |

आने वाले दिनों मे वेब 3.0 आने के बाद देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा । कि इससे यूजर को कितना फायदा मिलता है।

Web 3.0 से आपकी लाइफ में क्या बदलेगा?

इंटरनेट की दुनिया मे Web 3.0 आने के बाद यूजर के कंटेन्ट का कंट्रोल यूजर के पास ही रहेगा। जिसके बदले मे उन्हे टोकन मिलेंगे। यूजर जिस भी इंटरनेट प्लेटफ़ॉर्म पर अपना कंटेन्ट पब्लिश करेंगे। उसके राइट्स उनके पास ही रहेंगे। यानि कि यूजर अपने डाटा को खुद कंट्रोल कर सकेंगे।

जबकि वर्तमान मे Web 2.0 मे ऐसा नहीं है। यूजर जैसे ही किसी भी प्लेटफ़ॉर्म पर कंटेन्ट पब्लिश करता है। तो वो कंटेन्ट उन प्लेटफ़ॉर्म का ही हो जाता है। जिसे वे अपने हिसाब से इस्तेमाल कर सकते है। इसे भी पढे :- ई प्लेन तकनीक क्या है |

एलन मस्क Web 3.0 के सपोर्ट में नहीं है

Web 3.0 को लेकर गूगल , फ़ेसबुक , ऐमज़ान , ट्विटर , टेसला जैसी बड़ी कंपनी इसके पक्ष मे नहीं है । टेसला के फाउंडर और सीईओ एलन मस्क और ट्विटर के फाउंडकर जैक डोर्सी भी इसके पक्ष मे नहीं है। लेकिन उनका कहना है Web 3.0 पर पिछले दस वर्षों से काम चल रहा है। आने वाले 10 वर्षों मे Web 3.0 Web 2. 0 को रिप्लेस कर देगा। जोकि समय की मांग है।

Cryptocurrency Prices Today: 28 हजार डॉलर के नीचे फिसल गया बिटकॉइन, अन्य क्रिप्टो की कीमत में भी गिरावट

रविवार को ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 1.13 लाख करोड़ डॉलर पर है, जो पिछले दिन के मुकाबले 5.09 प्रतिशत कम है। कुल क्रिप्टो मार्केट वैल्यूम बीते 24 घंटों में 71.55 अरब डॉलर का रहा जो 6.14 फीसद बढ़ा है।

बिटकॉइन

सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसकी बिटकॉइन में बीते कुछ दिनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है। बिटकॉइन की कीमत आज 28,000 डॉलर के नीचे फिसल गई। रविवार दोपहर 2 बजे तक बिटकॉइन की कीमत 27,595.70 डॉलर चल रही थी। बीते चौबीस घंटों में यह चार फीसद की गिरावट है। रविवार की बात करें तो बिटकॉइन में 2.68 फीसद की गिरावट देखने को मिली है।

बता दें कि रविवार को ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 1.13 लाख करोड़ डॉलर पर है, जो पिछले दिन के मुकाबले 5.09 प्रतिशत कम है। कुल क्रिप्टो मार्केट वैल्यूम बीते 24 घंटों में 71.55 अरब डॉलर का रहा जो 6.14 फीसद बढ़ा है।

अन्य क्रिप्टो की कीमतों में भी गिरावट

अन्य क्रिप्टों पर नजर डालें तो रविवार की सुबह डॉगक्वॉइन 12.8 फीसद गिरकर 0.066169 डॉलर पर आ गई। वहीं शीबा इनु 13.4 फीसद से गिरकर 0.00000886 डॉलर पर आ गई। वहीं कार्डानो में 10.9 फीसद की भारी गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट के साथ ही कार्डानों की कीमत 0.522211 डॉलर पर पहुंच गई। वहीं सोना 13.6 फीसद गिरकर 32.43 पर कारोबार कर रहा था।

इसके अलावा पोल्काडॉट, पॉलीगोन समेत अन्य क्रिप्टो में रविवार को गिरावट दर्ज की गई है।

क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं?
क्रिप्टोकरेंसी वास्तव में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल मनी है और इसे क्रिप्टोग्राफी से सुरक्षित किया गया है। क्रिप्टोकरेंसी के मामले में ब्लॉकचेन एक डिजिटल बही-खाता है जिसके इस्तेमाल का अधिकार सिर्फ यूजर को होता है। यह बही खाता कई तरह से एसेट्स के लेनदेन का रिकॉर्ट रखता है। इसमें घर, पैसे आदि जैसे एसेट्स शामिल होते हैं।

ब्लॉकचेन का अधिकार यूजर्स के साथ साझा किया जाता है। यहां मौजूद जानकारियां पूरी तरह पारदर्शी, तात्कालिक और इतनी सुरक्षित होती हैं कि इसे यूजर्स क्या एडमिनिस्ट्रेटर भी इसमें कोई बदलाव नहीं कर सकते।

विस्तार

सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसकी बिटकॉइन में बीते कुछ दिनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है। बिटकॉइन की कीमत आज 28,000 डॉलर के नीचे फिसल गई। रविवार दोपहर 2 बजे तक बिटकॉइन की कीमत 27,595.डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है 70 डॉलर चल रही थी। बीते चौबीस घंटों में यह चार फीसद की गिरावट है। रविवार की बात करें तो बिटकॉइन में 2.68 फीसद की गिरावट देखने को मिली है।

बता दें कि रविवार को ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 1.13 लाख करोड़ डॉलर पर है, जो पिछले दिन के मुकाबले 5.09 प्रतिशत कम है। कुल क्रिप्टो मार्केट वैल्यूम बीते 24 घंटों में 71.55 अरब डॉलर का रहा जो 6.14 फीसद बढ़ा है।

अन्य क्रिप्टो की कीमतों में भी गिरावट

अन्य क्रिप्टों पर नजर डालें तो रविवार की सुबह डॉगक्वॉइन 12.8 फीसद गिरकर 0.066169 डॉलर पर आ गई। वहीं शीबा इनु 13.4 फीसद से गिरकर 0.00000886 डॉलर पर आ गई। वहीं कार्डानो में 10.9 फीसद की भारी गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट के साथ ही कार्डानों की कीमत 0.522211 डॉलर पर पहुंच गई। वहीं सोना 13.6 फीसद गिरकर 32.43 पर कारोबार कर रहा था।

इसके अलावा पोल्काडॉट, पॉलीगोन समेत अन्य क्रिप्टो में रविवार को गिरावट दर्ज की गई है।

क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं?
क्रिप्टोकरेंसी वास्तव में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल मनी है और इसे क्रिप्टोग्राफी से सुरक्षित किया गया है। क्रिप्टोकरेंसी के मामले में ब्लॉकचेन एक डिजिटल बही-खाता है जिसके इस्तेमाल का अधिकार सिर्फ यूजर को होता है। यह बही खाता कई तरह से एसेट्स के लेनदेन का रिकॉर्ट रखता है। इसमें घर, पैसे आदि जैसे एसेट्स शामिल होते हैं।


ब्लॉकचेन का अधिकार यूजर्स के साथ साझा किया जाता है। यहां मौजूद जानकारियां पूरी तरह पारदर्शी, तात्कालिक और इतनी सुरक्षित होती हैं कि इसे यूजर्स क्या एडमिनिस्ट्रेटर भी इसमें कोई बदलाव नहीं कर सकते।

रेटिंग: 4.83
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 333
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *