रुझान रेखाएं

रुझान रेखाएं
दिल्ली मेट्रो ने सफलतापूर्वक पिंक लाइन ऑफ चरण -3 शुरू करने के बाद, अब यह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र.
नई आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती में झांकना देखें
प्रेजग्यूइड नई आंध्र प्रदेश की राजधानी के मास्टरप्लन की जांच करता है
हाउसिंग फाइनेंस डायनेमिक्स के साथ आपके शहर के आकार के आकार में ज्यादा क्या है
बंधक ऋण आवास सस्ती बनाने के लिए लेकिन, वे यह भी प्रभावित करते हैं कि हमारे शहरों को कैसे आकार मिलता.
एक्साट्स के लिए भारत कितना अच्छा है
किसी ऐसे व्यक्ति के लिए भारत कितना अच्छा है जो यहां आने और काम करने की योजना बना रहा है? एचएसबीसी.
कठपुतली कॉलोनी का वर्तमान, अतीत और भविष्य
कठपुतली कालोनी नारायना औद्योगिक क्षेत्र, किर्ति नगर, शादिपुर और पटेल नगर के अप-बाजार पड़ोस में.
क्या ठाणे तैयार हो सके?
प्रेजग्यूइड इस बात की जांच करती है कि ठाणे, जिसे स्मार्ट शहर में विकसित करने के लिए चुना गया है.
रियल एस्टेट कानून के लिए सस्ती हाउसिंग से हालिया लाभ बढ़ाए जाने के लिए
बढ़ी हुई पारदर्शिता और उत्तरदायित्व, जो इस कानून के परिणामस्वरूप आवास डेवलपर्स के लाभ के साथ-साथ घर.
दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों ने कानूनी बनना तय किया
न केवल सामान्य कालोनियों बल्कि सैनीक फार्मों, महेंद्रु एनक्लेव, अनंतराम डेयरी आदि जैसे समृद्ध लोगों.
दो साल पावर में: मोदी सरकार के घर रियल एस्टेट क्षेत्र में हैं I
केंद्र में नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार को स्वच्छ भारत मिशन, जन धन योजना और डिजिटल भारत सहित.
पीएमए-शहरी का नेतृत्व कहाँ है?
हालांकि जिस गति से मंजूरी दी जाती है और धनराशि जारी हो सकती है, असली तस्वीर यह है कि निर्माण थोड़ी.
भारतीय परिवारों को औपचारिक वित्त में बहुत कम पहुंच क्यों है?
केवल 9 प्रतिशत भारतीय परिवारों को औपचारिक वित्त तक पहुंच है मीडिया अक्सर किसानों के आत्महत्या के.
केन्द्रीय सरकारी कर्मचारी अब 8.5 लाख ब्याज दर पर 25 लाख रुपए के गृह ऋण प्राप्त कर सकते हैं
केंद्र सरकार के कर्मचारियों को अब हाउस बिल्डिंग अग्रिम (एचबीए) योजना के तहत सरकार से 8.5 लाख रुपये.
अपने घर पर एक औद्योगिक क्रांति लाने
If you are planning to turn your home into a raw and earthy space with minimal furniture, PropGuide.
रियल एस्टेट प्रोजेक्ट में फंस गया है पैसा तो कंज्यूमर कोर्ट में ऐसे फाइल करें केस
Filing a complaint in a consumer court is no more a complicated task. You can submit the complaint.
बिक्री समझौता टूटने पर आप उठा सकते हैं ये कदम, खटखटा सकते हैं अदालत का दरवाजा
A sale agreement is a contract between the seller and the buyer of a property. It is important for.
अपनी संपत्ति रजिस्टर करने जा रहे हैं? इन 8 चीजों का ध्यान रखें
It is mandatory to register the sale deed under the provisions of the registration Act, 1908. This.
निर्माण कोड
एक बिल्डिंग कोड मानक मानकों का एक सेट है जो न्यूनतम मानकों को निर्धारित करके इमारतों के निर्माण पर.
पढ़िए मूल उधार दर के बारे में वह बातें जो आप नहीं जानते होंगे
प्राइम लेंडिंग रेट (मूल उधार दर) वह ब्याज दर है, जिस पर बैंक अपने सबसे विश्वसनीय ग्राहकों को उधार.
एक स्पष्टीकरण: सामान्य क्षेत्रों
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एक स्पष्टीकरण: किराये की यील्ड
प्रेजग्यूएड आपके लिए जटिल अचल संपत्ति जार्गन सरल करता है
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आलेखों से परिचय
एक निर्माता कंपनी की विभिन्न वर्षों में की गई बिक्री निम्न आलेख द्वारा दर्शाई गई है:
(a) (i) वर्ष 2002 में (ii) वर्ष 2006 में कितनी बिक्री थी?
(b) (i) वर्ष 2003 में (ii) वर्ष 2006 में कितनी बिक्री थी?
(c) वर्ष 2000 तथा वर्ष 2006 की बिक्रियों में कितना अंतर है?
(iv) किस अंतराल में बिक्रियों का यह अंतर सबसे अधिक था?
(a) (i) वर्ष 2002 में बिक्री 4 करोड़ रुपए थी।
(ii) वर्ष 2006 में बिक्री 8 करोड़ रुपए थी।
(b) (i) वर्ष 2003 में बिक्री 7 करोड़ रुपए थी।
(ii) वर्ष 2005 में बिक्री 1० करोड़ रुपए थी।
(c) वर्ष 2002 तथा 2006 की बिक्रियों में अंतर =8 करोड़ रुपए- 4 करोड़ रुपए = 4 करोड़ रुपए।
(d) वर्ष 2005 में बिक्रियों का यह अंतर सबसे अधिक था।
निम्न आलेख, किसी अस्पताल में एक रोगी का प्रति घंटे लिया गया तापमान दर्शाता है:
i) रोगी का तापमान बजे दोपहर क्या था।
ii) रोगी का तापमान 38.5 o C स कब था
iii) इस पूरे अंतराल में रोगी का तापमान दो बार एक सामान ही था ये दो समय क्या क्या थे।
iv) बजे दोपहर रोगी का तापमान क्या था इस निष्कर्ष पर आप कैसे पहुँचे।
v) किन अंतरालों में रोगी का तापमान बढ़ने का रुझान दर्शाता है।
i) रोगी का तापमान बजे दोपहर 36.5 C था।
ii) रोगी का तापमान दोपहर १२ बजे 38.5 C था।
iii) रोगी का तापमान दोपहर 1 बजे व 2 बजे एक सामान था।
iv) 1:30 बजे दोपहर रोगी का तापमान 36.5 C था x-अक्ष पर 1 बजे दोपहर के बीच के बिंदु की दुरी; बिंदु दोपहर 2 बजे और 2 बजे के बराबर है अतः यह 1:30 दोपहर दर्शाया है।
v) सुबह 9 बजे से 10 बजे से, 10 बजे बजे से 11 बजे और दोपहर बजे 2 से 3 बजे के दौरान रोगी का तापमान बढ़ने का रुझान दर्शाता है।
वनस्पति -विज्ञान के एक प्रयोग में समान प्रयोगशाला परिस्थितियों में दो पौधे ा तथा बी उगाए गए तीन सप्ताहों तक उनकी ऊँचाइयों को हर सप्ताह के अंत में मापा गया परिणामों को निम्न आलेख में दर्शाया गया है:
(a) (i) 2 सप्ताह बाद (ii) 3 सप्ताह बाद पौधे A की ऊँचाई कितनी थी?
(b) (i) 2 सप्ताह बाद (ii) 3 सप्ताह बाद पौधे B की ऊँचाई कितनी थी?
(c) तीसरे सप्ताह में पौधे A की ऊँचाई कितनी बढ़ी?
(d) दूसरे सप्ताह के अंत से तीसरे सप्ताह के अंत तक B पौधे की ऊँचाई कितनी बढ़ी?
(e) किस सप्ताह में पौधे A की ऊँचाई सबसे अधिक बढ़ी?
(f) किस सप्ताह में पौधे B की ऊँचाई सबसे काम बढ़ी?
(g) क्या किसी सप्ताह में दोनों पौधों की ऊँचाई सामान थी? पह्चानिए
(a) पौधे की ऊँचाई
(i) 2 सप्ताह बाद 7 cm थी।
(ii) 3 सप्ताह बाद 9 cm थी।
(b) पौधे B की ऊँचाई
(i) 2 सप्ताह बाद 7 cm थी।
(ii) 3 सप्ताह बाद 10 cm थी।
(c)तीसरे सप्ताह में पौधे A की ऊँचाई 2cm रुझान रेखाएं बढ़ी।
(d) दूसरे सप्ताह के अंत से तीसरे सप्ताह के अंत तक पौधे B की ऊँचाई 3 cm बढ़ी।
(e) दूसरे सप्ताह में पौधे A की ऊँचाई सबसे अधिक बढ़ी।
(f) पहले सप्ताह में पौधे B की ऊँचाई सबसे कम बढ़ी।
(g) दूसरे सप्ताह के अंत में दोनों पौध की ऊँचाई समान थी।
‘मुझे तो मार-मार कर…’ एक्ट्रेस नहीं बनना चाहती थीं रेखा, 13 साल की उम्र में आना पड़ा था मुंबई
Rekha: रेखा नहीं चाहती थीं कि वह एक्टिंग करियर को अपनाएं। बिना इच्छा के रेखा ने 3 साल की उम्र से काम करना शुरू किया। 13 साल की उम्र में भी एक्ट्रेस का फिल्म और एक्टिंग की तरफ कोई खास रुझान नहीं था, फिर भी वह फिल्में कर रही थीं औऱ उनकी फिल्में औऱ रेखा को दर्शक देखना पसंद कर रहे थे।
बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस रेखा
Rekha: हिंदी सिनेमा की बेहद खूबसूरत औऱ दिग्गज एक्ट्रेस रेखा ने 3 साल की उम्र से ही एक्टिंग का काम करना शुरू कर दिया था। माता पिता साउथ की फिल्मों के कलाकार थे, तो वह चाहते थे कि उनकी बेटी भी एक एक्ट्रेस बने। वहीं रेखा नहीं चाहती थीं कि वह एक्टिंग करियर को अपनाएं। बिना इच्छा के रेखा ने 3 साल की उम्र से काम करना शुरू किया। 13 साल की उम्र में भी एक्ट्रेस का फिल्म और एक्टिंग की तरफ कोई खास रुझान नहीं था, फिर भी वह फिल्में कर रही थीं औऱ उनकी फिल्में औऱ रेखा को दर्शक देखना पसंद कर रहे थे।
रेखा ने बीबीसी को दिए इंटरव्यू में बताया था- ‘मैं ओवरनाइट स्टार बन गई थी। मैं बहुत छोटी थी उस वक्त। मैं नहीं चाहती थी कि मैं कभी एक्ट्रेस बनूं, आप और रुझान रेखाएं स्टार्स से पूछेंगे तो वो बताएंगे कि वह तो बचपन से बनना चाहते थे एक्टर, मेरे केस में उल्टा है मुझे तो मार मार के बनाया गया। 3 साल की उम्र से मैंने काम करना शुरू कर दिया था। 13 साल की उम्र में मैं बंबई आई थी।’
रेखा ने बताया कि हिंदी इंडस्ट्री में उनकी एंट्री कैसे हुई- ‘कुलजीत पाल औऱ शत्रुजीत पाल दोनों हिरोइन की तलाश में थे, वह मद्रास आए थे, तो उन्हें किसी ने कहा कि एक साउथ इंडियन लड़की है। थोड़ी बहुत हिंदी बोल लेती है। लेकिन मैं हिंदी नहीं जानती थी। तो वो लोग मुझे देखने आए। वो मेरी मां के पास आए। फिर मुझसे पूछने लगे-आपको हिंदी आती है, तो मैंने कहा नो। उन्होंने कहा- आपको हिंदी फिल्मों में काम करना है? तो मैंने कहा नो। तो वो बोले ठीक है आपको कल आकर के साइन कर लेते हैं हम। मुझे लगता है कि ये भाग्य में था, तो मिला।’
रेखा ने कहा- ‘मेरे माता पिता भी साउथ में एक्टर थे। मेरी मां बड़ी कलाकार थीं। तो वो बहुत चाहती थीं कि मैं भी एक्ट्रेस बनूं। पहली पिक्चर के बाद भी मेरा ज्यादा काम करने का मन नहीं हुआ। कम से कम 6-7 साल तक मैं जबरदस्ती ये काम करती रही। दिन की 2 शिफ्ट किया करती थी, मुझे बिलकुल अच्छा नहीं लगता था। बचपन से लेकर तब तक रेखा 400 फिल्में कर चुकी थीं।’
दुनिया के अमीरो के हाथ में छिपे हैं ये निशान, क्या आपने अपने हाथ में देखे?
हथेली में यह चिन्ह जिस जगह मौजूद होता है उसके अनुसार अपना परिणाम देता है।
Written by: India TV Lifestyle Desk
Updated on: March 22, 2022 16:02 IST
Image रुझान रेखाएं Source : INDIA TV हाथ की रेखाएं
Highlights
- मनुष्य के जीवन में कल क्या होने वाला है रेखाएं इसका संकेत भी दे देती हैं
- हस्तरेखा शास्त्र हथेली में मौजूद लकीरों के अलावा विभिन्न प्रकार के चिन्हों और संकेतों के आधार पर भविष्यकथन करता है
कहते हैं हाथ और माथे की रेखाएं इंसान के बारे में काफी कुछ बयां कर देती हैं। मनुष्य के जीवन में कल क्या होने वाला है रेखाएं इसका संकेत भी दे देती हैं। हस्तरेखा शास्त्र हथेली में मौजूद लकीरों के अलावा विभिन्न प्रकार के चिन्हों और संकेतों के आधार पर भविष्यकथन करता है। वहीं हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, राजयोग की जानकारी हथेली की रेखाओं से मिल सकती है। हस्तरेखाशास्त्र के अनुसार कुछ भाग्यशाली व्यक्तियों के हाथ पर कुछ ख़ास चिन्ह होते हैं। माना जाता रुझान रेखाएं है कि जिन लोगों के हाथ पर मछली का चिन्ह होता है उन्हें जीवन में बहुत सफलता मिलती है। तो चलिए जानते कि ये चिह्न मनुष्य के जीवन पर क्या प्रबाव डालता है-
हथेली में यह चिन्ह जिस जगह मौजूद होता है उसके अनुसार अपना परिणाम देता है।
शुक्र पर्वत पर मछली का निशान-
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार अगर शुक्र पर्वत पर मछली का निशान बने तो ऐसा व्यक्ति बहुत आकर्षक और प्रभावी प्रवृत्ति का होता है। यह रुझान रेखाएं भी माना जाता है कि ऐसे लोग रोमांटिक स्वाभाव के होते हैं। ऐसे व्यक्ति सेलिब्रिटी बनते हैं।
केतु पर्वत पर मछली का निशान-
केतु पर्वत पर मछली का चिन्ह हो ऐसे मनुष्य का रुझान धार्मिक और आध्यात्मिक कामों की तरफ ज्यादा रहता है। माना जाता है कि ऐसा व्यक्ति जीवन में अपने दम पर सफलता हासिल करता है। ऐसे लोग बहुत प्रसिद्धि होते हैं।
सूर्य पर्वत पर मछली का निशान-
यदि आपके हाथ में चंद्र पर्वत पर रुझान रेखाएं मछली का निशान बन रहा हो तो ये बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसा इंसान देश- विदेश में प्रख्यात होता है। एक अलग स्तर पर इसकी पहचान होती है। ऐसे व्यक्ति दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं। ऐसे लोग अपनी मेहनत के दम पर सबकुछ हासिल करते हैं।
चंद्र पर्वत पर मछली का निशान-
जिन लोगों के हाथ में चंद्र पर्वत पर मछली का निशान होता है ऐसे लोग काफी क्रिएटिव होते हैं। माना जाता है कि ऐसे व्यक्ति को कला और संस्कृति में प्रसिद्धि प्राप्त होती है। ऐसे लोग देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्धि पाते हैं।
बुध पर्वत पर मछली का चिह्न-
ऐसा माना जाता है कि बुध पर्वत पर मछली का चिह्न हो तो ऐसा व्यक्ति कोई बड़ा उद्योगपति बनता है। ऐसे व्यक्ति को व्यापार में बहुत सफलता मिलती है। ऐसे लोग अपनी बातों से दूसरों को प्रभावित करते हैं और अपने दम पर दुनियाभर में प्रसिद्धि हासिल करते हैं।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इंडिया टीवी इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।
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