बाजार का शोर

कब लगती है मार्केट?
नारनौल चोरी करती 2 महिलाएं पकड़ी: दिवाली पर बाजार में हंगामा; आर्टिफिशियल आभूषण बरामद, पुलिस के हवाले किया
हरियाणा के नारनौल में दीपावली पर एक विशेष बिरादरी की महिलाएं बाजार में दुकानों से चोरी करती पकड़ी गई। इनमें से कुछ महिलाएं तो भाग गई, लेकिन पुलिस ने 2 महिलाओं को पकड़ा है। जिनसे पुलिस पूछताछ कर रही है। इन महिलाओं के पास से एक दुकान पर से चुराए गए आर्टिफिशियल आभूषण भी बरामद हुए हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर कार्रवाई करने में लगी हुई है।
दीपावली के अवसर पर चोरी करने वाली महिलाओं का गिरोह शहर के बाजारों में सक्रिय है। यह महिलाएं झुंड में चलती हैं तथा एक साथ दुकान में घुसकर दुकानदार को व्यस्त कर सामान चुरा लेती हैं। कुछ ऐसा ही मामला पुल बाजार पर स्थित एक आर्टिफिशियल आभूषणों की दुकान पर सामने आया।
आर्टिफिशियल आभूषण बेचने वाले दुकानदार प्रदीप कुमार ने बताया कि उसकी दुकान पर एक साथ एक विशेष बिरादरी की 8 से 10 महिलाएं आ गई। उन महिलाओं में से 2 महिलाओं ने उनके आर्टिफिशियल आभूषण को चुरा लिया। इसकी जब उनको भनक लगी तो उन्होंने इनको रोका, तब इसमें से चार पांच महिलाएं एक तरफ भाग गई तो दो तीन महिलाएं दूसरी तरफ भागने लगी।
बाजार से दूर रहने वाले ग्राहक जोर-शोर से लौटे, इस वर्ष त्योहारों पर बिक्री का आंकड़ा 1 लाख 50 हजार करोड़ के पार होगा : CAIT
NewDelhi : कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि शनिवार और रविवार, दो दिन देश भर के बाजारों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ी. इससे पता चलता है कि दो वर्ष कोरोना के कारण बाजार से दूर रहने वाले ग्राहक अब पूरे जोर-शोर से लौट आये हैं. कैट का अनुमान है कि इस वर्ष त्योहारों पर बिक्री का आंकड़ा 1 लाख 50 हजार करोड़ रुपये के पार होगा. खंडेलवाल ने जानकारी दी कि देश भर के बाज़ारों में भारतीय सामान को ही प्रमुखता दी जा रही है, जिसके कारण चीन को इस वर्ष दिवाली से संबंधित सामान की बिक्री में 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होगा.
इस वर्ष की दीपावली व्यवसायियों के लिए खुशियां लेकर आयी. खबरों बाजार का शोर के अनुसार इस साल धनतेरस के दो दिनों में देश भर में लोगों ने 45 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी की. लगभग 25 हजार करोड़ रुपये की ज्वैलरी बिकी. 20 हजार करोड़ की बिक्री ऑटोमोबाइल, कम्यूटर एवं कंप्यूटर से संबंधित सामान, फर्नीचर, साज-सज्जा के सामान, बर्तन, मोबाइल आदि की हुई है. सोमवार को दिवाली, 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा और 27 अक्टूबर को भैया दूज होने के कारण अच्छी बिक्री होने की उम्मीद है. आम तौर पर कंज्यूमर गुड्स की 35-40 फीसदी बिक्री त्योहारों में ही होती है.
2021 के मुकाबले 2022 में सोना आयात 11.72% कम हुआ
कैट के सहयोगी संगठन आल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (AIJGF) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने जानकारी दी कि जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत में सोने की मांग में सालाना आधार पर 80% तक की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि 2021 के मुकाबले 2022 में सोना आयात 11.72% कम हुआ है. बताया कि पिछले वर्ष पहली छमाही में 346.38 टन सोना आयात किया गया था, जो इस साल 308.78 टन रह गया. लेकिन इसकी भरपाई कोरोना काल में कम बिक्री से बने रिजर्व स्टॉक से की गयी.
साथ ही बड़ी संख्या में लोगों ने पुराने गहने देकर नये गहने भी बनवाये हैं. उन्होंने बताया कि दो दिन के धनतेरस के कारण देश भर में लगभग 25 हजार करोड़ रुपये के सोना, चांदी और डायमंड के गहने, सिक्के, मूर्तियों की बिक्री हुई है. धनतेरस के पहले दिन, शनिवार को दिल्ली में सोने का भाव 50,140 रुपये प्रति 10 ग्राम था. पिछले साल धनतेरस के दिन यहां सोने बाजार का शोर की कीमत 47,750 रुपये के आसपास थी. CAIT और AIJGF के अनुसार करवा चौथ (13 अक्टूबर) के दिन करीब 3,000 करोड़ रुपये के सोने-चांदी के गहनों की बिक्री हुई थी. 2021 बाजार का शोर में 2,200 करोड़ रुपये की बिक्री हुई थी.
दो दिन में 6,000 करोड़ के वाहन बिके
शुरुआती अनुमान के अनुसार दो दिनों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगभग 6 हजार करोड़, फर्नीचर में लगभग 1500 करोड़, कंप्यूटर एवं इससे संबंधित सामान में 2500 करोड़, एफएमसीजी में 3 हजार करोड़, इलेक्ट्रॉनिक्स में 1 हजार करोड़, बर्तनों में लगभग 500 करोड़, किचन के अन्य सामन में लगभग 700 करोड़, कपड़े में लगभग 1500 करोड़ रुपये की खरीदारी हुई है. पिछले साल की तुलना में इस साल त्योहारों में टीवी, होम अप्लायंसेज, एफएमसीजी और कपड़ों की ऑफलाइन तथा ऑनलाइन बिक्री वॉल्यूम बाजार का शोर के लिहाज से 8 से 10 फीसदी ज्यादा रहने का अनुमान है. बाजार को केंद्र सरकार के 41.8 लाख कर्मचारियों और 69.7 लाख पेंशनधारकों का 4% डीए बढ़ने का भी फायदा मिला है. इसके अलावा रेल कर्मचारियों को 78 दिनों का प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेंटिव भी मिला है.
ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट का दावा है कि सितंबर के अंत में आठ दिन तक चले बिग बिलियन डेज आयोजन में 100 करोड़ से अधिक ग्राहक प्लेटफॉर्म पर आये. इसमें 60% से ज्यादा ग्राहक टियर-2 और टियर-3 शहरों के थे. छोटे शहरों से फैशन और लाइफस्टाइल चीजों की डिमांड पिछले साल से 45% ज्यादा रही. इलेक्ट्रॉनिक्स और बड़े अप्लायंसेज की मांग 20% अधिक रही. मोबाइल फोन की कुल बिक्री में 50% से अधिक 20,000 रुपये से अधिक कीमत वाले प्रीमियम फोन थे. प्रीमियम फोन खरीदने वाले 44% खरीदार टियर-2 और टियर-3 शहरों के थे. मार्केट कंसल्टेंसी फर्म रेडसीर के अनुसार त्योहारों के पहले सात दिनों में ऑनलाइन बिक्री 27% बढ़ी और कंपनियों ने करीब 40,000 करोड़ रुपये का सामान बेचा
कुरहा बाजार में कोलकाता की तर्ज पर बन रहा दुर्गापूजा पंडाल
साहेबपुरकमाल, निज संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र में दूर्गा पूजा के अवसर पर लगने वाले मेले की तैयारी इस बार जोर-शोर से चल रही है। अलग-अलग पूजा समितियां कोरोना काल के बाद इस बार लगने वाले मेले को अभूतपूर्व बनाने में जुटी हैं। मेले को लेकर समितियों द्वारा चलायी जा रही तैयारी बाजार का शोर के अनुसार कुरहा बाजार में दुर्गापूजा के अवसर लगने वाले मेले को लेकर दूर्गा न्यास समिति, कुरहा बाजार इस बार भव्य मेले के आयोजन की तैयारी में जुट गयी है। यहां कोलकाता की तर्ज पर मंदिर परिसर में भव्य पंडाल का निर्माण शुरू कर दिया गया है। पंडाल का ढांचा बनकर तैयार भी हो चुका है। मेले की तैयारी को लेकर पूछे जाने पर दुर्गापूजा न्यास समिति कुरहा बाजार के अध्यक्ष उपेन्द्र यादव, कोषाध्यक्ष जवाहर लाल ठाकुर, सदस्य जयजयराम यादव, अजय कुमार, रणवीर कुमार, नाट्य कला मंच के निर्देशक रामाशीष पोद्दार आदि ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण विगत दो साल मेले का आयोजन नहीं हो सका है। लेकिन, इस बार मेले को अभूतपूर्व बनाने की तैयारी है। मेले को आकर्षक बनाने के लिए कोलकाता की तर्ज पर मंदिर परिसर में पंडाल सहित बाजार के सभी प्रवेश द्वार पर भव्य तोरण द्वार का निर्माण कार्य शुरू है। इसमें आकर्षक लाइटिंग भी की जाएगी। इसके अलावा झूले, मीना बाजार व दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। साथ ही, इस अवसर पर अष्टमी से लेकर दशमी तक रात्रि में लगातार चार दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा।
चिकपेटे, बेंगलुरु (Chickpet Market, Banglore)
बेंगलुरु का चिकपेटे बाजार दिल्ली और मुंबई के चोर बाजार के मुकाबले कम फेमस है. यह बाजार बेंगलुरु में चिकपेटे जगह पर संडे के दिन लगता है. यहां सेकेंड हैंड गुड्स, ग्रामोफोन, चोरी के गैजेट्स, कैमरा, एंटीक, इलेक्ट्रॉनिक आइटम और सस्ते जिम इक्विपमेंट मिलते हैं. बेंगलुरु का यह बाजार लोकल बाजार की ही तरह है.
कब लगती है मार्केट
यह बाजार लोकल बाजार और एक गांव के मार्केट की ही तरह संडे के दिन लगता है.
कहां लगती है मार्केट
यह बाजार बीवीके अयंगर रोड पर एवेन्यू रोड के पास लगता है.
पुदुपेत्ताई, चेन्नई (Pudhupettai, Chennai)
चेन्नई का यह बाजार सेंट्रल चेन्नई में स्थित ‘ऑटो नगर’ में स्थित है यहाँ पर पुरानी और चोरी की गई कारों को मॉडिफाई किया जाता हैं. यहां हजारों की संख्या में दुकानें हैं. ये दुकानें इसलिए फेमस है क्योकि यहाँ पर गाड़ियों के ऑरिजनल पार्ट्स और कार को बदलने का कार्य किया जाता है. इस मार्केट के लोगो को इस काम में इंटरनेशनल एक्सपर्ट कहा जाता है. यहां गाड़ियों के तमाम स्पेयर पार्ट्स से लेकर कार मॉडिफाई का सामान और सर्विस मिलती है. ये चोर बाजार गाड़ियों को बदलने का सबसे सस्ता जरिया है. क्योकि यहाँ पर पुलिस की रेड पड़ने का भी डर नही है क्योकि इस मार्केट पुलिस की रेड़ पड़ी है लेकिन ये दुकाने तब भी कभी बंद नहीं हुई है.
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चैत्र नवरात्र का सजा बाजार, खरीदारी शुरू, शहर की दुकानों में पूजा सामग्री खरीदने के लिए पहुंच रही महिलाएं
चैत्र नवरात्र 2 अप्रैल से आरंभ हो रहे हैं. इसके मद्देनजर शहर में तैयारियां आरंभ कर बाजार का शोर दी गई है. बाजारों में चुनरी सहित पूजन सामग्री की दुकानों पर भीड़ बढऩे लगी है. घरों में सफाई व रंगरोगन पूरे जोर-शोर से जारी है. मां दुर्गा के मंदिर की साफ-सफाई भी आरंभ कर दी गई है.
गोरखपुर (ब्यूरो)। सिटी के काली मंदिर, बेतियाहाता, असुरन चौक, घंटाघर आदि बाजारों में पूजन सामग्री बेचने वालों की दुकानों पर आकर्षक डिजाइनों व डिफरेंट साइज की चुनरी बिक रही है। इसके अलावा मां के नौ स्वरूपों वाले चित्र की भी खूब मांग है। पूजन अर्चन के लिए धूप, दीपक सहित अन्य सामग्रियों की खरीदारी अभी से ही लोगों ने आरंभ कर दी है। बात यदि माता के चुनरी की हो तो पिछले वर्ष की अपेक्षा इसकी बाजार का शोर कीमत में मामूली वृद्धि देखी जा रही है। चुनरी 10 रुपए से लेकर 200 रुपए तक उपलब्ध है। कुछ श्रद्धालु इस नवरात्र में भी नौ दिनों तक व्रत रहकर माता की पूजा करते हैं।