बाजार विभाजन

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रवेश करने का अवसर है।
विभाजन के बाद पलायन करने वाले हिंदू और सिख बस गए थे Lajpat Nagar, बड़ा ही दिलचस्प है सेंट्रल मार्केट का सफर
विभाजन के बाद पलायन करने वाले हिंदू और सिख बस गए थे Lajpat Nagar, बड़ा ही दिलचस्प है सेंट्रल मार्केट का सफर
लाजपत पूरी तरह से एक इंडियन मार्केट है। यहां सड़क किनारे कहीं मोमो के स्टॉल, तो कहीं मेहंदी आर्टिस्ट का झुंड बैठा हुआ है। वहां जाकर हर व्यक्ति बहुत अच्छा फील करता है। यह मार्केट सोमवार को बंद रहता है, जबकि बाकी अन्य दिनों में यहां पर काफी भीड़ रहती हैं। लाजपत नगर की ज्यादातर दुकानों में क्रॉकरी के साथ कपडे, जूते और कॉस्मेटिक सामान मिलता है। इस मार्केट में शॉपिंग का फायदा उन्हीं लोगों को है, जिन्हें सौदेबाजा करने में महारथ हासिल हो। इस हुनर के साथ आप यहां से कम बजट में अच्छी खरीदारी करके जा सकते बाजार विभाजन हैं।
भारत का सबसे पुराना बाजार -
लाजपत नगर मार्केट का नाम भारत के पुराने बाजारों में शामिल है। सालों से यहां पर पंजाबी सूट, साड़ी और पारंपरिक परिधानों की पुरानी दुकानें हैं। यह बाजार न केवल कपड़ों बल्कि महिलाओं, पुरूषों व बच्चों से जुडी सभी चीजों के लिए फेमस है। यहां पर कुछ दुकानों पर हकोबा वर्क की साड़ी और कुर्ते बाजार विभाजन मिलते हैं, जो आज शायद ही कहीं देखने को मिलते हैं। लाजपत नगर में होम फर्निशिंग की भी तमाम दुकानें हैं और जब बात टेक्सटाइल की हो, तो यहां पर लेटेस्ट और डिजाइनर इंडियन एथनिक वियर आसानी से मिल जाता है।
कार एक्सेसरीज और कपड़ों के लिए मशहूर है मार्केट -
लाजपत नगर के चार क्षेत्रों में अलग-अलग तरह का सामान मिलता है। कार एक्सेसरीज और कपड़े इसके आसपास के एरिया में मिलते हैं। जबकि सेंट्रल मार्केट डेकोरेशन और रेस्टोरेंट के लिए फेमस है। यहां पर अमर कॉलोनी महिलाओं का पसंदीदा बाजार है। यहां पर इनके लिए सूट, सलवार, डिजाइनर वियर की अच्छी रेंज मिल जाती है।
गिफ्ट शॉप से भरा है मार्केट -
बहुत कम लोग जानते हैं, लेकिन लाजपत नगर का मार्केट गिफ्ट के लिए भी बहुत मशहूर है। जी हां, अगर आपको अपने किसी करीबी के लिए गिफ्ट खरीदना है, तो बिना सोचे सीधे लाजपत चले जाएं। यहां फुटपाथ पर भी कई दुकानें, जहां से लोग अच्छी क्वालिटी वाली स्टेशनरी और बच्चों के कपड़े खरीद सकते हैं। दिनभर घूमने के बाद अगर आपको भूख लगे, तो यहां लोगों के खाने पीने की अच्छी व्यवस्था है। यहां का स्ट्रीट फूड लोगों को बहुत पसंद है। यहां सड़क किनारे गोलगप्पे, तिब्ब्ती मोमोज, हरे चने के तले हुए पकोड़े खाए बिना आप यहां से नहीं जा सकते।
हरे बीज रहित अंगूर के निर्यात की संभावनाएं
रिपोर्ट इन क्षेत्रों में मौजूदा बाजार रुझानों और प्रत्येक देश द्वारा निर्माताओं को प्रस्तुत किए जाने वाले अवसरों के साथ-साथ इन क्षेत्रों में 15 देशों का एक व्यापक विश्लेषण और पूर्वानुमान प्रदान करती है।
सीडलेस ग्रेप्स मार्केट के प्रमुख खिलाड़ियों को उनके संबंधित प्रतिस्पर्धी पदों और रणनीतियों के साथ शामिल किया गया है।
रिपोर्ट में पिछले एक साल में विभिन्न बाजार के खिलाड़ियों द्वारा हाल के सौदों और निवेशों का भी उल्लेख किया गया है।
कंपनी प्रोफाइल अनुभाग में, व्यापार अवलोकन, पिछले तीन वर्षों के वित्तीय प्रदर्शन, प्रमुख उत्पादों और सेवाओं के साथ-साथ बीज रहित अंगूर बाजार में इन बाजार विभाजन प्रमुख खिलाड़ियों के हालिया विकास का वर्णन किया गया है।
मौन तिरंगा यात्रा निकाली: विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर मौन तिरंगा यात्रा निकाली, श्रद्धांजलि दी
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भारतीय जनता पार्टी की ओर से रविवार को विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस पर मौन तिरंगा यात्रा निकाली गई। कार्यक्रम संयोजक बीना छामुनिया ने बताया कि विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस पर मौन तिरंगा यात्रा सुभाष बाजार से शुरु होकर मुख्य बाजार घण्टाघर होकर कलेक्ट्रेट पहुंची। वही विभाजन के दौरान जान गंवाने वाले सभी लोगो को श्रद्धांजलि भी दी गई। छामुनिया ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि 1947 में विभाजन के दौरान भारतीयों के बलिदानों को देश को याद दिलाने के लिए 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस मनाया जाएगा।
TATA Steel Stock Split: टाटा की इस कंपनी ने एक के बदले दिए 10 शेयर, फिर रॉकेट बना स्टॉक
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 28 जुलाई 2022,
- (अपडेटेड 28 जुलाई 2022, 3:42 PM IST)
- 6% चढ़कर 101.60 रुपये पर पहुंच गई कीमत
- 10 फीसदी से ज्यादा उछले बजाज फिनसर्व के शेयर
टाटा स्टील (Tata Steel) के शेयर गुरुवार को बाजार खुलने के साथ ही उछाल भरते हुए नजर आए. Stocks में ये तेजी कंपनी द्वारा शेयरों के विभाजन (Stock Split) का फैसला लेने के बाद आई है. शुरुआती कारोबार में कंपनी के बीएसई (BSE) पर शेयरों का भाव 6 फीसदी तक बढ़ गया था. इसके साथ ही Bajaj Finserv ने भी शेयर Split करने का ऐलान किया है, जिसके बाद कंपनी के शेयर 10 फीसदी तक उछल गए.
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29 जुलाई के होगा शेयर विभाजन
शेयरों के विभाजन की प्रक्रिया शुरू किए जाने की बात करें तो टाटा स्टील ने मई 2022 में Stock Split का ऐलान किया था और इसके लिए 29 जुलाई की तारीख तय की थी. यानी शुक्रवार को टाटा स्टील के शेयर 1:10 के रेशियो में स्प्लिट होने जा रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, शेयर विभाजन के प्रस्ताव को सभी आवश्यक मंजूरियां मिल गई हैं.
3 मई को बोर्ड से मिली थी मंजूरी
कंपनी की ओर से इस संबंध में ज्यादा जानकारी देते हुए बताया गया कि टाटा स्टील के निदेशक मंडल ने बीते 3 मई 2022 को Stock Split के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. बोर्ड के इस फैसले के पीछे दरअसल, उद्देश्य तरलता को बढ़ाने के साथ ही छोटे निवेशकों के लिए टाटा स्टील के शेयरों को और अधिक किफायती बनाने का है.
स्टॉक स्प्लिट बाजार विभाजन को इस तरह समझें
स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) एक ऐसा प्रोसेस है, जहां एक कंपनी अपने शेयरों को कई शेयरों में विभाजित कर देती है. हालांकि, स्प्लिट शेयर न तो कोई नया मूल्य जोड़ते हैं, न ही शेयरधारकों (Stockholders) की हिस्सेदारी को कम करते हैं. लेकिन, इस तरह से कंपनी के शेयरों की संख्या में बढ़ोतरी हो जाती है. इसके साथ ही शेयरधारक आधार भी बढ़ जाता है.
उत्पाद जीवन चक्र
उत्पाद जीवन चक्र चरणों का एक क्रम है जिसमें जारी किया गया प्रत्येक उत्पाद बाजार में अपनी उपस्थिति के क्षण से शुरू होकर उसे छोड़ने के क्षण तक गुजरता है (यदि उसकी उत्पादन या अनुभूति समाप्त हो गई है)। सीधे शब्दों में कहें, उत्पाद जीवन चक्र उत्पाद के अस्तित्व और उपलब्धता की अवधि है।
उत्पाद जीवन चक्र का उपयोग विज्ञापन रणनीति बनाने के लिए मार्केट में सक्रिय रूप से किया जाता है, क्योंकि नियंत्रण रेखा के प्रत्येक चरण की अपनी विशिष्ट विशेषताएं हैं जिनका उपयोग प्रचार के लिए किया जा सकता है। प्रत्येक चरण के अपने विशिष्ट लक्ष्य और उद्देश्य भी होते हैं।
एक चक्र की अवधि कुछ दिनों या दशकों बाजार विभाजन जितनी लंबी हो सकती है। आमतौर पर, यह अवधि निम्नलिखित बातों पर निर्भर करती है:
उत्पाद जीवन-चक्र का सिद्धांत
उत्पाद जीवन-चक्र का सिद्धांत पहली बार 1966 में अमेरिकी अर्थशास्त्री रेमंड वर्नोन द्वारा प्रस्तावित किया गया था। शोधकर्ता ने सभी विश्व व्यापार के विकास के लिए एक मॉडल की पहचान करने की कोशिश की। ऐसा करने के लिए, उन्होंने सभी जीवित जीवों के जीवन चक्र को एक पैटर्न के रूप में लिया। वर्नोन के सिद्धांत के अनुसार, किसी उत्पाद के जीवन चक्र के शुरुआती चरणों में, उस उत्पाद के सभी काम उस बाजार खंड में केंद्रित होते हैं जिसमें उसे लॉन्च किया गया था। हालांकि, समय के साथ, उत्पाद उस सेगमेंट से और उससे आगे निकल जाता है। अंत में, उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रवेश करता है और आयात किया जाता है।
पारंपरिक दृष्टिकोण में उत्पाद जीवन चक्र की अवधारणा 1965 में अमेरिकी अर्थशास्त्री थियोडोर लेविट द्वारा विकसित की गई थी। उनकी दृष्टि के अनुसार, एक उत्पाद को दूसरे के साथ बदलना, अधिक संशोधित और समाज की नई जरूरतों को पूरा करना हमेशा अनिवार्य है। इसलिए पुराने को नए से बदलना जीवन चक्र की अवधारणा को दर्शाता है। सिद्धांत की मूल थीसिस यह है कि कोई भी उत्पाद, चाहे वह कितना भी लोकप्रिय क्यों न हो, एक दिन बाजार छोड़ देगा।
उत्पाद जीवन चक्र चरण
उत्पाद जीवन चक्र किन चरणों से मिलकर बनता है? पारंपरिक चक्र में चार चरण होते हैं: परिचय, वृद्धि, परिपक्वता और गिरावट। आमतौर पर, प्रत्येक उत्पाद उत्पाद जीवन चक्र के सभी चरणों से गुजरता है। उन्हें ग्राफ पर देखा जा सकता है:
चरण 1 - परिचय
उत्पाद जीवन चक्र के इस चरण में, उत्पाद को बाजार में लाया जाता है। इस चरण के निम्नलिखित लक्षण हैं:
- अस्थिरता और उत्पाद के भविष्य के विकास की भविष्यवाणी करने में असमर्थता;
- दर्शकों को सूचित और प्रोत्साहित करने के लिए मार्केटिंग स्ट्रेटेजी की ओर बढ़ना,
- उसकी परिचितता;
- उच्च विज्ञापन लागत;
- छोटे उत्पादन संस्करणों के साथ उच्च उत्पादन लागत;
- न्यूनतम लाभ, कभी-कभी यह लागत से कम होता है;
- धीमी बिक्री वृद्धि।