सबसे अच्छे Forex ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म

ब्रोकर क्या है

ब्रोकर क्या है
What is Stock Broker in Hindi

Stock Broker Kya Hota Hai? Top 5 Broker In India

जब भी आप किसी कंपनी का शेयर खरीदते है तो स्टॉक ब्रोकर के मदद ब्रोकर क्या है से करते है ऐसे में सवाल ये है की stock broker kya hota hai और इसकी जरूरत क्यों होती है ? इसके साथ ही साथ ये भी जानने को मिलेगा की अपने इंडिया में कौन कौन से best stock broker है |

शेयर कैसे खरीदा जाता है ?

पैसे से पैसे कमाने की सोच रहे है या आप पैसे को इन्वेस्ट करने की सोच रहे है तो सबसे ज्यादा प्रॉफिट और return सिर्फ और सिर्फ स्टॉक मार्केट ही दे सकता है, लेकिन आपको पता तो होनी ही चाहिए की आखिर शेयर खरीदा कैसे जाता है ?

अगर आप भी शेयर खरीदना चाहते है तो ये सब करना एकदम जरूरी है :-

  • सबसे पहले Demat Account खोले
  • Demat अकाउंट के साथ trading अकाउंट की भी जरूरत होगी उसके लिए आपको स्टॉक ब्रोकर के मदद से आसानी से खोल सकते है
  • इसके बाद जिस कंपनी का शेयर खरीदना चाहते है आसानी से खरीद सकते है |

अब सवाल फिर से घूम के ये आ जाता है की यार ये स्टॉक ब्रोकर क्या होता है और इसकी जरूरत क्यों होती है तो चलिए इसके बारे में समझते है |

Stock Broker Kya Hota Hai?

Stock Broker वो person या company होता है जिसका काम आपके और stock exchange के बीच सभी Transaction को कम्पलीट करता है |

stock broker kya hota hai

मतलब ये हुआ की जब भी आप किसी कंपनी का स्टॉक खरीदेंगे तो उसके लिए आपको हर हाल में किसी न किसी स्टॉक ब्रोकर के मदद से ही स्टॉक को buy कर सकते है |

दोस्तों, कोई भी आदमी डायरेक्ट stock exchange से किसी कंपनी का शेयर नही खरीद सकता है, मतलब ये हुआ की हर हाल में स्टॉक ब्रोकर बीच में आएगा ही आएगा और सारे प्रोसेस को कम्पलीट करने पर आपसे उसके बदले में कुछ न कुछ fee जरुर लेगा|

How Stock Brokers Work

दोस्तों, मान लीजिये की ABCD नाम का कोई स्टॉक ब्रोकर है जिसपर आपने अपना अकाउंट ओपन किया है तो ऐसे में वो stock broker दो जगह से registered जरुर होनी चाहिए, पहला ये की वो SEBI जिसे Securities and Exchange Board of India कहते है उससे registered तो होनी ही चाहिए

साथ ही साथ आपका स्टॉक broker NSE और BSE दोनों exchange पर भी लिस्टेड होना जरूरी है क्योकि आपको पहले ये जानना जरूरी है की आखिर SEBI क्यों होता है |

SEBI का काम है की stock खरीदने और बेचने जो भी सरकारी गाइडलाइन्स की जरूरत होगी वो सभी के सभी SEBI ही कण्ट्रोल करता है और साथ ही साथ टाइम तो टाइम सभी स्टॉक होल्डर के पैसे का किसी तरह का फ्रॉड न हो इसके लिए टाइम to टाइम अलग अलग तरह के rules भी लेट रहता है |

स्टॉक ब्रोकर का काम क्या होता है ?

दोस्तों इसको आप स्टेप by स्टेप ही अच्छे समझ सकते है , मान लीजिये की आपने किसी स्टॉक ब्रोकर पर अपना demat अकाउंट ओपन किया है और trading अकाउंट भी वो ओपन कर ही देगा जिससे की आप trading करेंगे और जो भी शेयर खरीदेंगे तो वो आपके demat अकाउंट में स्टोर रहेगा |

example के तौर पर आप एक XYZ कंपनी का शेयर खरदीना चाहते है तो आप जैसे ही सेलेक्ट करेंगे उस कंपनी का शेयर तो वहां पर दिखेगा की आप NSE या BSE से खरीदना चाहते है और जैसे ही buy करने पर पैसे को deduct करवाएंगे

तो उसके बाद आपका स्टॉक ब्रोकर stock exchange से कनेक्ट करेंगे मतलब की अगर BSE से खरीद रहे है तो BSE से और अगर आप NSE से buy कर रहे है तो फिर NSE से connect करेगा और देखेगा की स्टॉक available है या नही और साथ ही साथ जितने भी वेरिफिकेशन प्रोसेस होता है वो सब होगा

जब स्टॉक exchange और स्टॉक ब्रोकर के बीच सरे वेरिफिकेशन स्टेप फाइनल हो जायेगा तो उसके बाद आपका स्टॉक ब्रोकर आपको वो शेयर आपके demat अकाउंट में दे देगा|

अब आप खुद सोचिये की अगर डायरेक्ट स्टॉक exchange से buy करने का आप्शन रहता तो हर एक person के लिए सरे प्रोसेस को कम्पलीट करना होता जिससे प्रोसेस slow हो सकता था|

How To Open Free DEMAT Account?

अगर आप भी एकदम फ्री DEMAT Account open करना चाहते है तो आप किसी भी ब्रोकर का offer देखते रहियेगा क्योकि maximum टाइम अब जितने भी स्टॉक ब्रोकर होते है तो फ्री DEMAT Account Open करने का offer देते रहते है |

आइये जाने स्टॉक ब्रोकर क्या होते है, शेयर बाजार में स्टॉक ब्रोकर के प्रकार के बारे में

What is Stock Broker in Hindi

What is Stock Broker in Hindi

What is Stock Broker in Hindi: शेयर मार्केट के बारे में हम सभी ने सुना है। शेयर मार्केट ब्रोकर क्या है ब्रोकर क्या है से ही स्टॉक ब्रोकर (stock broker) भी जुड़ा होता है। ज्यादातर हमें से सभी लोगों ने स्टॉक ब्रोकर का नाम भी सुना होगा! आज हम जानेगे स्टॉक ब्रोकर क्या होता है? स्टॉक ब्रोकर का शेयर मार्केट में क्या काम करता है?

स्टॉक ब्रोकर का काम शेयर मार्केट (share market) में बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह स्टॉक एक्सचेंज और इन्वेस्टर के बीच में एक कड़ी के रूप में काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी निवेशक (Investor) शेयर मार्केट में निवेश नहीं कर सकता है। अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। यह दोनों ही अकाउंट आप एक स्टॉकब्रोकर में ही खोल सकते हैं।

दूसरे शब्द में कहे तो किसी भी Investor द्वारा शेयर को खरीदने और बेचने के आर्डर को स्टॉक एक्सचेंज (stock exchange) तक पहुंचाने का काम स्टॉक ब्रोकर का काम होता है।

स्टॉक ब्रोकर को ही दलाल के नाम से भी जानते हैं। सामान्य शब्दों में कहें तो वह व्यक्ति या संस्था या कंपनी जो हमारे शेयर के खरीदने के आर्डर को मार्केट में पहुंचाने का काम करता है उसे स्टॉकब्रोकर कहा जाता है। यह स्टॉक ब्रोकर कोई व्यक्ति, कंपनी या फिर कोई फर्म हो सकती है। यह स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर होते हैं

Career Tips: स्टॉक मार्केट में करियर कैसे बनाएं? इन्वेस्टमेंट के साथ ऐसे कमाएं रुपये

 भारतीय शेयर बाजार में टाटा मोटर्स, हीरो मोटरकॉर्प, टीवीएस, महिंद्रा जैसे ईवी सेक्टर में कुछ महत्वपूर्ण नाम हैं.

Career Tips, Stock Broker Jobs: इन दिनों बहुत लोग स्टॉक मार्केट (Stock Market Jobs) में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. कई लोगों के लिए यह बतौर करियर ऑप्शन उभर कर सामने आया है. अगर आप स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange) में पैसे इन्वेस्ट करते हैं तो आप स्टॉक मार्केट से अच्छी तरह से परिचित होंगे (Investment). वहीं, जो व्यक्ति इन्वेस्टर और स्टॉक मार्केट के बीच काम करता है यानी उनके बीच में एक पुल की तरह रहता है, उसे स्टॉक ब्रोकर कहते हैं (Stock Broker Jobs). इस फील्ड में इन दिनों जॉब की कई संभावनाएं मौजूद हैं (Career In Stock Market).

  • News18Hindi
  • Last Updated : November 05, 2021, 14:28 IST

नई दिल्ली (Career Tips, Stock Broker Jobs). अगर आप देश-दुनिया की खबरों में दिलचस्पी रखते हैं तो शेयर मार्केट (Share Market), स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange), स्टॉक ब्रोकर (Stock Broker), निफ्टी (Nifty) और सेंसेक्स (Sensex) से जरूर परिचित होंगे. कम समय में ज्यादा पैसे कमाने के लिए भी लोग अक्सर स्टॉक एक्सचेंज में पैसे निवेश करते हैं. इसे शेयर मार्केट कहा जाता है और जो व्यक्ति किसी इन्वेस्टर और शेयर मार्केट के बीच काम करता है, उसे स्टॉक ब्रोकर कहा जाता है. इस फील्ड में भी जॉब की अपार संभावनाएं मौजूद हैं (Stock Broker Jobs).

आपकी जानकारी के लिए बता दें, ब्रोकर के बिना शेयर मार्केट का बिजनेस अधूरा रहता है. स्टॉक एक्सचेंज और इन्वेस्टर के बीच स्टॉक ब्रोकर एक कड़ी की तरह काम करता है. ब्रोकर के बिना किसी भी इन्वेस्टर या निवेशक के लिए स्टॉक मार्केट में बेस्ट परफॉर्मेंस दे पाना मुश्किल है (Stock Broker Work Profile). डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए भी स्टॉक ब्रोकर की जरूरत पड़ती है.

शेयर मार्केट में होते हैं 2 तरह के स्टॉक ब्रोकर
शेयर मार्केट में आमतौर पर दो तरह के स्टॉक ब्रोकर होते हैं (Stock Broker Jobs). अगर आप इसमें करियर बनाना चाहते हैं तो आपको इनके बारे में जरूर पता होना चाहिए.
फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर
फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर (Full Service Stock Broker) अपने क्लाइंट्स को स्टॉक एडवाइजरी (कौन सा शेयर कब खरीदें और कब बेचें), स्टॉक खरीदने के लिए मार्जिन मनी की सुविधा, मोबाइल फोन पर ट्रेडिंग सुविधा और आईपीओ में इन्वेस्टमेंट की फैसिलिटी जैसी सर्विस देते हैं. इस सर्विस की फीस ज्यादा होती है. फुल टाइम स्टॉक ब्रोकर की कस्टमर सर्विस काफी अच्छी मानी जाती है.

डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर
ये ब्रोकर (Discount Stock Broker) अपने क्लाइंट से बहुत कम ब्रोकरेज लेकर शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा देते हैं. इनकी फीस कम होती है. डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर अपने क्लाइंट को स्टॉक एडवाइजरी और रिसर्च की सुविधा नहीं देते हैं. किसी का अकाउंट खोलने से लेकर इनके ज्यादातर काम ऑनलाइन ही होते हैं.

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए जरूरी योग्यता
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए फाइनेंशियल मार्केट का कोई भी कोर्स किया जा सकता है (Stock Broker Qualifications). कॉमर्स, एकाउंटेंसी, इकोनॉमिक्स, स्टेटिस्टिक्स या बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की नॉलेज आपके लिए काफी मददगार साबित होगी. इन विषयों में ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन करना ब्रोकर क्या है एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का ‘एनसीएफएम कोर्स’ (NCFM Courses) ऑनलाइन सर्टिफिकेशन प्रोग्राम है. इससे चेक किया जाता है कि स्टॉक मार्केट प्रोफेशनल में फाइनेंशियल मार्केट के लिए प्रैक्टिकल नॉलेज और स्किल्स हैं या नहीं. इसमें एडमिशन लेने वाले कैंडिडेट को मैथ और इंग्लिश की अच्छी नॉलेज होनी चाहिए (Stock Broker Skills).

स्टॉक ब्रोकर बनने ब्रोकर क्या है के लिए जरूरी स्किल्स
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए एकेडमिक क्वालिफिकेशन के साथ ही अच्छी एनालिटिकल स्किल, स्ट्रॉन्ग माइंड और रिसर्च स्किल्स होना जरूरी है (Stock Broker Qualifications). इनके अलावा स्टॉक ट्रेनिंग प्रैक्टिस रूल्स और प्रोसेस की जानकारी होने के साथ ही अलग-अलग सेक्टर और इंडस्ट्री की जानकारी भी होनी चाहिए. मार्केट में आने वाले नए प्रोडक्ट्स, उनके उतार-चढ़ाव से जुड़ी लेटेस्ट जानकारी होना भी जरूरी है. इसी के प्रेशर हैंडल करना भी आना चाहिए.
इस फील्ड में एक्सपर्ट बनने के लिए अच्छी कंप्यूटर स्किल्स के साथ ही ब्रोकर क्या है डिसीजन मेकिंग, टीम वर्क, रिसर्च एप्टिट्यूड और फाइनेंस इंडस्ट्री की जानकारी लाइफ में सक्सेस दिला सकती है (Stock Broker Skills).

स्टॉक ब्रोकर के लिए करियर की संभावनाएं
एजुकेशनल क्वालिफिकेशन और एक्सपीरियंस को बेस करते हुए इक्विटी डीलर, इक्विटी ट्रेडर (Trading Jobs), इक्विटी एडवाइजर, स्टॉक एडवाइजर, वेल्थ मैनेजर, फाइनेंशियल एनालिस्ट, इन्वेस्टमेंट एडवाइजर, सिक्योरिटी एनालिस्ट और रिस्क मैनेजर के तौर पर जॉब्स पा सकते हैं (Risk Manager Jobs). इस फील्ड में आपको स्टॉक एक्सचेंज, रेगुलेशन अथॉरिटी, फॉरेन इन्वेस्टमेंट फर्म्स, इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंसी, म्यूचुअल फंड वाली कंपनी, ब्रोकर फर्म्स, इंश्योरेंस एजेंसी, बैंक और दूसरे इंस्टिट्यूट में भी जॉब की अपार संभावनाएं हैं (Stock Broker Career).

स्टॉक ब्रोकर की कमाई
स्टॉक ब्रोकर के तौर पर करियर बनाने के बाद आपकी सालाना सैलरी 2 लाख रुपये से 8 लाख रुपये तक हो सकती है. अगर दूसरों के अकाउंट के साथ ही आप पर्सनल इन्वेस्टमेंट भी करते हैं तो कमाई का जरिया दोगुना हो सकता है (Stock Broker Salary).

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

Top five stock broker accounts in India : (स्टॉक ब्रोकर ट्रेंडिंग)

stock broker

नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं शेयर मार्केट से जुड़े एक बहुत ही रोचक और जरूरी विषय के बारे मे। जैसा की stock broker, meaning, stock broker india, हम सभी जानते हैं की आजकल शेयर मार्केट किस कदर चर्चे का विषय बना हुआ है।

हर कोई शेयर मार्केट मे निवेश करना चाहता है। लेकिन यदि आपको किसी बड़ी कंपनी मे निवेश (invest) करना है जैसे की apple, google, facebook, इत्यादि, तो आपको एक broker/ legal advisor की आवश्यकता होगी।

यह वोह इंसान या संस्था होती है जो की निवेशकों को राय देती है की उन्हे किस सतो आईये जानते हैं की ब्रोकर क्या है, यह आपके लिए कैसे सहायक है और top 5 broker accounts कौन कौन से हैं।

Table of Contents

क्या है ब्रोकर? (What is a broker?)

ब्रोकर किसी third party का नाम है जो आपके और आपके द्वारा खरीदे गए शेयर के बीच का लिंक बनता है। यह आपके सभी trading transactions को आसान बनाता है।

एक ब्रोकर का काम होता है आपके behalf पर शेयर मार्केट मे शेयर्स खरीदना और बेचना। आपका ब्रोकर आपको यह भी suggest करता है की आपको कौनसा शेयर खरीदना चाहिए और कौनसा नही। इस काम के लिए यह ब्रोकर आपसे अपनी commission मांगता है।

एक ब्रोकर कोई इंसान भी हो सकता है और कोई financial body भी, जैसे की बैंक जो की आपके बदले मे
आपके सारे स्टॉक मार्केट के transactions करता है।

यह सारे काम हालाँकि आपकी मर्ज़ी सेही किये जाते हैं पर इनको करने वाली याही third party होती है।

What is Share Broker and D - Mat account ? शेयर ब्रोकर ओर डी - मॅट अकाउंट क्या है ?

दोस्तो अब तक हमने शेयर मार्केट, सेबी,NSE, BSE, क्या है यह जान लिया आज हम जानने वाले है । शेयर ब्रोकर क्या है ओर D-Mat Account क्या है इसके बारे मे जान ने वाले है इसकी क्या जरूरत है ओर कैसे ओपन करते है।

What is Share Broker and D - Mat account ? शेयर ब्रोकर ओर डी - मॅट अकाउंट क्या है ?
What is Share Broker and D - Mat account ? शेयर ब्रोकर ओर डी - मॅट अकाउंट क्या है ?


जेसे हमें बँक में पैसे जमा करणे के लिए एक बँक acconut कि जरूरत होती है ब्रोकर क्या है वैसे ही हमे शेयर मार्केट में खरीदे गये शेयर जमा करणे के लिए एक D - mat अकाउंट कि जरूरत होती है। हम शेयर मार्केट से जो शेयर खरीदते हे उन्हे उस में रखना होता है ।यह शेयर पहले physcical फॉम् में आते थे लेकिन अब यह digital फॉर्म में हमे हमारे D mat account में जमा किये जाते है।

लेकिन यह D mat Account हम डायरेक्ट खुद से ओपन नहीं कर सकते है जेसे हमे बँक अकाउंट ओपन करणे के लिए बँक जाना होता है वेसे हि हमे D mat अकाउंट ओपन करणे के लिए किसी शेयर ब्रोकर कि जरूरत होती है । हम D mat अकाउंट किसी ना किसी शेयर ब्रोकर के साथ हि ओपन कर सकते है ।

शेयर ब्रोकर क्या है ?

जब हमे शेयर मार्केट में ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेन्ट करणी होती है ,तो हम डायरेक्ट NSE या BSE के पास नहीं जा सकते है हमे किसी ब्रोकर कि जरूरत होती है जिसे depositary participate भी कहा जाता है शॉर्ट में Dp.शेयर ब्रोकर यांनी वह व्यक्ती या संस्था होती है जो अपने ग्राहक कि ऑर्डर को एक्सचेंज तक पहूंचाता है।

What is Share Broker and D - Mat account ? शेयर ब्रोकर ओर डी - मॅट अकाउंट क्या है ?
What is Share Broker and D - Mat account ? शेयर ब्रोकर ओर डी - मॅट अकाउंट क्या है ?

लेकिन यह भी हमे डी मॅट अकाउंट के साथ एक ट्रेडिंग अकाउंट भी ओपन करना होता है जो कि हमारा ब्रोकर ओपन करता है डी मॅट अकाउंट के साथ ही जिस के जरिये हम ब्रोकर को ऑर्डर देते हे कि वह हमारे लिए शेयर खरीदे या बेचे यह ऑर्डर ट्रेडिंग अकाउंट से हि लागू होता है। ओर जब यह ऑर्डर लग जाता है तो हमारे D mat अकाउंट में वह शेयर आ जाते है ।

शेयर ब्रोकर को हि स्टॉक ब्रोकर भी कहा जाता है स्टॉक ब्रोकर हमे जब यह सर्विस देता है तो उसके बदले में हमे उसे कुछ ब्रोकरेज देना होता है।यह ब्रोकरेज (पैसे) ऑर्डर के अनुसार होता है ।हम किस सेगमेन्ट में ट्रेडिंग करते है उस पर डिपेंड होता है ।

ट्रेडिंग अकाउंट के भी साल कि कुछ फीस हमे ब्रोकर को देनी होती है । जिसे AMC यांनी Annual maintenance charges कहा जाता है। जो कि अलग अलग ब्रोकर कि कम जादा होती है । जेसे 300 से 500 रु तक लेकिन अब कुछ ब्रोकर फ्री में भी यह service दे रहे है। उसके बारे में हम आपको डिटेल्स जरूर देंगे।

शेयर ब्रोकर के प्रकार :

इस प्रकार के ब्रोकर अपने क्लाइंट को फुल सर्विस देते है जेसे कि कोणसे शेयर कब बेचने हे कब खरीद ने है । ओर मार्जिन मनी कि सुविधा भी देते हे । मार्जिन मनी यांनी आपके पास अगर 1000 रु हे और आप उस से जादा किंमत के शेयर खरीद ना चाहते है तो आपका ब्रोकर आपको extra पैसे provide करता है जिसे मार्जिन मनी केहते है । यह मार्जिन times में होती है जेसे 2×, 3× 4 × इस प्रकार से यांनी आपके पास 1000 रु हे तो आप 2000 3000 या 4000 रु तक के शेयर खरिद सकते है । लेकिन यह मार्जिन लिमिटेड पिरियड तक हि होती है । इस प्रकार कि फुल सर्विस के कारण वह जादा फीस भी charge करते है ।

2) डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर ;

यह ब्रोकर हमे लिमिटेड सर्विस provide करते है जेसे कि वह हमे किसी भी प्रकार के शेयर खरिद ने या बेचने कि सलाह नहीं देते । कॉलिंग ट्रेंड कि फॅसिलिटी भी नहीं देते है । सब कुछ हमे अपने आप हि करना पडता है । लेकिन उनकी फीस ओर ब्रोकरेज भी कम होती है । जादा तर लोग डिस्काउंट ब्रोकर हि प्रेफर करते है । कुछ ब्रोकर शेयर कि डिलिव्हरी पर zero ब्रोकरेज भी charge करते है जो कि क्लाइन्ट यांनी हमारे लिए अच्छा होता है ।

डिस्काउंट सर्विस ब्रोकर के Example :

डी मॅट अकाउंट (D-mat Account) :

D-mat ब्रोकर क्या है Account के बारे में हमने पहले भी बात कि जेसे हम बँक में पैसे जमा करणे के लिए saving account ओपन करते है वेसे हि शेयर राखने के लिए हमे D-mat Account कि जरूरत होती है । यह अकाउंट पुरी तरह से डिजिटल होता है । इसाका एक नंबर होता हे जिसे DP ID भी कहते हे जो कि 16 अंको का होता है । जब शेयर मार्केट डिजिटल तरिके से काम नहीं करता था तब कोई डी मॅट अकाउंट कि जरूरत नहीं होती थी । जो भी शेयर मिलते थे वह कागज के एक डॉक्यूमेन्ट कि तोर पर मिलते थे । जिने हमे काफी हिफाजत से संभालना होता था । लेकिन आज डिजिटल तरिके से वह हमारे डी मॅट अकाउंट में स्टोर होते राहते है । अगर हमरा ब्रोकर अगर भाग गया या कुछ कारणवश दिवालिया हो गया तब भी हमे किसी प्रकार कि फिकर करणे ब्रोकर क्या है कि जरूरत नहीं होती। हमारे डी mat account में वह सुरक्षित होते है।

आपको यह जानकारी कैसी लगी कॉमेंट में अपनी राय जरूर दे और अपने दोस्तो से शेयर करना न भुले

रेटिंग: 4.57
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 129
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *