विदेशी मुद्रा विश्वकोश

क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है?

क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है?
हालांकि बाद में रुपए की स्थिति थोड़ी सुधरी और कारोबार के अंत में यह 80.98 रुपए प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ. पिछले कारोबारी दिवस की तुलना में रुपए में 19 पैसे की बड़ी गिरावट दर्ज की गई. गुरुवार को रुपया एक ही दिन में 83 पैसे का गोता लगाते हुए 80.79 रुपए प्रति डॉलर के भाव पर रहा था. यह लगातार तीसरा दिन रहा जब अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट देखी क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है? गई. इन तीन दिनों में रुपए की कीमत 124 पैसे प्रति डॉलर तक गिर चुकी है.

विदेशी मुद्रा भंडार का कैसे हो इस्तेमाल

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले वित्त वर्ष की शुरुआत से 160 अरब डॉलर से अधिक बढ़ चुका है और इस समय करीब 640 अरब डॉलर है। अगर यही रुझान बना रहा तो भारत के पास जल्द ही 700 अरब डॉलर से अधिक का भंडार हो सकता है। साफ तौर पर देश 1990 के दशक के शुरुआती वर्षों की उस स्थिति से बहुत बेहतर हालत में आ चुका है, जब वह बड़ी मुश्किल से डिफॉल्ट से बच पाया था। लेकिन अब भारत सबसे अधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों में से एक है, जिससे यह बहस शुरू हुई है कि भारत को अपने विदेशी मुद्रा भंडार का क्या करना चाहिए। आम तौर पर यह सुझाव दिया जाता है कि भंडार का इस्तेमाल बुनियादी ढांचे के वित्त पोषण में हो। लेकिन यह साफ नहीं है कि ऐसा कैसे किया जा सकता है। विदेशी मुद्रा का इस्तेमाल विदेशी सामान एवं सेवाएं या परिसंपत्तियां खरीदने में किया जा सकता है। इस तरह भंडार के इस्तेमाल का मतलब होगा कि भारत बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए बहुत से उपकरणों और सामग्री का आयात करेगा। यह पसंदीदा तरीका नहीं होने के आसार हैं और इसके विभिन्न वृहद आर्थिक असर होंगे।

Foreign Exchange Reserves: लगातार सातवें सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट, दो सालों के न्यूनतम स्तर पर पहुंचा

Foreign Exchange Reserves: देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार सातवें सप्ताह गिरावट दर्ज की गई और यह दो साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया. 16 सितंबर को समाप्त सप्ताह में यह घटकर 545.652 बिलियन डॉलर रह गया.

Foreign Exchange Reserves: देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार गिरावट आ रही है. लगातार सातवें सप्ताह डॉलर रिजर्व में गिरावट दर्ज की गई और यह दो सालों के न्यूनतम स्तर पर फिसल गया. 16 सितंबर को समाप्त सप्ताह में यह 5.219 बिलियन डॉलर घटकर 545.652 बिलियन डॉलर रह गया. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. डॉलर में आ रही मजबूती के कारण क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है? रुपए को संभालने के लिए रिजर्व बैंक को डॉलर रिजर्व बेचना पड़ रहा है. यही वजह है कि फॉरन रिजर्व लगातार घट रहा है. इस साल अब तक रुपए में 8 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है.

डॉलर रिजर्व बेच रहा है रिजर्व बैंक

यूक्रेन क्राइसिस क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है? के बाद से रुपए पर भारी दबाव है. इस सप्ताह रुपया फिसल कर 81 के पार पहुंच गया. रुपए की गिरावट को कम करने के लिए आरबीआई डॉलर की बिक्री करता है. यही वजह है कि इमर्जिंग मार्केट्स की करेंसी में सबसे मजबूत प्रदर्शन इंडियन करेंसी का है. रिजर्व बैंक ने रुपए को समर्थन के लिए लिए सिर्फ जुलाई के महीने में 19 बिलियन डॉलर का रिजर्व बेचा. यह मार्च 2022 के बाद का सर्वोच्च स्तर है. मार्च में आरबीआई ने 20.10 बिलियन डॉलर का रिजर्व बेचा था. इस साल अब तक 85 बिलियन डॉलर रिजर्व बेचा जा चुका है.

आरबीआई की तरफ से जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा आस्तियों (Foreign Currency Assets) में गिरावट के कारण 16 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है. एफसीए दरअसल समग्र भंडार का एक प्रमुख हिस्सा होता है. केंद्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान एफसीए 4.698 बिलियन डॉलर घटकर 484.901 बिलियन डॉलर रह गया. डॉलर के संदर्भ में एफसीए में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में वृद्धि या मूल्यह्रास का प्रभाव शामिल है.

गोल्ड रिजर्व में 46 करोड़ डॉलर की गिरावट

आंकड़ों के अनुसार, सोने के भंडार का मूल्य 45.8 करोड़ डॉलर घटकर 38.186 बिलियन डॉलर पर आ गया. इसके अलावा विशेष क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है? आहरण अधिकार (एसडीआर) 3.2 करोड़ डॉलर की गिरावट के साथ 17.686 बिलियन डॉलर रह गया है. समीक्षाधीन सप्ताह में आईएमएफ के पास देश की आरक्षित निधि 3.1 करोड़ डॉलर घटकर 4.88 बिलियन अमेरिकी डॉलर रह गई.

आज सप्ताह के आखिरी दिन रुपया 19 पैसे गिरकर 80.98 रुपए प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ. अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में भारतीय रुपया डॉलर के आगे पहली बार 81 रुपए का स्तर भी पार कर गया. एक समय रुपया 81.23 के स्तर तक लुढ़क गया था.

Foreign Exchange Reserves: नौ सप्ताह बाद मिली राहत, विदेशी मुद्रा भंडार में आया उछाल, सोने में तेजी का मिला फायदा

Foreign Exchange Reserves: लगातार नौ सप्ताह की गिरावट के बाद विदेशी मुद्रा भंडार में सात अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 20.4 करोड़ डॉलर का उछाल दर्ज किया गया और यह 532.868 अरब डॉलर पर पंहुच गया.

Foreign Exchange Reserves: लगातार नौ सप्ताह तक विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई जिसके बाद बीते सप्ताह इसमें तेजी आई है. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार सात अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 20.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 532.868 अरब डॉलर पर पंहुच गया. भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक सुरक्षित सोने के भंडार का मूल्य बढ़ने से विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि हुई है. इसके पिछले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर पर आ गया था.

अक्टूबर 2021 में डॉलर रिजर्व 645 बिलियन डॉलर था

देश का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले कई हफ्तों से लगातार गिर रहा था. दरअसल तेजी से बदलते वैश्विक परिदृश्य क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है? में डॉलर के मुकाबले तेजी से गिरते रुपए को संभालने के लिए आरबीआई ने इस विदेशी मुद्रा भंडार के एक हिस्से का इस्तेमाल किया है. एक साल पहले अक्टूबर 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था. आरबीआई की तरफ से जारी साप्ताहिक सांख्यिकीय आंकड़ों के अनुसार, सात अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 1.311 अरब डॉलर घटकर 471.496 अरब डॉलर रह गयीं. एफसीए असल में समग्र भंडार का एक प्रमुख हिस्सा होता है.

डॉलर के संदर्भ में एफसीए में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में वृद्धि या मूल्यह्रास का प्रभाव शामिल है. आरबीआई ने कहा कि सात अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है? सोने के सुरक्षित भंडार के मूल्य में उल्लेखनीय वृद्धि होने से विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा है. इस दौरान सोने के सुरक्षित भंडार का मूल्य 1.35 अरब डॉलर बढ़कर 38.955 अरब क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है? डॉलर पर आ गया. केंद्रीय बैंक के अनुसार, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 15.5 करोड़ डॉलर की गिरावट के साथ 17.582 अरब डॉलर रह गया है. इसके अलावा समीक्षाधीन सप्ताह में अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष के पास रखी भारत की आरक्षित निधि 10 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.836 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई.

रुपए पर अभी बना रहेगा दबाव

इधर डॉलर के मुकाबले रुपए के क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है? प्रदर्शन को लेकर मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के मुद्रा और सर्राफा विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा, ‘‘अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपए के 82.10 से 82.6 प्रति डॉलर के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है.’’

बीते सप्ताह डॉलर इंडेक्स 113.31 के स्तर पर बंद हुआ. आखिरी कारोबारी सत्र में तेल में गिरावट दर्ज की गई. ब्रेंट क्रूड बीते सप्ताह 91.63 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुआ. WTI क्रूड 85.61 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुआ. इसके अलावा, बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 684 अंक या 1.20 फीसदी की मजबूती के साथ 57920 अंक पर पंहुचा गया तथा निफ्टी में भी 171.35 अंक की बढ़त रही.

30 साल पहले विदेशी मुद्रा भंडार पर था संकट, भारत को क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है? ऐसे मिला 500 अरब डॉलर का मुकाम

विदेशी मुद्रा भंडार 500 अरब डॉलर के पार

  • नई दिल्‍ली,
  • 13 जून 2020,
  • (अपडेटेड 13 जून 2020, 1:28 PM IST)
  • भारत का विदेशी मुद्रा भंडार चीन और जापान के बाद सबसे ज्‍यादा
  • भारत को इस मुकाम पर पहुंचने में करीब 30 साल का समय लगा

हर हफ्ते की तरह इस बार भी केंद्रीय रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े जारी किए हैं. इस बार के आंकड़े बेहद खास हैं. दरअसल, पहली बार भारत का क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है? विदेशी मुद्रा भंडार 500 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है. इसी के साथ भारत का विदेशी मुद्रा भंडार चीन और जापान के बाद सबसे ज्‍यादा हो गया है. भारत को इस मुकाम पर पहुंचने में करीब 30 साल का समय लगा है.

2 साल के निचले स्तर पर विदेशी मुद्रा भंडार, डॉलर के आगे रेंग रहा रुपया, आप पर क्या असर?

2 साल के निचले स्तर पर विदेशी मुद्रा भंडार, डॉलर के आगे रेंग रहा रुपया, आप पर क्या असर?

अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दर बढ़ाए जाने के बाद भारतीय करेंसी रुपया एक बार फिर रेंगने लगा है। इस बीच, विदेशी मुद्रा भंडार ने भी चिंता बढ़ा दी है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार सातवें सप्ताह गिरा है और अब यह 2 साल के निचले स्तर पर आ चुका है।

रुपया की स्थिति: डॉलर के मुकाबले रुपया ने पहली बार 81 के स्तर को पार किया है। शुक्रवार को कारोबार के दौरान गिरावट ऐसी रही कि रुपया 81.23 के स्तर तक जा पहुंचा था। हालांकि, कारोबार के अंत में मामूली रिकवरी हुई। इसके बावजूद रुपया 19 पैसे गिरकर 80.98 रुपये प्रति डॉलर के लेवल पर बंद हुआ। यह पहली बार है जब भारतीय करेंसी की क्लोजिंग इतने निचले स्तर पर हुई है।

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