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स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे?

स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे?
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पोसिशनल ट्रेडिंग क्या हैं ?

तो इससे आप जान पाए होंगे की पोज़िशन ट्रेडिंग क्या हैं ? या पोज़िशन ट्रेडिंग क्या होती है ?

पोसिशनल ट्रेडिंग टिप्स | पोसिशनल ट्रेडिंग कैसे करे ?

आपको ट्रेडिंग करते समय ये ध्यान में रखना हैं की, जो सेक्टर अच्छा चल रहा हैं उसी सेक्टर के शेयर में ट्रेडिंग करना हैं, जिससे आपके शेयर चलने की संभावना बढ़ जाएगी।

जो सेक्टर चल नहीं रहा उस सेक्टर के स्टॉक में पैसे न डाले।

जो सेक्टर अपने चुना हैं उसे सेक्टर के top 3 कंपनी के शेयर्स में ही पैसे निवेश करे।

इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग एक कम समय तक करने वाली ट्रेडिंग है, अगर आप गलती से जो fundametaly ख़राब स्टॉक है उसमे ट्रेडिंग करते हैं फिर भी आप पैसे कमा पाएंगे और इसमें आप सिर्फ Technical Analysis का उपयोग करते हैं।

लेकिन पोसिशनल ट्रेडिंग एक Mid Term या Long Term की जाने वाली ट्रेडिंग हैं तो उसमे आपको Technical Analysis के साथ थोड़ा Fundamental Analysis भी जरुरी हैं।

आपको हमेशा 20% से लेकर 30% तक का टारगेट रखना हैं या फिर trailling stop loss की मदत से लम्बे समय तक ट्रेडिंग करना हैं।

जैसे की हम इंट्राडे ट्रेडिंग में 1-15 मिनट का चार्ट देखते हैं, स्विंग ट्रेडिंग में हम ३० मिनट से लेकर १ दिन का चार्ट देखते हैं वैसे ही पोसिशनल ट्रेडिंग करते समय हम १ हफते से लेकर १ महीने का चार्ट देख सकते हैं।

आपको हर दिन स्टॉक मार्किट में क्या हो रहा हैं उसकी चिंता नहीं करनी, आपको हफ्ते में या महीने में स्टॉक मार्किट कैसे चल रहा है उसकी जाणकारी लेनी हैं।

ये थी पोज़िशन ट्रेडिंग टिप्स या पोसिशनल ट्रेडिंग कैसे करे ? उसकी जानकारी।

पोसिशनल ट्रेडिंग स्ट्रैटर्जी।

आपको में कुछ पोसिशनल ट्रेडिंग की स्ट्रैटर्जी बताऊंगा जिससे आप आसानीसे ट्रेडिंग कर पाएंगे।

Moving Average से पोसिशनल ट्रेडिंग।

Moving Avergae एक ऐसी चीज हैं जो की हर कोई ट्रेडर अपने ट्रेडिंग में इस्तेमाल करता हैं ।

इसमें आपको में 50 Day Moving Average की स्ट्रैटर्जी बताऊंगा जो की बोहोत आसान हैं।

Moving Average से पोसिशनल ट्रेडिंग।

ये एक Weekly चार्ट हैं याने की इसमें जोभी candel हैं वो १ हफ्ते के candel हैं।

जो लाल रेखा हैं वो हैं ५० Day Exponential Moving Average आप Simple Moving Average का भी इस्तेमाल कर सकते हो।

जैसे की आप image में देख सकते हैं जब शेयर लाल रेखा के ऊपर जाता हैं तब आप को शेयर Buy करना हैं और जब शेयर लाल रेखा के निचे जाता हैं तब आपको Sell करना हैं।

ये स्ट्रैटर्जी जिस शेयर के fundamental अच्छे हैं उस हे शेयर में काम करेगी।

ये स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? moving average stratergy बोहोत ही आसान हैं।

इस प्रकार आप जान पयेहोंग की Moving Average से पोसिशनल ट्रेडिंग कैसे करते हैं।

Swing Trading क्या है? | स्विंग ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते है ?

swing trading kya hai

दोस्तों आप में से बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में शेयर्स को खरीदने और बेचने में इन्वेस्टमेंट करते होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है और स्विंग ट्रेडिंग कैसे की जाती है अगर नही, तो आइये आज हम आपको स्विंग ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी लेते है तो जो कैंडिडेट स्विंग ट्रेडिंग बारे में पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.

swing trading kya hai

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स्विंग ट्रेडिंग क्या है (What is Swing Trading in Hindi)

स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जहाँ पर ट्रेडर्स शेयर्स को खरीदने के कुछ दिन के बाद बेचते हैं मतलब कि एक दिन से ज्यादा के लिए शेयर्स खरीदते हैं और थोड़े समय तक होल्ड करने के बाद दाम बढ़ने पर शेयर्स को बेच देते है जिससे उन्हें कुछ न कुछ फायदा हो जाता है.

एक अच्छी स्विंग ट्रेडर की ओप्पोर्चुनिटी को ढूंढने के लिए टेक्निकल एनालिसिस का और कभी-कभी फंडामेंटल एनालिसिस का भी उपयोग करता है साथ ही चार्ट के माध्यम से मार्केट ट्रेंड और पैटर्न्स का विश्लेषण करता है. स्विंग ट्रेडिंग को मंथली ट्रेडिंग भी कहा जाता है क्योंकि एक महीने के अंदर ही शेयर्स को खरीदना और बेचना होता है स्विंग ट्रेडिंग से महीने का 5% से 10% तक रिटर्न कमाया जा सकता है स्विंग ट्रेडिंग में टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग किया जाता है.

स्विंग ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते है ?

स्विंग ट्रेडिंग शुरू करने के लिए किसी भी ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अमाउंट और डीमैट अकाउंट होना जरूरी होता है क्युकी ट्रेडिंग अकाउंट शेयर को खरीदने के लिए और डीमैट अकाउंट ख़रीदे हुए शेयर्स को रखने के लिए जरूरी है.

Swing Trading काम कैसे करती है?

स्विंग ट्रेडर का काम किसी भी स्टॉक को खरीदने से पहले मार्केट का ट्रेंड शेयर्स की कीमत में उतार-चढ़ाव ट्रेडिंग चार्ट में बनने वाले पैटर्न का विश्लेषण करना होता है. सिम्पल तौर पर एक स्विंग ट्रेडर उन शेयर्स पर विश्लेषण करता है जिसमें ट्रेडिंग अधिक होती है. अन्य तरह की ट्रेडिंग की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग में ज्यादा रिस्क होता है क्युकी इसमें गैप रिस्क शामिल होता है, अगर मार्केट के बंद होने के बाद कोई अच्छी खबर आती हैं तो स्टॉक के प्राइस मार्केट खुलने के बाद अचानक से ही बढ़ जाते हैं लेकिन अगर मार्केट के बंद होने के बाद कोई बुरी खबर आती हैं तो मार्केट खुलने के बाद स्टॉक के प्राइस में भारी गैप डाउन भी देखने को मिलती हैं इस तरह के रिस्क को ओवरनाईट रिस्क’ कहा जाता है.

स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है?

स्विंग ट्रेडिंग करने के निम्नलिखित फायदे है-

  • स्विंग ट्रेडिंग में शेयर्स को कुछ दिनों या कुछ हफ्तों के लिए होल्ड करके रखा जाता है इसलिएइंट्राडे की तुलना में लाइव मार्केट में ज्यादा समय रहने की जरूरत नहीं होती है.
  • स्विंग ट्रेडिंग मेंट्रेडर्स को बाजार के साइडवेज़ होने पर एक अच्छा रिटर्न मिलता है.
  • स्विंग ट्रेडिंग जॉब या बिज़नेस करने वाले लोगो के लिए सबसे अच्छा होता हैं.
  • स्विंग ट्रेडिंग में छोटे-छोटे रिटर्न्स साल में एक अच्छा रिटर्न भी बन जाता है.
  • इंट्राडे की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग करना आसान होता हैं क्युकी इसमें सिर्फ आपको सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस आना चाहिए.
  • इंट्राडे की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग में स्ट्रेस लेवेल कम कुछ होता है.

स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है?

स्विंग ट्रेडिंग करने के कुछ नुकसान भी है-

  • स्विंग ट्रेडिंग में ओवरनाईट और वीकेंड रिस्क भी रहता है.
  • स्विंग ट्रेडिंग में गैप रिस्क भी शामिल होता है
  • अगर किसी तरह से मार्केट का अचानक ट्रेंड बदल जाता है तो यहां काफी देय भी नुकसान हो सकता है.

स्विंग ट्रेडिंग कैसे करे?

सुपोर्ट एंड रेसिसिटेंस: स्विंग ट्रेडिंग में सुपोर्ट एंड रेसिसिटेंस बहुत जरूरी होता है तो इसीलिये आप भी यही कोशिश यही करना कि सपोर्ट पर ब्रेकआउट के बाद शेयर्स ख़रीदे और रेजिस्टेंस पर ब्रेकडाउन पर बेच दे.
न्यूज़ स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? बेस्ड स्टॉक: एक स्विंग ट्रेडर ऐसे शेयर्स को चुनता है जिसमें बाजार की किसी खबर का असर हो और उस खबर के कारण वह स्टॉक किसी एक दिशा में ब्रेकआउट देने की तैयारी में हो या ब्रेकआउट दे चुका हो, वह खबर बुरी या अच्छी किसी भी प्रकार की हो सकती है खबर अच्छी हुई तो ऊपर की तरफ ब्रेक आउट होगा, नहीं तो नीचे की तरफ ब्रेडडाउन होगा.
स्विंग ट्रेडिंग टेक्निक्स: स्विंग ट्रेडिंग के लिए आपको हमेशा हाई Liquidity शेयर्स को चुनना होता है इसके अलावा शेयर में एंट्री और एग्जिट के लिए MACD, ADX और Fast Moving Average का यूज किया जा सकता है.

इसे भी पढ़े?

आज आपने क्या सीखा?

हमे उम्मीद है कि हमारा ये (swing trading kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको स्विंग ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.

हमारी ये (swing trading kya hai) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.

शेयर मार्केट कैसे सीखे ?

क्या आपके मन मे भी यह ख्याल आता है कि शेयर मार्केट कैसे सीखे ? किसी भी शुरुआती निवेशक के मन मे यह सवाल जरूर आता है कि शेयर मार्केट कैसे सीखे ? तो यह स्वाभाविक है क्योंकि निवेश करने से पहले शेयर मार्केट के बारे मे पूरी जानकारी के साथ पूरी समझ होना बहुत जरूरी है ।

बहुत से लोग होंगे जो शेयर मार्केट को सीखे बिना किसी से टिप्स लेकर पैसे कमाने कि सोच रहे होंगे लेकिन उनको मेरी यही सलाह रहेगी कि कभी भी टिप्स से पैसे नहीं कमाए जा सकते ओर न ही आज तक किसी ने कमाए है इसलिए यदि आप शेयर मार्केट से पैसे कमाने के बारे मे सोच रहे हो तो आपको शेयर मार्केट हर हाल मे सीखना ही होगा ।

मे आपको इस पोस्ट मे कुछ ऐसी आसान टिप्स बताने जा रहा हूँ जिसका अनुसरण करके आप भी शेयर मार्केट को आसानी से सीख सकते है तो चलिए हम आगे विस्तार से जानेगे कि शेयर मार्केट को कैसे सिख जा सकता है ?

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शेयर मार्केट के basics को सीखे

शेयर मार्केट को सीखने कि पहली कड़ी मे आता है शेयर मार्केट के basics को जानना । जब आपको शेयर मार्केट के बेसिक के बारे मे पता होगा तो आगे कि प्रक्रिया अपने आप शुरू हो जाएगी

शेयर मार्केट के basics के बारे मे अलग से पोस्ट पब्लिश कि हुई है उसको आप देख सकते है यहा मे आपको कुछ मुख्य बातें बता रहा हु जिसके बारे मे आपको जानना है ,

  • सेबी क्या है ? यह शेयर बाजार पर केसे नियंत्रण रखता है।
  • स्टॉक्स एक्सचेंज क्या होते है ? कोई company स्टॉक एक्सचेंज पर केसे लिस्ट होती है।
  • आईपीओ क्या होता है।
  • ब्रोकर्स कोन होते है? इनका क्या काम होता है ।
  • किसी शेयर का मार्केट प्राइस कोन तय करता है ।
  • शेयर के भाव ऊपर-नीचे क्यों होते है।
  • डिमेंट ओर ट्रैडिंग अकाउंट क्या होते है।
  • एक्विटी ट्रैडिंग क्या होती है।
  • डेरिवेटिव ट्रैडिंग क्या होती है।

इस प्रकार आप शेयर मार्केट के basics को सीखकर मार्केट के एल्गोरिदम को जान सकते है ।

ट्रैडिंग ओर इनवेस्टमेंट के अलग अलग तरीकों के बारे मे जाने

शेयर मार्केट मे निवेश करने वाले सभी लोग इन दो प्रमुख श्रेणियों मे से एक मे निवेश कर सकते है या समान रूप से इन दोनों श्रेणियों से भी हो सकते है ।

ट्रैडर वह व्यक्ति होता है जो मार्केट के छोटे-छोटे मॉवमेंट को समझ कर उस पर ट्रैड करता हो जिसको इंट्राडे ट्रैडिंग ओर स्विंग ट्रैडिंग कहते है।

इंट्राडे ट्रैडिंग एक दिन के अंदर कि जाने वाली ट्रैडिंग होती है, इस तरह कि ट्रैडिंग मे त्वरित लाभ मिलता है लेकिन जोखिम भी अधिक रहता है ऐसे traders को शेयरों का तकनीकी रूप से विश्लेषण करना आना बहुत जरूरी होता है।

साथ ही उन्हे डेरिवेटिव ट्रैडिंग मे ट्रैड करने के लिए बेहतर रणनीति ओर उनसे जुड़ी समस्याओ को हल करने के लिए कुछ मुख्य बातों को जानने कि भी जरूरत है।

स्विंग ट्रैडिंग मे ट्रैडर सप्ताह से लेकर महीनों तक का निवेश करते है , यह इंट्राडे ट्रैडिंग कि तुलना मे थोड़ी कम जोखिम भरी होती है स्विंग ट्रैडिंग के लिए भी traders को तकनीकी विश्लेषण के बारे मे जानना जरूरी होता है

  • निवेशक (invester)

वह व्यक्ति जो मीडियम से लॉन्ग टर्म के लिए शेयर मार्केट मे निवेश करता है उसे निवेशक (इन्वेस्टर) कहते है।

एक निवेशक को शेयरों के दिन-प्रतिदिन की कीमतों के साथ अपडेट रहने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह लंबे समय के लिए निवेश करता है ना ही उसे किसी तकनीकी विश्लेषण करने कि जरूरत पड़ती है , निवेशक शेयर के फंडामेंटेल देखकर ही उसमे निवेश करता है ।

इन निवेशकों को शेयर के फंडामैन्टल विश्लेषण कि मूल बातें मालूम होनी चाहिए । साथ ही बैलन्स शीट , कैश फ़्लो , लॉस स्टेटमेंट , रैशीओ analysis , मैनेजमेंट आदि सहित कंपनियों के फ़ाइनेसियल स्टेटमेंट पढ़ने के लिए खुद को शिक्षित करना चाहिए ।

ट्रैडिंग मनोविज्ञान (trading psychology) को जाने

शेयर मार्केट मे सक्सेस होने के लिए ट्रैडिंग मनोविज्ञान को जानना बहुत ही जरूरी होता है , जब एक नया ट्रैडर मार्केट मे ट्रैडिंग करने के लिए आता है तो वह इस चीज पर ध्यान नहीं दे पाता है या देना नहीं चाहता शायद उनको इसका महत्व नहीं पता होता है लेकिन समय के साथ वह ट्रैडिंग मनोविज्ञान को समझने लगता है ।

ट्रैडिंग मनोविज्ञान मे आपको केसे लालच , डर , fomo एंट्री आदि से बच कर रहना है इसके बारे मे जानना होता है ।

सामान्यत: नए ट्रैडर को जब मार्केट से प्रॉफ़िट मिलता है तो वह लालच मे आकार ओवर ट्रैडिंग करने लग जाते है जब मार्केट उनके ट्रैड के उलट चलता है तो वो अपने लॉस को अफोर्ड नहीं पाते ओर डर के मारे ट्रैड से बाहर हो जाते है, फिर वही लॉस रिकवर के चक्कर मे ओर लॉस करते जाते है मार्केट को समझे बिना भावनाओ मे बहकर ।

इसलिए मार्केट मे ट्रैड करने से पहले ट्रैडिंग मनोविज्ञान को समझना बहुत जरूरी होता है

सफल निवेशकों द्वारा लिखी किताबों का अध्ययन करना

सफल निवेशकों के द्वारा लिखी गई किताबों को पढ़ना भी शेयर मार्केट को जानने का एक अच्छा तरीका होता है वो सिर्फ मार्केट के बारे मे बताते ही नहीं बल्कि अपना एक्सपीरियन्स भी शेयर करते है , नीचे मे कुछ चर्चित किताबों के नाम दे रहा हूँ जिसको आप पढ़कर शेयर मार्केट के बारे मे जान सकते है ।

  • The intelligent Investor
  • Rich Dad’s Guide to Investing
  • how to investment in stocks market
  • A to Z share market
  • the intelligent
  • intraday trading ki pahchan
  • rich dad poor dad
  • How to Avoid Loss and Earn Consistently in the Stock Market
  • Learn to Earn
  • Common Stocks and Uncommon Profits
  • Value Investing and Behavioral Finance

सफल ट्रैडर ओर निवेशकों के बारे मे जानना

स्टॉक्स मार्केट को सीखने के लिए आप सफल ट्रैडर ओर निवेशकों के बारे मे पढ़ सकते है उनकी ट्रैडिंग स्टाइल, मनी मैनेजमेंट , ट्रैडिंग साइकॉलॉजी , आदि के बारे मे जान सकते है ।

दुनिया के सफल इन्वेस्टर के नाम की सूची –

  • Benjamin Graham
  • John Templeton
  • Thomas Rowe Price Jr.
  • Jesse Livermore
  • Peter Lynch
  • George Soros
  • Warren Buffett
  • John (Jack) Bogle
  • William H. Gross
  • rakesh jhunjhunwala

SEBI रजिस्टर्ड संस्थान से कोचिंग लेकर

शेयर मार्केट को सीखने के लिए आप SEBI रजिस्टर्ड संस्थान से कोचिंग ले सकते है , चाहे तो आप सीधा NSE (नैशनल स्टॉक्स एक्सचेंज ) से कोर्स कर सकते है वहा पर मार्केट एक्सपर्ट के द्वारा प्रत्येक चीजे बारीकी से सिखाई जाएगी ।

इसके अलावा आप खुद प्रेटिक्स करके भी सिख सकते हो ।

निष्कर्ष

मुझे उम्मीद है कि आपको मेरा यह आर्टिकल शेयर मार्केट कैसे सीखे ? जरूर पसंद आया होगा , मेने यह लेख आसान ओर व्यावहारिक भाषा मे पब्लिश किया है ताकि हर कोई इससे आसानी से समझ सके । मेरी हमेशा से यही कोशिश रहेगी कि मे पाठकों तक सरल ओर व्यावहारिक ज्ञान उपलब्ध करवाऊ ।

यदि आपको इस लेख मे कोई त्रुटि नजर आई है तो आप बेशक कमेन्ट बॉक्स मे बता सकते है , जिसका समाधान करने कि कोशिश करूंगा ।

Share Market Se Kaise Paise Kamaye 2022 | शेयर मार्केट में रोज 1000 रुपये स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? कमाएं

Share Market Se Kaise Paise Kamaye: हेलो दोस्तो आज कल हर कोई अपनी जिंदगी में ज्यादा पैसे कमाना चाहता है महेगाई दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है ऐसे में सिर्फ जॉब या बिज़नेस के सहारे आप अच्छी जिंदगी नहीं जी सकते है और जॉब या बिजनेस के साथ आप और को काम भी नहीं कर सकते है। तो ज्यादा पैसे कमाने के लिए क्या करे ?

क्या आप को पता है की आप सिर्फ पैसा इन्वेस्ट कर के भी पैसा कमा सकते है और वो है शेयर मार्केट। आप शेयर मार्केट में पैसा लगा के पैसा कमा सकते हो पर इस के लिए आप को शेयर मार्केट के बारे में सब कुछ पता होना चाहिये तो शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमागे ये जानने के लिए आपको ये आर्टिकल पढ़ना पड़ेगा।

Share Market Se Kaise Paise Kamaye

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Share Market क्या है?

मान लीजिए कोई एक प्रावेट कंपनी है जिसे अपनी कंपनी को बढ़ाना चाहती है और उसे कुछ पैसे की जरुरत है तो वो कंपनी अपने आप को प्राइवेट कंपनी से पब्लिक कंपनी में बदल देती है और उस कंपनी को अपनी पूंजी को कई समान हिस्सों में बाटना पड़ता है और उस पूंजी का सबसे छोटा हिस्सा जो बनता है उसे हम शेयर कहते है और उसे बेचने के लिये जिस मार्केट का उपयोग होता है उसे हम शेयर मार्केट कहते है।

शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट में पब्लिक कंपनी के शेयर बेचे या ख़रीदे जाते है आप सिर्फ लिस्टेड कंपनी के शेयर ही खरीद या बेच सकते है और जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीद ते हो तो आप उस कंपनी में इन्वेस्ट कर रहे हो और आप उस कंपनी के शेयर होल्डर बन जाते हो।

शेयर मार्केट में हर कंपनी के शेयर प्राइस अलग अलग होते है कुछ के ज्यादा तो कुछ के कम। शेयर मार्केट में हर बार आप को कभी फायदा तो कभी नुकशान भी हो सकता है।

इण्डिया में दो स्टॉक एक्सचेंज है BSE – बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और NSE नेशनल स्टॉक एक्सचेंज जिसे निंयत्रण करती है SEBI – सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज ब्रॉर्ड ऑफ़ इंडिया।

शेयर मार्केट में कितने प्रकार के शेयर होते है ?

2) परेफरेंस शेयर

हमें जिस में इन्वेस्ट करना है वो है इक्विटी शेयर क्यू स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? की स्टॉक एक्सचेंज में सब से ज्यादा यही शेयर पर ट्रेडिंग होती है।

शेयर मार्केट में शुरुआत कैसे करे ?

1) ट्रेडिंग अकॉउंट खोले

शेयर मार्केट में शेयर खरीद ने और बेच ने के लिये आप को एक अकॉउंट की जरुरत पड़ती है जिसे हम डीमेट अकॉउंट कहते है । इण्डिया में बहुत सारी ब्रोकर कंपनीया है जो डीमेट अकॉउंट खोलती है ये कंपनी आ ट्रेडिंग अकॉउंट खोलने और उस में ट्रेडिंग कर ने के कुछ रकम लेती है।

2) मार्केट एनालिसिस

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर ने से पहले आप को मार्केट रिसर्च करनी चाहिये। आप जिस भी कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहते हो उस कंपनी के बारे में अछेसे रिसेर्च करे की कंपनी हर साल कितना मुनाफा कमाती है उन के शेयर के प्राइस कितने बढ़ते और घटते है। कंपनी हर साल अपने शेयर होल्डर को कितना डिविडेंड देती है।

इन सभी बातो को अच्छी तरह से देख ले। लालच में आके ऐसा कोई इन्वेस्टमेन्ट मत कर देना की बाद में आप को नुकसान हो क्युकी यहाँ पे धोके बहुत मिलते है बहुत सारी कंपनिया लोगो के पैसे लेके भाग जाती है। तो अच्छे से सब कुछ देख के पैसे लगाइये।

3) पैसे को डिवाइड करे

शेयर मार्केट में बहुत उतार-चढ़ाव आते है समझदार लोग जो इस मार्केट को अच्छी तरह से जानते है उन को भी कभी नुकशान उठाना पड़ता है तो अगर आप इसमें नये हो तो नुकसान को कम करने के लिये अपने पैसे को अलग अलग कंपनी में लगाये इससे नुकसान की संभावना कम हो जाती है क्युकी शेयर मार्केट एक जोखामि जगह है।

कितने तरह के ट्रेडिंग होते है ?

1) इंट्रा डे ट्रेडिंग

सुबह 9:15 पे मार्केट खुलता है और 3:30 पे बंध होता है इस बिच में आप एक दिन में कोई शेर खरीद के बेच देते हो तो उसे हम इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते है।

इस में ब्रोकर कंपनिया आप के ट्रेडिंग अकॉउंट में पड़ी हुई रकम के २० गुना रकम आप को ट्रेड कर ने के लिए उधार देती है यानि के अगर आप के अकॉउंट में rs.1000 है तो ब्रोकर कंपनी आप लो ( 1000 * 20 ) rs. 20,000 तक के शेयर खरीद ने देगी। आप उस उधार रकम को शेयर बेच के कंपनी को लोटा सकते है।

2) स्कल्पर ट्रेडिंग

ये ट्रेड ज्यादा तर शेयर मार्केट के दिगज लोग ही करते है क्युकी इस ट्रेड में शेयर खरीदने के १० मिनिट बाद ही इसे बेच दिया जाता है। कुछ बड़े वेपारी ज्यादा मुनाफे के लिये ये ट्रेड करते है जब मार्केट में कोई बहुत बड़ा उतर- चढ़ाव आने वाला होता हे तभी ये ट्रेड होता है.

3) स्विंग ट्रेडिंग

येह ट्रेड में आप को अपने शेर कुछ टाइम के लिए अपने ट्रेडिंग अकॉउंट में रखने पड़ते है। आप को अपना लक्ष्य निवेश करना पड़ता है और उस हिसाब से जब आप के शेर की प्राइस हो जाएगी तभी आप को उसे बेच देना है। इस ट्रेड में ब्रोकर कंपनिया डिलेवरी चार्च लेती है। अगर आप पैसे कमाने के लिए ट्रेड करते है तो स्विंग ट्रेडिंग से आप पैसे कमा सकते है।

4) लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग

जब आप किसी कंपनी के शेयर को ६ महीने या उस से ज्यादा के लिये खरीद कर रखते हो तो उसे हम लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग कहेगे। अगर आप इन्वेस्टमेंट के लिए शेयर मार्केट में आये है तो ये ट्रेड आप के लिये बहुत अच्छा है क्युकी जब आप किसी कंपनी के शेर तीन या पांच साल तक रख ते हो तो कंपनी के वृद्धि से लॉन्ग टर्म में आप को बहुत फायदा होगा और लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में नुकशान की संभावना बहुत कम होती है।

शेयर मार्केट में पैसे कमानी की कुछ टिप्स

  • हमेसा अपने फायनासियल स्तिथि का ध्यान में रख कर ही ट्रेडिंग करे जरूरत से ज्यादा ट्रेड न करे।
  • बहुत सारे लोग शेर की ट्रेडिंग किसी की देखा देखि में करते है ऐसा न करे हमेसा ट्रेड कर स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? नेसे पहले सभी जानकारी पर अच्छे से नजर डाले उस के बाद ही ट्रेड करे।
  • जब बाजार गिरता है तो तभी आप को कम दाम में अच्छी कंपनी के शेर मिल जाते है तो बाजार गिरने पर शेर खरीद लीजिये ये ट्रेडिंग आप को लॉन्ग टर्म में बहुत फायदा देती है।
  • पैसे लगाने से पहले आप उस कंपनी का बिस्सनेस देखो अगर शेर की कीमत कम है तो पैसे लगादो ऐसा मत कर ना।
  • जानकार लोगो का मानना है की रेगुलर डिविडेंट देने वाली कंपनी पर भरोसा करे क्युकी अगर वो रेगुलर डिविडेंट देती है तो उसका मतलब है की कंपनी के पास पैसे है और कंपनी फायदे में हैं।
  • शेयर मार्किट में आने से पहले आप को अपना लक्ष्य पता करलेना है की आप यहां पे क्यू है। अगर लक्ष्य पता नहीं होगा स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? तो स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? आप के लिए जोखम बढ़ जायेगा।
  • शेयर मार्केट की अफवाओं पर तुरंत यकीन ना करे अफवाओं की पूरी तरह से तपास करे की वो बात सही है या नहीं। अगर अफवाओं को सुनकर आप ने जल्दबाजी की तो आप अपना ही नुकशान करवा दोगे।

तो शेयर मार्केट में उतरने से पहले आप को इन सभी बातो का ध्यान रखना होगा तभी आप अच्छा पैसा कमा सकते हो।

Conclusion

तो दोस्तों आज के आर्टिकल मे हुमने आपको शेयर मार्केट के बारे मे बताया कि आप यहा से किस तरह से अनलाइन पैसा काम सकते है । आर्टिकल के अंदर हुमने आपको यह भी बताया है कि आप शेयर मार्केट मे कैसे शुरुआत कर सकते है और ट्रैडिंग कैसे करते है । मुझे आशा है की आपको यह आर्टिकल काफी पसंद आया होगा।

फ़ास्ट मोमेंटम इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रेटजी।

आप अगर ऑप्शन ट्रेडिंग करते होंगे या आप करना चाहते हो। आपको पता होना चाहिए कि मार्केट में फ़ास्ट मोमेंटम कहां से आ सकता है। ताकि आपका थीटा डीके होने की वजह से आप को लॉस ना हो। इसके लिए आपको मोमेंटम ट्रेडिंग स्ट्रेटजी की आवश्यकता है। जो आज सीखने वाले हो। (momentum trading strategy) जिससे कि आपका लोस काम से काम हो। और प्रॉफिट ज्यादा से ज्यादा हो।

दोस्तों में आप को दस स्ट्रेटजी नहीं बताने वाला हु। सिर्फ एक बताऊंगा। जो आप के लिए बेस्ट है। जिससे कि आप अच्छा प्रॉफिट स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? कमा सकते हो। में आप को कोई ऐसी चीज नहीं बताने वाला जैसे की कोई मार्केट सीक्रेट या कोई ऐसी स्ट्रेटजी जो आप को लॉस ना दे।

दोस्तो अपने अनुभव से बता रहा हु की स्टॉक मार्केट का कोई सीक्रेट नहीं होता है। और दुनिया में कोई भी ऐसी स्ट्रेटजी नहीं है जो की आप को कभी भी लॉस ना दे। तो आप स्टॉप लॉस के साथ ही ट्रेड करे वैसे आप ने बहुत से लोगो से सुना होगा कि या बहुत से वीडियो देखे होगे।

जिसमे बताया जाता है। यह स्ट्रेटजी की विंग रेट 99% या 90%+ है। कोई कोई तो यह भी बोलता है। को 100% है। दोस्तो आप को बता दू की यह सारी झूट बोलते है। अपनी दुकान चलाने के लिए तो ऐसी बातों में मत आना। आप नए हो तो आप ने राकेश झुनझुन का इंटरव्यू देखा होगा।

वो बोलते है। की उनकी स्ट्रेटजी सिर्फ 40% से 50% ही काम करती है। और कहा था कि मार्केट से आप 10 रुपए ले रहे हो तो जब मार्टेक आपसे ले आप को 2 से 3 रुपए ही देना है।

वैसे आप सोच रहे होगे की में आप को यह क्यू बता रहा हु। इस इंटरव्यू से हम यह समझना चाहिए। की स्ट्रेटजी ज्यादा जरूरी नहीं है। ज्यादा जरूरी है कि आप मार्केट को कितना दे रहे हो और आप मार्केट से कितना ले रहे हो। ट्रैडिंग में ज्यादा जरूरी यह है स्ट्रेटजी या कोई सेटअप नहीं है। आप की साइकोलॉजी और मनी मनेजमेंट मार्किट सेंटीमेंटल समझना उसके बाद स्ट्रेटजी कम आता है यह ध्यान रखना।

सबसे अच्छा मोमेंटम ट्रेडिंग स्ट्रेटजी कोन सा है।

सबसे अच्छा मूमेंटम स्ट्रेटजी है बॉक्स स्ट्रेटजी यह खाफी अच्छा है बॉक्स स्ट्रेटजी मूमेंटम काफी अच्छा मिल जाता और काफी फ़ास्ट होता है। बस आप की एंट्री अच्छी होनी चाहिए।

बॉक्स स्ट्रेटजी क्या है।

बॉक्स स्ट्रेटजी का मतलब होता है की प्राइस एक ही रेंज में 20 मिनट 30 मिनट या फिर एक घंटा एक ही जगह पर है। और उसने एक रेंज बनाया हुआ है उस रेंज से वह ना तो ऊपर जा रहा है ना ही नीचे जा रहा है। उसे हम बॉक्स बना लेते हैं नीचे दिए गए फोटो में समझाया गया है

बॉक्स स्ट्रेटजी बॉक्स स्ट्रेटजी

यह फोटो देखकर आप समझ गए होगे। कि बॉक्स कैसे बनता है अच्छा वैसे आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि यह बॉक्स आखिर बंता क्यों है। बॉक्स इसीलिए बनता है जहां पर सेलोर और बायर दोनों लड़ रहे होते हैं बायर मार्केट को ऊपर ले जाना चाहता है। सेलोर मार्केट को नीचे ले जाना चाहता है तो फिर वहां पर ऐसा बॉक्स बन जाता है और बॉक्स का जिधर भी ब्रेक आउट होगा उधर ही पोजीशन बनाना है

बॉक्स स्ट्रेटजी में पोजीशन कैसे बनाये। ( Buy and Sell )

बॉक्स स्टेटर्जी में पोजीशन बनाने से कुछ रूल को फॉलो करना है। जैसे की

  • चार्ट टाइम फ्रेम 5 मिनट का यूज़ करना है।
  • 20 मिनट से ज्यादा प्राइस एक जगह पर होल्ड करना चाहिए। यानि 5 मिनट के 4 केंडल से ज्यादा एक जगह पर होल्ड करना चाहिए।
  • स्टॉप लोस्स बॉक्स के निचे या ऊपर लगाना है।
  • पोजीसन बॉक्स का ब्रेक आउट होने के बाद 5 मिनट की केंडल क्लॉस होने के बाद पोजीसन बनाना है।
  • टारगेट स्टॉप लॉस का डबल रखना है।

उदाहरण = बॉक्स बन्ने के बाद बॉक्स का ब्रेक आउट निचे हुआ है। आप को नीचे पोजीसन बनाना है। क्योंकी बायर का स्टॉप उस बॉक्स के निचे लगा हुआ होगा और वह अपनी पोजीसन काटेंगे तो मार्किट तेजी से निचे आएगी। यह पर देखा गया है की काफी तेजी मोमेंटम आता है। बॉक्स स्टेटर्जी में फ़ास्ट मोमेंटम इस लिए आता है असा करता हु आप समझ गए होंगे। निचे कुछ फोटो दिया हुआ है। उससे और अच्छे से समझ आ जायेगा।

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अंतिम शब्द

दोस्तों मेरी सलाह आप सभी को यह है। कि आप कम से कम 3 महीने की बैक टेस्टिंग करें उसके बाद ही ट्रेड ले जिससे कि आपको ट्रेड लेने समय कॉन्फिडेंस रहे। और एंजाइटी या हाजी ट्यूशन आपको ना हो ट्रेड लेने के बाद कोशिश करें कि 11:00 बजे के बाद ही ट्रेड ले क्योंकि

बड़े-बड़े म्यूचल फंड और फंड मेंज जेसी कंपनियां ज्यादा तर 10 बजे के बाद ही खुलता है। और जब यह अपना पैसा मार्केट में लगाते है। तो बड़ा मूव मार्केट में होता है। आप को यह आर्टिकल समझ में आया की नही कमेंट के जरिये जरूर बताएं।

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