आरएसआई

सॉफ्टेक इंडिया कंपनी में 35 को मिली नौकरी
मंडी -औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान मंडी आरएसआई साफ्टेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड हरियाणा द्वारा कैंपस इंटरव्यू लिया गया। इस दौरान मंडी जिला व आसपास क्षेत्र के करीब 70 युवाओं ने भाग लिया। इसमें से कंपनी ने 35 युवाओं का चयन कर लिया है। कंपनी डोर-टू-डोर सर्वे के लिए इंडस्ट्रियल सर्वे प्रोजेक्ट और प्रॉपर्टी टैक्स सर्वे के बारे में सर्वेयर के लिए भर्ती कर रही है। कंपनी के निदेशक राव नरेंद्र, प्रोजेक्ट् मैनेजर इंजीनियर विक्रम जीत सिंह, इंजीनियर अनुभव देशवाल ने अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लिया। इस दौरान 12वीं पास व आईटीआई उत्तीर्ण सभी व्यवसायों के 70 प्रशिक्षणार्थियों व अभ्यर्थियों ने भाग लिया। कैंपस साक्षात्कार के दौरान चयनित अभ्यर्थियों को इंडस्ट्रियल सर्वे प्रोजेक्ट के लिए चुना गया। चयनित युवाआंें आरएसआई को 10 हजार वेतन प्रतिमाह व टीए डीए अतिरिक्त रहेगा, जबकि जिन अभ्यर्थियों का चयन प्रॉपर्टी टैक्स सर्वे आरएसआई के लिए हुआ है, उन्हें कंपनी प्रतिमाह 15 हजार के साथ टीए डीए पांच हजार रुपए अतिरिक्त देगी। चयनित अभ्यर्थियों को अप्रेंटिशिप सर्टिफिकेट व इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। इस संस्थान के ट्रेनिंग काउंसिलिंग व प्लेसमेंट सेल अधिकारी लता देवी, महेंद्र पाल, संजीव कुमार, रमेश कुमार, विशाल राणा, प्रवीण धीमान सहित अन्य उपस्थित रहे। इस बारे में संस्थान के प्रधानाचार्य इंजीनियर शिवेंद्र डोगर ने बताया कि देश की नामी कंपनियों ने आईटीआई पास युवाओं के लिए रोजगार के द्वार खोल दिए हैं। कंपनी ने आरएसआई सॉफ्टेक इंडिया कंपनी ने 35 युवाओं का चयन किया है।
आरएसआई
गुरुवार को निफ्टी अपने 3500 अंकों के अहम सपोर्ट स्तर से ऊपर रहा हालांकि 3600 का स्तर टूट गया और गिरकर 3593 अंकों के स्तर पर जाकर बंद हुआ।
चौदह दिन का आरएसआई भी गुरुवार को 50 से ऊपर रहा जो इस बात का संकेत है कि मौजूदा स्तरों पर बाजार में जबरदस्त सपोर्ट बना हुआ है। जैसे कि पहले संकेत दिए गए थे हम इस ट्रेंड में बदलाव तभी देख सकेंगे जब निफ्टी 3500 के स्तर से नीचे बंद होगा और आरएसआई 50 के सपोर्ट स्तर से नीचे जाएगा।
जैसा कि पहले कहा गया था इस ट्रेंड में बदलाव तभी आएगा जब निफ्टी 3500 के स्तर से नीचे जाकर बंद होगा। एक्जिट पोल से इस बात के संकेत मिलने के बाद कि किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा, लगातार दूसरे दिन गुरुवार को सूचकांक गिरकर बंद हुए हैं।
पिछले दो दिनों के इस टेक्निकल रिवर्सल से यही समझ में आता है कि बाजार ने लांग कारोबारियों को निकलने का रास्ता दिया है। हालांकि निफ्टी ऑप्शंस के ट्रेडिंग पैटर्न को देख कर यही संकेत मिलते हैं कि इंडेक्स चुनावों के नतीजे आने तक 3500 और 3600 अंकों के बीच कारोबार करते रहेंगे।
कारोबारी 3500 और 3600 के पुट की बिकवाली करते देखे गए इस उम्मीद में कि इंडेक्स इन स्तरों से नीचे नहीं जाएगा। निफ्टी मई वायदा भी स्पॉट की तुलना में दस अंकों के प्रीमियम पर 3603 अंकों पर बंद हुआ और इसके ओपन इंटरेस्ट में 385,500 शेयरों का इजाफा हुआ है।
आंकड़ों के मुताबिक निफ्टी वायदा में इंट्राडे कारोबार से संकेत मिलते हैं कि कारोबारियो ने मुनाफावसूली की है जब इंडेक्स 3600 के स्तर से ऊपर था और जब इंडेक्स 3600 पर था तब वह लांग आरएसआई पोजीशन बना रहे थे। इसका मतलब है कि वायदा कारोबारी उम्मीद कर रहे हैं कि इंडेक्स को 3550-3600 के स्तरों पर काफी तगड़ा सपोर्ट है।
निफ्टी में 3600 और 3700 के पुट में कारोबार हुआ है और कुछ शार्ट पोजीशन खत्म की गई हैं। आंकडों से साफ है कि कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम (58 लाख शेयर) का साठ फीसदी हिस्सा खरीद के सौदों का था जबकि ओपन इंटरेस्ट में 228,650 शेयरों की कमी आई है।
बांधवगढ़ के संवेदनशील क्षेत्र में दे दी रेत की पांच खदानें
बांधवगढ़ के सेंसटिव जोन(संवेदनशील क्षेत्र) में दी गई पांच खदानों से जंगल का पर्यावरण प्रभावित हो सकता है। इन दिनों यह बात काफी चर्चा में है कि अधिसूचना का उल्लंघन करके यह खदानें दी गई हैं। इस मामले में बांधवगढ़ प्रबंधन ने कलेक्टर को पत्र भी लिखा है।
उमरिया। बांधवगढ़ के सेंसटिव जोन(संवेदनशील क्षेत्र) में दी गई पांच खदानों से जंगल का पर्यावरण प्रभावित हो सकता है। इन दिनों यह बात काफी चर्चा में है कि अधिसूचना का उल्लंघन करके यह खदानें दी गई हैं। इस मामले में बांधवगढ़ प्रबंधन ने कलेक्टर को पत्र भी लिखा है। इस पत्र में प्रबंधन ने पार्क के ईको जोन में स्वीकृत पांच गांवों की रेत खदाने तत्काल निरस्त करने का अनुरोध किया है। नेशनल पार्क के उप संचालक सिद्धार्थ गुप्ता ने कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को लिखे पत्र मे जानकारी दी है कि शासन द्वारा टाइगर रिजर्व के अधिसूचित ईको जोन मे उक्त खदानो के संचालन, उत्खनन व परिवहन की स्वीकृति दे दी गई है। यह स्वीकृति न केवल ईको सेंसटिव जोन की अधिसूचना का उल्लंधन है बल्कि पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के अधीन दण्डनीय भी है।
निरस्त हों खदानः उप संचालक सिद्धार्थ गुप्ता ने बताया है कि ईको सेंसेटिव जोन के लिये जारी की गई अधिसूचना का उल्लंधन तथा अवैध गतिविधियों को रोकने हेतु संबंधित जिलों के कलेक्टर को अधिकृत आरएसआई किया गया है। कलेक्टर को लिखे पत्र में प्रतिबंधित क्षेत्र में संचालित की जाने वाली सभी खदानो की स्वीकृति निरस्त करने का आग्रह किया गया है।
इन खदानों पर आपत्तिः बताया गया है कि पार्क प्रबंधन ने सिर्फ ईको सेंसटिव जोन मे स्वीकृत खदानो पर ही आपत्ति दर्ज कराई है। जिन खदानो की स्वीकृति निरस्त करने के लिए पत्र में कहा गया है वे सभी जिले के जनपद पंचायत मानपुर की हैं। इनमे ग्राम सलैया के खसरा नंबर 807 रकबा 4.925, सुखदास के खसरा नंबर 1/2 रकबा 4.033, पिटौर के खसरा नंबर 107 रकबा 3.500, भमरहा के खसरा नंबर 1005/1008/442/1007/01 रकबा 6.110 तथा कोड़ार के खसरा नंबर 29/1, 29/2 रकबा 9.500 की खदनें शामिल हैं।
27 खदानों की हुई थी निविदाः उल्लेखनीय है कि दि मप्र स्टेट माईनिंग कार्पोरेशन लिमिटेड भोपाल द्वारा गत 22 जनवरी 2020 को जिले मे 27 रेत खदाने स्वीकृत की गई हैं। इसके बाद निविदा की प्रक्रिया संपन्ना हुई। जिसमे सभी खदानों का ठेका 37 करोड़ रुपये में आरएसआई वर्ल्ड स्टोन को मिला है। अब पार्क प्रबंधन द्वारा नियमों का हवाला देकर इनमे से पांच खदानों को निरस्त करने की बात कही गई है, जिससे ठेके पर प्रभाव पड़ेगा। ऐसे मे देखना होगा कि जिला प्रशासन इस पर किस तरह का निर्णय लेता है। साथ ही यदि खदानें बंद हुई तो संबंधित कम्पनी की प्रतिक्रिया क्या होगी।
बांधवगढ़ नेशनल पार्क के सेंसटिव जोन की जिन पांच खदानों की स्वीकृति निरस्त करने के लिए पत्र लिखा गया है, वे सभी खदानें कई वर्षो से संचालित होती चली आ रही हैं। उप संचालक के पत्र का परीक्षण किया जा रहा है। इस संबंध मे नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
जिला खनिज अधिकारी, उमरिया
आरएसआई वर्ल्ड स्टोन के कर्मचारियों ने की मारपीट ,गोली चलाने का भी आरोप
उमरिया। उमरिया जिले में रेत के कारोबार को लेकर गोलियां चल चुकी है और हत्या भी हो चुकी है और इस कारोबार को लेकर अपराध का सिलसिला निरंतर जारी है। बुधवार की शाम को भी रेत के इसी कारोबार के चलते मारपीट और गोली चलाने की शिकायत उमरिया थाने में की गई है। हालांकि पुलिस ने गोली चालाने की बात को शुरू में ही खारिज कर दिया था लेकिन मामले की जांच की बात भी कही थी।
अपराध हुआ दर्जः इस मामले में जानकारी देते हुए टीआई राकेश उइके ने बताया कि फरियादी अंकुश सिंह की शिकायत पर आरोपित जस्सी उर्फ जसपाल सिंह और उसके साथियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। जस्सी उर्फ जसपाल सिंह खुद को आरएसआई वर्ल्ड स्टोन आरएसआई का कर्मचारी बताता है। इस मामले में आरएसआई वर्ल्ड स्टोन के जिम्मेदार अधिकारी भूपेन्द्र सिंह से चर्चा करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया। इस मामले में पुलिस ने बलवा और मारपीट की रिपोर्ट दर्ज की है। हालांकि बलवा की धारा लगाने से ऐसा लगता है कि पुलिस दूसरे पक्ष को भी आरोपी बना सकती है।
रेत स्क्वॉड की हरकतः इस घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार आरएसआई वर्ल्ड स्टोन को जिले में रेत खदानों का ठेका मिला हुआ है। वर्षाकाल के दौरान रेत निकासी का काम बंद है लेकिन नदी नालों की रेत पर नजर रखने के लिए आरएसआई वर्ल्ड स्टोन ने अपने कुछ कर्मचारियों का एक रेत स्क्वाड बना दिया है जो जिले में घूमता रहता है। इसी स्क्वाड में शामिल लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है लेकिन बताया यह जा रहा है कि आरएसआई वर्ल्ड स्टोन कंपनी के लोग पुलिस पर दबाव बनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में खास बात यह है कि इसी स्क्वाड में खनिज विभाग के लोग भी शामिल रहते हैं और आरएसआई वर्ल्ड स्टोन के कर्मचारियों के साथ इस तरह चलते हैं जैसे वे सरकारी कर्मचारी नहीं हों बल्कि ठेका कंपनी के कर्मचारी हों।
नाबालिग छेड़छाड़ केस: पटवारी हेमंत कुमार के खिलाफ जांच के आदेश, सोमेश्वर तहसील से अटैच
दिल्ली सरकार के बड़े अधिकारी पर नाबालिग से छेड़छाड़ वाले मामले में प्रभारी डीएम ने आरएसआई के खिलाफ जांच बिठा दी है. मामले में पटवारी हेमंत कुमार को राजस्व उपनिरीक्षक चौकी गोविंदपुर से हटाकर सोमेश्वर तहसील कार्यालय अटैच किया गया है.
अल्मोड़ाः डांडाकांडा में नाबालिग से छेड़छाड़ प्रकरण को लेकर बड़ी खबर है. अपर जिलाधिकारी सीएस मर्तोलिया ने राजस्व उपनिरीक्षक क्षेत्र गोविंदपुर हेमंत कुमार के खिलाफ जांच बैठा दी है. इस पूरे मामले की जांच तहसीलदार सोमेश्वर खुशबु पांडे को सौंपी गई है. वहीं, पटवारी हेमंत कुमार को राजस्व उपनिरीक्षक चौकी गोविंदपुर से हटाकर सोमेश्वर तहसील कार्यालय में अटैच किया गया है.
दरअसल, दिल्ली सचिवालय में तैनात संयुक्त सचिव एवी प्रेमनाथ पर दिल्ली निवासी एक नाबालिग छात्रा ने डांडाकांडा स्थित प्लीजेंट वैली फाउंडेशन में छेड़खानी करने व दुष्कर्म का प्रयास करने के आरोप लगाए थे. जिसके बाद राजस्व पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया था. बाद में यह मामला रेगुलर पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी एवी प्रेमनाथ को हल्द्वानी से गिरफ्तार कर लिया था.
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वहीं, इस प्रकरण के सामने आने के बाद पटवारी चौकी गोविंदपुर में तैनात आरएसआई हेमंत कुमार पर मामले को दबाने एवं पीड़िता की शिकायत का संज्ञान नहीं लेने के आरोप लग रहे हैं. मामले का संज्ञान लेते हुए प्रभारी डीएम सीएस मर्तोलिया ने पटवारी हेमंत कुमार के आरएसआई खिलाफ जांच के आदेश कर दिए हैं.
प्रभारी जिलाधिकारी मर्तोलिया ने बताया उप जिलाधिकारी सदर की संस्तुति के आधार पर इस प्रकरण की जांच के लिए तहसीलदार सोमेश्वर खुशबु पांडे को जांच अधिकारी नामित किया गया है. उन्होंने जांच अधिकारी को प्रकरण की गहनता से जांच कर तथ्यात्मक विस्तृत जांच आख्या 15 दिन के अन्दर जिलाधिकारी कार्यालय को अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करने को निर्देशित किया है. उन्होंने बताया जांच गठित होने के चलते राजस्व उपनिरीक्षक क्षेत्र गोविंदपुर हेमंत कुमार अग्रिम आदेश तक तहसील कार्यालय सोमेश्वर में अटैच रहेंगे.