एमए क्या है

एमए के बाद करें ये कोर्स
एमए के बाद आगे पढ़ाई जारी करना काफी अच्छा फैसला साबित हो सकता है क्योंकि इसके माध्यम से नौकरी मिलना बहुत अच्छा हो जाएगा.
– बैचलर ऑफ एजुकेशन (B.Ed.)
B.Ed. दो साल एमए क्या है का डिग्री कोर्स है, जिसमें बच्चों को पढ़ाने के अलग-अलग तरीकों के बारे में पढ़ाया जाता है. एमए करने के बाद B.Ed. करने से पीजीटी पूरी मानी जाती है. एमए + बीएड के बाद उम्मीदवार सरकारी और प्राइवेट, दोनों तरह के स्कूल में 12वीं तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए योग्य माना जाता है.
– मास्टर ऑफ फिलॉसफी (M.Phil.)
एम.फिल का कोर्स 2 साल का होता है, जिसमें विद्यार्थी को थ्योरी और प्रैक्टिकल, दोनों तरह का ज्ञान मिलता है. इसमें विद्यार्थी को अपने चुने हुए विषय में रिसर्च भी करनी होती है. M.Phil. की पढ़ाई पूरी करने के बाद किसी संस्थान से जुड़कर रिसर्च कर सकते हैं या किसी संस्थान में हायर क्लासेस के बच्चों को पढ़ा सकते हैं.
– डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (PhD)
PhD एमफिल से ऊंचे लेवल की पढ़ाई होती है. इसमें विद्यार्थी को अपने चुने हुए विषय में थ्योरी पढ़नी होती है और रिसर्च पूरी करनी होती है. यह डिग्री कोर्स 3 से 6 साल का होता है. विद्यार्थी जितनी जल्दी रिसर्च पूरी कर लेंगे, उन्हें उतनी ही जल्दी पीएचडी की डिग्री मिल जाएगी. PhD की पढ़ाई के बाद उम्मीदवार को कॉलेज या यूनिवर्सिटी में बच्चों को पढ़ाने का मौका मिलता है.
MA Full Form in Hindi | एमए फूल फोर्म इन हिंदी
MA Full Form in Hindi | एमए फूल फोर्म इन हिंदी | नमस्कार दोस्तों,आज के इस लेख में हम जानेंगे कि MA [एमए] कया है, MA [एमए]Kya hai, MA [एमए]Full Form, MA [एमए]Full Form in Hindi, MA [एमए] Meaning in Hindi में क्या होता है और उसके साथ साथ ही हम यह भी जानेगे की MA [एमए] Subject,MA [एमए] के बाद करियर की संभावना, MA [एमए]college in india के बारे में अधिक जानने के लिए इस लेख को अंत तक ज़रूर देखें।
Table of Contents
MA [एमए] एक post graduate academic degree है। आर्ट्स में मास्टर डिग्री प्राप्त करने के MA [एमए] कहते है। यह डिग्री आमतौर पर BA को पास करने के बाद की जाती है MA [एमए]का कोर्स 2 साल का होता है दो साल में आप मास्टर डिग्री ले सकते है। यह एक theory course है। अक्सर लोग बरवी कक्षा पास करने के बाद यह कोर्स करते है लेकिन अगर आपने बीए किया है तू आप MA में कोई भी sabject से कर सकते हाउ ।अगर आपने BA की डिग्री कोई सब्जेक्ट पसंद करके की है तू उसी subject से यह डिग्री करनी पड़ती है। यह डिग्री करने के बाद आप अपना टीचर बनने का सपना भी पूरा कर सकते है।
MA Full Form
Master of Arts
मास्टर ओफ़ आर्ट्स
MA Subject
- हिंदी
- इंग्लिश
- इतिहास
- संस्कृत
- भूगोल
- इकोनोमिक्स
- शिक्षा शास्त्र
- फ़िलोसोफ़ी
- सोशीयोलोजी
- पॉलिटिक्स
MA के बाद करियर की संभावन
MA [एमए] कोर्स को पूरा करने के बाद छात्रा के पास बहुत सारी तक आ जाती है जिसमें छात्र की एमए क्या है सालाना salery लगभग एक से दो लाख रुपए का पेकज कर सकते है ओर आप अपना अच्छा carier की सम्भावना कर सकते है जिनकी सूची नीचे दी गई है।
- Translator
- Teaching
- Government teacher
- Professor
- Private tuition
- Home tuition
- Lecturer
- Content writer
- Education advisor
- Employment office
- Wise principle
- Junior teacher
- Coaching centre
एमए का फुल फॉर्म क्या है | MA full form in hindi
Ma ka full form “Master of Arts” होता है जिसे हिंदी में भाषा में “मास्टर ऑफ आर्ट्स” कहा जाता है
MA का पूरा नाम “Master of Arts” होता है ma ग्रेजुएशन की मास्टर डिग्री होती है इस कोर्स कि पढ़ाई डायरेक्ट नहीं किया जा सकता है इस कोर्स कि पढ़ाई करने से पहले BA कि पढ़ाई करनी पड़ती है
जोकि पूरे 3 साल का कोर्स होता है उसके बाद मास्टर डिग्री प्राप्त करने के लिए MA का कोर्स करना पड़ता है और एमए (MA) का कोर्स 2 साल का होता है
एमए (MA) कोर्स को करने के लिए योग्यता
MA कोर्स को करने के लिए अभ्यर्थियों को बहुत ज्यादा योग्यता कि जरूर नहीं है MA कोर्स की पढ़ाई करने से पहले अभ्यर्थियों को BA कि पढ़ाई करनी पड़ती है
जोकि पूरे 3 साल का कोर्स होता है उसके बाद मास्टर डिग्री प्राप्त करने के लिए MA का कोर्स करना पड़ता है और MA का कोर्स 2 साल का होता है
एमए (MA) कोर्स को करने के लिए प्रवेश प्रक्रिया
MA कोर्स को करने के लिए किसी प्रकार कि प्रवेश परीक्षा नहीं होती है और होती भी है तो कुछ बड़े बड़े विश्वविद्यालय में ही होती है वैसे ज्यादातर कालेजों में बिना किसी प्रवेश
परीक्षा के सिर्फ जरूरी डाक्यूमेंट्स के साथ और BA में कम से कम 45% के साथ पास होना चाहिए जिसके बाद बहुत ही आसानी से डायरेक्ट किसी भी प्राइवेट या गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन हो जाता है
एमए (MA) कोर्स को करने में फीस कितना लगता है
MA ग्रेजुएट कोर्स को गवर्मेंट कालेज एवं प्राइवेट कालेज इन दोनों से किया जा सकता है अगर आप प्राइवेट कालेज से MA ग्रेजुएट कोर्स को करते हैं तो वहां गवर्मेंट कालेज के मुकाबले फीस एमए क्या है के पैसे थोड़े ज्यादा लगते हैं प्रतिवर्ष के फीस के पैसे 8 हजार रुपए से लेकर 12 हजार रुपए तक लगते हैं
और वहीं अगर बात की जाए गवर्मेंट कालेज की तो MA ग्रेजुएट कोर्स को करने के लिए प्रतिवर्ष के 4 हजार रुपए से लेकर 8 हजार रुपए तक लगते हैं हालांकि की यह बताये हुए फिस के पैसे एकदम सटीक नहीं है क्योंकि हर राज्यो के कालेजों के हिसाब से फीस के पैसे में थोड़ा कम या ज्यादा का अंतर हो सकता है
Career Tips: MA के बाद क्या करें? आपके लिए बेस्ट हैं ये करियर ऑप्शंस
Mumbai University PhD Admission 2021: एमफिल और पीएचडी प्रवेश के लिए पीईटी अलग-अलग आयोजित किया जाएगा.
Career Tips, Career Options After MA: कई छात्र पोस्ट ग्रेजुएशन (Post Graduation Course) में एमए यानी मास्टर ऑफ आर्ट्स क . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : November 10, 2021, 15:23 IST
नई दिल्ली (Career Tips, MA Jobs). एमए के बाद क्या करें (Career Options After MA)? आर्ट्स स्ट्रीम में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री (Post Graduation In Arts) हासिल करने के बाद ज्यादातर छात्र अपने करियर को लेकर काफी कंफ्यूज रहते हैं (Career Tips). उन्हें समझ में नहीं आता है कि वे आगे क्या करें. यह करियर ऑप्शंस (Career Options) को लेकर जानकारी का अभाव ही है वर्ना एमए करने के बाद भी करियर की अनेक राहें आपके लिए हमेशा खुली रहती हैं.
अगर आप भविष्य में अच्छी सैलरी और पोस्ट वाली जॉब करना चाहते हैं तो एमए की डिग्री (MA Degree) हासिल करने के बाद भी आपके पास करियर ऑप्शंस की भरमार है. आप टीचिंग फील्ड (Teaching Jobs) के अलावा जर्नलिज्म, एडवर्टाइजिंग जैसे कई क्षेत्रों में अपनी जगह बना सकते हैं. एमए खत्म होते ही सरकारी नौकरी (Sarkari Naukri) की तैयारी भी शुरू की जा सकती है.
एम ए कोर्स क्या हैं क्यों करें? | MA Course Details in Hindi
एम ए कोर्स MA Course दृवर्षीय कार्यक्रम है जो एक विषय से किया जाता हैं। उस एक विषय का चयन आप अपनी रुचि के अनुसार कर सकते हैं। एम ए (MA) की फूलफोम Master of Arts होती है। बीए (BA) करने के पश्चात हम एम ए के कार्यक्रम में हिस्सा लेने योग्य बन जाते हैं।
आप निश्चित समय के पश्चात जितने विषयों से चाहें उतने विषयों से बार-बार इस कार्यक्रम में हिस्सा ले सकते हैं। जैसा कि आपने सुना होगा कि कई लोग अलग-अलग विषयों से या एक ही विषय से दो दो बार एम ए कर लेते हैं। आज हम एम ए कोर्स क्या हैं, एम ए करने के लाभ फीस योग्यता आदि के संबंध में अध्यन कारिंगे। MA एमए क्या है Course Details.
एम ए कोर्स क्या हैं? | What is MA Course
एम ए दृवर्षीय पाठ्यक्रम के अंतर्गत आने वाले प्रोग्राम या कार्यक्रम हैं। जिसके अंतर्गत 4 सेमेस्टर का आयोजन कराया जाता हैं। आप प्रत्येक विषय से एम ए कोर्स कर सकते हैं। यह कोर्स करने के पश्चात आप यूजीसी NET की परीक्षा पास कर P.HD जैसे कोर्स करने योग्य बन जाते हैं। जिससे भविष्य में आप अपने विषय से संबंधित प्रोफेसर बन सकते हैं।
एम ए (Master of Arts, MA) शिक्षा के उच्च शिक्षा का एक कोर्स हैं जो छात्र को उनके विषय में निपुर्ण होने की डिग्री प्रदान करता है।
एम ए कोर्स के विषय | Subjects of MA Course
एम ए कोर्स में प्रत्येल सेमेस्टर में 4 विषय होते हैं अर्थात एक विषय के 4 उपविषय। जिनके अंतर 4 यूनिट होती है और प्रत्येक यूनिट के अंदर 4-5 प्रकरण (Topics) होते हैं। प्रत्येक सेमेस्टर में 4 परीक्षाएं आयोजित करायी जाती हैं।
एम ए कोर्स को पूर्ण करने हेतु आपको प्रत्येक विषय में उत्तीर्ण होना अनिवार्य होता हैं। इसी के साथ प्रत्येक सेमेस्टर मे चार विषयों के चार प्रैक्टिकल होते है एवं मौखिक प्रैक्टिकल लिया जाता हैं।
एम ए कोर्स करने हेतु क्या-क्या योग्यता होनी चाहिए?
एम ए कोर्स करने हेतु बीए कोर्स 50 प्रतिशत अंको के साथ पूर्ण होना आवश्यक है और अगर आप अनुसूचित जाति या जनजाति से हैं तो आपको बीए में 45 प्रतिशत अंको से उत्तीर्ण होना अनिवार्य हैं।
अगर आपके निर्धारित प्रतिशत से कम आती भी है तो आप एक बार विश्वविद्यालय जाकर इससे संबंधित रियायतों से संबंधित सूचना प्राप्त कर सकते हैं।
एम ए कोर्स करने के फायदे | Benefits of MA Course
एम ए कोर्स (MA Course) हमें अपने विषय में निपुर्णता प्रदान करने का कार्य करता है। यह कोर्स हमे प्रोफेसर बनने में सहायता करता है। यह करने के पश्चात हम यूजीसी NET की परीक्षा पास कर विश्वविद्यालय में पढ़ाने योग्य बन जाते हैं। P.HD जैसे कोर्स करने हेतु योग्य बन जाते हैं।
एम ए कोर्स कर हम उच्च स्तर के छात्रों को शिक्षित करने योग्य बन जाते हैं और साथ ही हमारे ज्ञान में विस्तार होता हैं और इस कोर्स को करने के बाद आप SSC से जुड़ी अनेक परीक्षाओं में हिस्सा ले सकते हैं।
एम ए कोर्स करने हेतु मुख्य विश्वविद्यालय जो इस प्रकार हैं –
● BHU बनाराश हिन्दू विश्वविद्यालय
● Central यूनिवर्सिटी ऑफ उड़ीसा
● लोयोला कॉलेज , चेन्नई
● मसीह विश्वविद्यालय, बैंगलोर
एम ए कोर्स हमे अपने विषय मे निपुर्णता प्रदान करता है और साथ ही हमें व्यवसायिक चुनने के अवसरों में वृद्धि करने का कार्य करता है।
M.A. का कोर्स कौन कर सकता है?
M.a. का कोर्स को सभी स्टूडेंट कर सकते हैं, जिन्होंने अपनी ग्रेजुएशन कंप्लीट कर ली है। चाहे किसी भी स्ट्रेन से किया, कोई भी फर्क नहीं एमए क्या है पड़ेगा। अगर आपकी ग्रेजुएशन कंप्लीट है तो आप M.A. में एडमिशन ले सकते हैं। मैंने यहां पर एडमिशन शब्द यूज किया है तो अब बारी आती है एडमिशन कैसे होता है m.a. में।
बहुत सारे ऐसे कॉलेज और बहुत सारी यूनिवर्सिटी है जहां पर आपको MA में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है। एंट्रेंस एग्जाम में अगर आपकी रैंक अच्छी आती है और मेरिट लिस्ट में आपका नाम आता है तो आपका एडमिशन हो जाएगा।
बहुत सारे कॉलेज ऐसे भी है जहां पर आपको एंट्रेंस एग्जाम नहीं देना पड़ता है, डायरेक्ट वहां पर आपका एडमिशन हो जाएगा।
कितने परसेंटेज मार्क होनी चाहिए एम ए में एडमिशन लेने के लिए?
अगर हम लोग एंट्रेंस एग्जाम की बात करें तो उसमें कम से कम आपका 45% या फिर 50% मार्क होने चाहिए। यह कहीं थोड़ा सा कम या फिर ज्यादा हो सकता है। लेकिन बहुत सारे ऐसे कॉलेज है जहां पर आपका डायरेक्ट एडमिशन हो जाता है। वहां पर परसेंट उतना ज्यादा मैटर नहीं करता है। अगर आपका परसेंटेज कम भी है तभी आपका एडमिशन हो जाएगा।
जैसे आपने पहले ही पड़ा है कि MA का मतलब होता है मास्टर ऑफ आर्ट्स यानीकि आर्ट्स की कोई भी एक सब्जेक्ट को चुनकर आप मास्टर कर सकते हैं। इसका यह मतलब है कि आप किसी पार्टिकुलर सब्जेक्ट को बहुत विस्तार से पढ़ाई कर सकते हैं और उसने अपनी अध्ययन, अपनी जानकारी को और अच्छा कर सकते हैं।
अगर आप मास्टर कंप्लीट कर लेते हैं तो उसके बाद आप पीएचडी कर सकते हैं।
M.A. कोर्स की फीस कितनी होती है?
अगर हम Government कॉलेज की बात करें तो गवर्नमेंट कॉलेज में MA कोर्स की फीस बहुत ज्यादा नहीं होती है। अगर एक नॉर्मल सा गवर्नमेंट कॉलेज है तो उसमें एम ए की जो फीस होगी वह 4000 से 5000 होगी, 1 साल की। हो सकता है कि यह फीस थोड़ा सा कम या ज्यादा हो सकता है। अलग-अलग कॉलेज में, अलग अलग शहरों में, अलग अलग राज्य में फीस थोड़ा सा ऊपर नीचे हो सकता है।
वहीं पर अगर हम प्राइवेट कॉलेज की एमए क्या है बात करें तो प्राइवेट कॉलेज में MA का फीस 20,000 से 25,000 रुपए हो सकती है 1 साल की। इसमें भी कॉलेज के ऊपर डिपेंड करता है किसी काम या फिर ज्यादा फीस होगा।
इस पोस्ट में हमने एम ए कोर्स के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें जानी है। अगर आपके मन में कोई और भी सवाल है तो नीचे कमेंट करके जरूर पूछें।