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शेयर बाजार कैसे काम करता है

शेयर बाजार कैसे काम करता है
Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Updated on: November 05, 2022 19:07 IST

शेयर बाजार क्या है और बाजार कैसे काम करता है? | What is Stock Market in Hindi? | How the Stock Market Works in Hindi? |

स्टॉक मार्केट शब्द कई एक्सचेंजों को संदर्भित करता है जिसमें सार्वजनिक रूप से आयोजित कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। इस तरह की वित्तीय गतिविधियां औपचारिक एक्सचेंजों के माध्यम से और ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) मार्केटप्लेस के माध्यम से आयोजित की जाती हैं जो नियमों के परिभाषित सेट के तहत काम करती हैं।

"स्टॉक मार्केट" और "स्टॉक एक्सचेंज" दोनों का उपयोग अक्सर परस्पर उपयोग किया जाता है। शेयर बाजार में व्यापारी एक या अधिक स्टॉक एक्सचेंजों पर शेयर खरीदते या बेचते हैं जो समग्र शेयर बाजार का हिस्सा हैं।

शेयर बाजार कैसे काम करता है?

जब आप एक सार्वजनिक कंपनी का स्टॉक खरीदते हैं, तो आप उस कंपनी का एक छोटा सा टुकड़ा खरीद रहे हैं।

शेयर बाजार एक्सचेंजों के नेटवर्क के माध्यम से काम करता है - आपने न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज या नैस्डैक के बारे में सुना होगा। कंपनियां प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश, या आईपीओ नामक प्रक्रिया के माध्यम से एक एक्सचेंज पर अपने स्टॉक के शेयरों को सूचीबद्ध करती हैं। निवेशक उन शेयरों को खरीदते हैं, जो कंपनी को अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए धन जुटाने की अनुमति देता है। निवेशक तब इन शेयरों को आपस में खरीद-फरोख्त कर सकते हैं।

खरीदार एक "बोली" या उच्चतम राशि प्रदान करते हैं जो वे भुगतान करने के लिए तैयार हैं, जो आमतौर पर विक्रेताओं की राशि से कम होती है जो बदले में "पूछते हैं"। इस अंतर को बोली-पूछना प्रसार कहा जाता है। एक व्यापार होने के लिए, एक खरीदार को अपनी कीमत बढ़ाने की आवश्यकता होती है या विक्रेता को उसे कम करने की आवश्यकता होती है।

यह सब जटिल लग सकता है, लेकिन कंप्यूटर एल्गोरिदम आम तौर पर अधिकांश मूल्य-सेटिंग गणना करते हैं। स्टॉक खरीदते समय, आप अपने ब्रोकर की वेबसाइट पर बोली, पूछने और बोली-पूछने का प्रसार देखेंगे, लेकिन कई मामलों में, अंतर पेनीज़ होगा, और शुरुआती और दीर्घकालिक निवेशकों के लिए बहुत चिंता का विषय नहीं होगा।

भारत में शेयर बाजार कैसे काम करता है?

भारत देश में दो प्रकार के शेयर बाजार हैं:

1.प्राथमिक शेयर बाजार:

यह वह जगह है जहां कंपनियां या व्यवसाय खुद को पंजीकृत करते हैं और पहली बार सूचीबद्ध करते हैं। कंपनियां आम जनता को अपने स्टॉक की पेशकश करके धन जुटाने के लिए प्राथमिक शेयर बाजार में प्रवेश करती हैं। जब कोई कंपनी खुद को प्राथमिक शेयर बाजार में सूचीबद्ध करती है और पहली बार अपने शेयरों को बेचने की पेशकश करती है, तो इसे प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के रूप में जाना जाता है।

यहां, आपको यह समझना चाहिए कि शेयर कंपनी के एक छोटे से मूल्य का भौतिक प्रतिनिधित्व हैं, और शेयरों के स्वामित्व का मतलब है कि आप अपने द्वारा रखे गए शेयरों के अनुपात में कंपनी के एक भाग-मालिक हैं।

2.माध्यमिक शेयर बाजार:

कंपनी के प्राथमिक बाजार में सूचीबद्ध होने के बाद, किसी कंपनी के शेयरों का वास्तविक व्यापार द्वितीयक शेयर बाजार में होता है। किसी कंपनी के शेयरों को स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध करने के बाद, निवेशक व्यापार कर सकते हैं, यानी, ब्रोकर के माध्यम से शेयरों को बेच या खरीद सकते हैं। वर्तमान डिजिटल युग में, आप आसानी से एक डीमैट खाता और एक ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं, जिसके बाद आप ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से शेयर बाजारों में प्रभावी ढंग से व्यापार कर सकते हैं।

भारत के शेयर बाजारों में सेबी की भूमिका?

एक शेयर बाजार को चलाने के लिए, कई प्रतिभागी हैं जो इसके कामकाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिसमें निवेशक, ब्रोकरेज हाउस, कंपनियां और बैंक शामिल हैं।

चूंकि बहुत सारा सार्वजनिक धन शामिल है, इसलिए सरकार द्वारा संचालित एक नियामक एजेंसी की आवश्यकता है जो शेयर बाजारों के कामकाज की देखरेख कर सके, और यह सुनिश्चित कर सके कि कंपनियां किसी भी नाजायज प्रथा का सहारा न लें या सार्वजनिक धन का दुरुपयोग न करें। उस एजेंसी को भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) के नाम से जाना जाता है।

नियामक का शेयर बाजारों पर पूरा नियंत्रण है। किसी कंपनी को बाजार में अपनी हिस्सेदारी सूचीबद्ध करने के लिए, उसे अनिवार्य रूप से सेबी से अनुमोदन प्राप्त करना होगा। अनुमोदन प्राप्त करने की प्रक्रिया में कंपनी के लेखांकन के उचित चेक और शेष राशि का रखरखाव शामिल है।

स्टॉक एक्सचेंज क्या है?

स्टॉक एक्सचेंज एक संगठित बाजार की तरह है जो इन लेनदेन के एक सुविधाकर्ता के रूप में काम करता है और शेयरों और अन्य प्रतिभूतियों की खरीद और बिक्री को सक्षम बनाता है।

सटीक होने के लिए, यह एक ऐसा मंच है जो स्टॉक और डेरिवेटिव जैसे वित्तीय साधनों के व्यापार का संचालन करता है। भारत में इस मंच पर गतिविधियों को सेबी द्वारा विनियमित किया जाता है। शेयर बाजार में व्यापारिक गतिविधियों में दलाली, कंपनियों द्वारा शेयर जारी करना आदि शामिल हैं।

भारत में कितने स्टॉक एक्सचेंज हैं?

ज्यादातर शेयर बाजार कैसे काम करता है लोगों का मानना है कि इसके विपरीत, सबसे अधिक सुना जाने वाला स्टॉक एक्सचेंज एनएसई और बीएसई भारत में एकमात्र स्टॉक एक्सचेंज नहीं हैं। हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि ये दोनों मुख्य रूप से भारत के दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज हैं, सेबी के अनुसार, वर्तमान में भारत में कुल सात मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज हैं।

1.बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज

2.नेशनल स्टॉक एक्सचेंज

3. कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड

4. इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज लिमिटेड

5. मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड

6. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड

7. नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड

भारत में स्टॉक एक्सचेंज के कार्य?

यहां भारत में स्टॉक एक्सचेंज के कार्यों की एक सूची दी गई है-

2.प्रतिभूतियों का मूल्य निर्धारण

3.आर्थिक विकास में योगदान देता है

4.लेन-देन की सुरक्षा

5.अटकलों के लिए गुंजाइश प्रदान करना

6.इक्विटी पंथ का प्रसार

8.पूंजी का बेहतर आवंटन

9.बचत और निवेश की आदतों को बढ़ावा देता है

स्टॉक एक्सचेंज की विशेषताएं.

स्टॉक एक्सचेंज के कार्यों के बारे में जानना अवधारणा को समझने की दिशा में पहला कदम है। एक स्टॉक एक्सचेंज में किसी भी अन्य संस्थान की तरह इसकी विशेषताएं और विशेषताएं होती हैं। नीचे सूचीबद्ध एक नज़र में देखने के लिए स्टॉक एक्सचेंज की प्राथमिक विशेषताएं हैं।

1. यह एक ऐसा मंच है जहां सरकार और कॉर्पोरेट क्षेत्रों के शेयर और प्रतिभूतियां खरीदी जाती हैं, साथ ही बेची जाती हैं।

2. स्टॉक एक्सचेंज की एक और विशेषता यह है कि केवल सूचीबद्ध कंपनियां ही व्यापार में संलग्न हो सकती हैं।

3. स्टॉक एक्सचेंज की एक प्रमुख विशेषता यह है कि यह एक राष्ट्र के आर्थिक कामकाज का प्रतिनिधित्व बन जाता है।

Investment Tips: शेयर मार्केट से करोड़पति कैसे बनें? आपका भी है यही सवाल? ये 7 जवाब

अमित कुमार दुबे

पैसा कमाना हर किसी को अच्छा लगता है. कहा जाता है कि शेयर बाजार में बहुत पैसा है. कुछ लोगों को उदाहरण दिया जाता है कि इन्होंने महज 5000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी, और आज शेयर बाजार से करोड़ों रुपये बना रहे हैं. आखिर उनकी शेयर बाजार कैसे काम करता है सफलता का राज क्या है, आज हम आपको बताएंगे? (Photo: Getty Images)

How can I earn 1 crore easily

दरअसल, आप भी कुछ आसान टिप्स को फॉलो कर शेयर बाजार से पैसे बना सकते हैं. शेयर बाजार में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप लखपति से करोड़पति बन सकते हैं. लेकिन अक्सर लोग पैसे बनाने की होड़ में नियम और रिस्क को भूल जाते हैं, या फिर कहें जानबूझकर नजरअंदाज कर देते हैं. और फिर उनकी उनकी शिकायत होती है कि शेयर बाजार से बड़ा नुकसान हो गया. (Photo: Getty Images)

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यह भी एक कड़वी सच्चाई है कि शेयर बाजार से 90 फीसदी से ज्यादा रिटेलर पैसा नहीं बना पाते हैं, हर रिटेल निवेशक को शेयर बाजार में कदम रखने से पहले इसे आंकड़े को ध्यान में रखना चाहिए. लेकिन एक इसमें एक अच्छी बात यह है कि 10 फीसदी रिटेल निवेशक पैसे बनाने में सफल रहते हैं. क्योंकि वे नियमों को फॉलो शेयर बाजार कैसे काम करता है करते हैं. (Photo: Getty Images)

शुरुआत कैसे करें:

अब आइए आपको बताते हैं कि शेयर बाजार के आप कैसे करोड़पति बन सकते हैं.

1. शुरुआत कैसे करें: शेयर बाजार में निवेश से पहले ये जानने की कोशिश करें कि शेयर बाजार क्या है? शेयर बाजार कैसे काम करता है? लोगों को शेयर बाजार से कैसे कमाई होती है? क्योंकि शेयर बाजार कोई पैसे बनाने की मशीन नहीं है. डिजिटल के इस दौर में आप घर बैठे ऑनलाइन इस बारे में जानकारी जुटा सकते हैं. इसके अलावा आप इस मामले में वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकते हैं. जो आपको शुरुआत में सही दिशा बताएंगे.

छोटी रकम से करें निवेश की शुरुआत


2. छोटी रकम से करें निवेश की शुरुआत: ये जरूरी नहीं है कि शेयर बाजार में निवेश के लिए बड़ी रकम होनी चाहिए. अधिकतर लोग यही गलती करते हैं. अपनी पूरी जमापूंजी शेयर बाजार में लगा देते हैं. फिर बाजार में उतार-चढ़ाव को झेल नहीं पाते हैं. आप छोटी रकम यानी महज 5 रुपये से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. (Photo: Getty Images)

टॉप कंपनियों को चुनें

3. टॉप कंपनियों को चुनें: शुरुआत में बहुत ज्यादा रिटर्न पर फोकस करने से बचें. क्योंकि बहुत ज्यादा रिटर्न के चक्कर में लोग उन कंपनियों स्टॉक्स में पैसे लगा देते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होते हैं, और फिर फंस जाते हैं. इसलिए निवेश की शुरुआत अक्सर लार्ज कैप कंपनियों से करें. जो फंडामेंटली मजबूत हो. जब आपको कुछ साल का अनुभव हो जाएगा तो फिर थोड़ा रिस्क ले सकते हैं.

 निवेशित रहने की जरूरत

4. निवेशित रहने की जरूरत: जब आप छोटी रकम से निवेश की शुरुआत करेंगे, तो फिर हर महीने निवेश को बढ़ाते रहें. अपने पोर्टफोलियो को संतुलित बनाकर रखें. जब आप लगातार कुछ साल तक बाजार में निवेशित रहेंगे तो फिर आप लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. अक्सर बाजार में लंबे समय के निवेशित रहने वालों का फायदा होता है. (Photo: Getty Images)

पैनी स्टॉक्स से रहें दूर

5. पैनी स्टॉक्स से रहें दूर: रिटेल निवेशक अक्सर शेयर बाजार कैसे काम करता है सस्ते स्टॉक्स पर फोकस करते हैं. 10-15 रुपये वाले स्टॉक्स को अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर लेते हैं और फिर गिरावट में घबरा जाते हैं. उन्हें लगता है कि सस्ते शेयर में कम निवेश कर ज्यादा कमाया जा सकता है. लेकिन ये सोच गलत है. स्टॉक्स का चयन हमेशा कंपनी की ग्रोथ को देखकर करें. उसी कंपनी में निवेश करें, जिसका बिजनेस अच्छा हो और उस बिजनेस को चलाने वाला मैनेजमेंट अच्छा हो.

 गिरावट में घबराएं नहीं

6. गिरावट में घबराएं नहीं: शेयर बाजार में जब भी गिरावट आए, तो अपने निवेश को बढ़ाने बढ़ाएं. अक्सर रिटेल निवेशक को जब तक कमाई होती है, तब तक वो निवेश में बने रहते हैं. लेकिन जैसे से बाजार में गिरावट का दौर चलता है, रिटेल निवेशक घबराने लगते हैं, और फिर बड़े नुकसान के डर से शेयर सस्ते में बेच देते हैं. जबकि बड़े निवेशकर खरीदारी के लिए गिरावट का इंतजार करते हैं. (Photo: Getty Images)

 कमाई का कुछ हिस्सा करें सुरक्षित निवेश


7. कमाई का कुछ हिस्सा करें सुरक्षित निवेश: शेयर बाजार से होने वाली कमाई के कुछ हिस्से को सुरक्षित निवेश के तौर पर दूसरे जगह पर भी लगाएं. इसके अलावा अपने मुनाफे को बीच-बीच में कैश करते हैं. सबसे अहम और हर रिटेल निवेशक के जरूरी बात यह है कि वे बिना जानकारी शेयर बाजार से दूर रहें, और निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें. देश के बड़े निवेशकों को फॉलो करें, उनकी बातों को गंभीरता से लें. (Photo: Getty Images)

Share Market में करना चाहते हैं निवेश की शुरुआत, जानिए शेयर बाजार की ABCD

Share Market में अगर आप निवेश करने की प्लानिंग बना रहे हैं तो पैसा डुबे इससे पहले थोड़ी जानकारी उसके शेयर बाजार कैसे काम करता है बारे में ले लें, ताकि आपको बेसिक जानकारी हो सकें और आपका ज्यादा रिटर्न अपने शेयर पर ले सकें।

Vikash Tiwary

Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Updated on: November 05, 2022 19:07 IST

Share Market में निवेश की शुरुआत करने से पहले ये जानें- India TV Hindi

Photo:INDIA TV Share Market में निवेश की शुरुआत करने से पहले ये जानें

What is Share Market: शेयर मार्केट में निवेश करना जोखिमों से भरा होता है। अगर आप नए हैं, आपने इससे पहले कभी किसी स्टॉक (Stock) में निवेश नहीं किया है और आपको इस बात की जानकारी नहीं है कि शेयर मार्केट क्या होता है और यह कैसे काम करता है? क्या स्टॉक मार्केट में सिर्फ शेयर ही खरीदे-बेचे जाते हैं? तो आज हम आपके इन सभी सवालों का जवाब इस खबर में देने जा रहे शेयर बाजार कैसे काम करता है हैं।

शेयर मार्केट क्या है?

शेयर मार्केट एक ऐसा बाजार है, जहां खरीदार BSE(Bombay Stock Exchange) और NSE(National Stock Exchange) पर सूचीबद्ध शेयरों की खरीद-बिक्री करते हैं। यह सेबी(Securities and Exchange Board of India) के देखरेख में काम करता है। सेबी भारत सरकार की संस्था है जो शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों पर नजर रखती है ताकि वह ग्राहक के साथ फ्रॉड ना कर सके। इसे दो भाग में क्लासिफाइड किया गया है। प्राइमरी और सेकेंडरी।

क्या है प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट?

जब कोई कंपनी शेयरों के माध्यम से धन जुटाने के लिए पहली बार स्टॉक एक्सचेंज में खुद को रजिस्टर करती है तो उसे प्राइमरी कैटेगरी में रखा जाता है, वहीं एक बार जब कंपनी की नई सिक्योरिटी को प्राइमरी मार्केट में बेच दिया जाता है, तब उसका कारोबार सेकेंडरी में किया जाने लगता है। यहां निवेशकों को बाजार की मौजूदा कीमतों पर शेयर खरीदने और बेचने का मौका मिलता है।

शेयर के आलावा इनमें भी कर सकते हैं निवेश

स्टॉक एक्सचेंज में इन चार रूप (शेयर, बांड, म्यूचुअल फंड और Derivatives) में ट्रेडिंग होती है, जिसमें सबसे पहला स्थान शेयर का होता है। अगर आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के उतने फीसदी के हिस्सेदार हो जाते हैं। कंपनी के नफा-नुकसान का असर सीधे आपके उपर पड़ता है।

बांड लंबी अवधि के लिए खरीदे जाते हैं। जब एक कंपनी को पर्याप्त पूंजी की आवश्यकता होती है। पूंजी जुटाने का एक तरीका जनता को बांड जारी करना होता है। ये बांड कंपनी द्वारा लिए गए "ऋण" का प्रतिनिधित्व करते हैं। बांडधारक कंपनी के लेनदार बन जाते हैं और कूपन के रूप में समय पर ब्याज भुगतान प्राप्त करते हैं।

म्यूचुअल फंड कौन ऑपरेट करता है?

म्यूचुअल फंड एक ऐसा फंड है, जो AMC यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनीज ऑपरेट करती है। इन कंपनियों में कई लोग अपने पैसे निवेश करते हैं। म्यूचुअल फंड द्वारा इन पैसों को बॉन्ड, शेयर मार्केट समेत कई जगहों पर निवेश किया जाता है। वहीं अगर बात डेरीवेटिव फंड की की जाए तो यह एक वित्तीय अनुबंध है जो एक या अधिक अंतर्निहित परिसंपत्तियों से इसके मूल्य को प्राप्त करता है।

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how to make money from stock market: शेयर बाजार एक ऐसी जगह है, जहां निवेशकों को लगता है कि रातोंरात कमाई की जा सकती है. कई बार ऐसा होता है कि कुछ घंटे में ही शेयर से मोटा मुनाफा हो जाता है. बावजूद इसके यह ध्‍यान रखना चाहिए कि इक्विटी में ट्रेडिंग हमेशा से आसान नहीं है. बाजार में आपको अनुशासन और धैर्य की जरूरत पड़ती है. मार्केट में निवेश से पहले अच्‍छी तरह रिसर्च कर लेनी चाहिए. आइए जानते हैं 7 ऐसे गोल्‍डेन टिप्‍स, जिनका अगर ध्‍यान रखा जाए तो शेयर बाजार से जमकर कमाई की जा सकती है.

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